अल्जाइमर रोग क्या हैं ? जानिए इसके लक्षण और बचाव


अधिकतर लोगों के साथ यह होता हैं कि वह बातें अक्सर भूल जाते हैं, यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। अगर आप कभी-कभी चीज़ो को भूल रहे हैं तो यह आम बात हैं परन्तु आपके साथ यह समस्या अधिक हो रही हैं तो आप इसकी जाँच अवश्य करवाए। कई बार बातों को भूलना या फिर चीज़े रखकर भूल जाना अल्जाइमर रोग की ओर संकेत करता हैं। अल्जाइमर रोग एक मस्तिष्क से सम्बंधित बीमारी हैं जो की गंभीर होती हैं तथा यह बीमारी अधिकतर 50 से 70 की उम्र में देखी जाती हैं परन्तु यह किसी भी उम्र में होना संभव हैं। आज हम जानेंगे की अल्जाइमर रोग को किस प्रकार ठीक किया जा सकता हैं ?

 

 

 

 

 

अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s disease) मस्तिष्क से संबंधित रोग है जो मस्तिष्क की क्षमता में गिरावट के कारण होता है। यह रोग वृद्धावस्था (बुढ़ापा) में अधिकतर होता हैं तथा यह मेमोरी लॉस, सोचने की क्षमता में कमी, और व्यक्तिगत रोज़मर्रा की गतिविधियों में समस्याओं के साथ जुड़ा होता है। अल्जाइमर रोग में मस्तिष्क के जो ऊतक (टिश्यू) होते हैं वह कमजोर हो जाते हैं और फिर वह क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। अल्जाइमर रोग के गंभीर होने पर मरीज की जान भी जा सकती हैं इसलिए इस बीमारी के संकेत मिलने पर इससे नज़र अंदाज़ बिलकुल न करें।

 

 

 

अल्जाइमर रोग के क्या लक्षण नज़र आते हैं ? (Alzheimer’s disease symptoms in Hindi)

 

 

अल्जाइमर रोग के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं और सामान्यत: वृद्धावस्था में प्रारंभ होते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ सामान्य अल्जाइमर रोग के लक्षण:

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  • मेमोरी की कमी

 

  • कुछ याद नहीं रख पाना

 

  • सामान्य गतिविधियों में परिवर्तन

 

  • बातों को सोचने समझने में परेशानी होना

 

  • दोस्तों, परिवार और समाज से दूरी

 

  • भावनाओं को शेयर न कर पाना।

 

  • व्यक्तित्व में परिवर्तन

 

 

 

अल्जाइमर रोग के जोखिम कारक क्या हो सकते हैं ? (Alzheimer’s disease causes in Hindi)

 

 

अल्जाइमर रोग तेजी से विकसित होने वाला रोग हैं जो कि मस्तिष्क से सम्बंधित होता हैं जिसके अनेक जोखिम कारक होते हैं जैसे की-

 

 

  • उम्र: 65 की उम्र के बाद अल्जाइमर रोग होने का खतरा बढ़ जाता हैं क्योकि बुढ़ापे की स्थिति में व्यक्ति अकसर सभी चीज़ो को भूलने लगता हैं।

 

  • धूम्रपान: धूम्रपान अल्जाइमर रोग के विकास के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है, और धूम्रपान छोड़ने से जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

 

  • स्वास्थ्य समस्याएं: उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, ओबेसिटी, और मनोबल की समस्याएं भी अल्जाइमर के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।

 

  • मानसिक स्वास्थ्य: डिप्रेशन, तनाव और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी अल्जाइमर के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।

 

  • सिर की चोटें: गंभीर सिर की चोटें भी आगे जाकर अल्जाइमर रोग का खतरा बन सकती हैं।

 

  • जेनेटिक: जिनके परिवार में किसी को अल्जाइमर रोग हुआ हो तो उन्हें इस रोग के जोखिम की संभावना बढ़ जाती है।

 

  • अधिक वजन और मोटापा: उच्च बीएमआई या मोटापे (विशेष रूप से पेट का मोटापा) वाले लोगों में 25 वर्ष की आयु के बाद अल्जाइमर रोग का खतरा बढ़ जाता है।

 

  • हार्मोन असंतुलन: हॉर्मोन का असंतुलन होना भी अल्जाइमर रोग का खतरा बढ़ा सकता हैं।
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अल्जाइमर रोग से बचने के उपाय क्या हो सकते हैं ? (What can be the ways to prevent Alzheimer’s disease in hindi)

 

 

अल्जाइमर रोग से बचने के लिए कुछ सामान्य उपाय हैं जो आपको स्वस्थ मानसिक और शारीरिक जीवन जीने में मदद कर सकते हैं तथा आपको अल्जाइमर रोग और अन्य मस्तिष्क रोग से बचने में मदद करता हैं। अल्जाइमर रोग से बचने के उपाय कुछ इस प्रकार हैं –

 

 

स्वस्थ आहार: सभी रोगों से बचने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए, जिसमे की अंतरले फल, सब्जियां, पूरे अनाज, मीट, फिश, और अंडे शामिल करना उचित है।

 

शारीरिक व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि अल्जाइमर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है। कम से कम हर सप्ताह 150 मिनट की मात्रा में मानक शारीरिक गतिविधि का पालन करें।

 

मानसिक गतिविधियां: मानसिक गतिविधियां करे जिससे की आपका ब्रेन स्वस्थ रह सके।

 

सही नींद: पर्याप्त नींद लेना भी आवश्यक है क्योंकि यह ब्रेन की सुरक्षा और सुधार में मदद कर सकता है।

 

सामाजिक सक्रियता: अपने सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देना और नए लोगों से मिलकर बातचीत करना भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।

 

नियमित चेकअप: स्वास्थ्य की निगरानी रखने के लिए नियमित चेकअप करवाएं और किसी भी समस्या का समय पर समाधान करें।

 

 

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