Kleptomania: क्या आपका भी मन बार-बार चोरी करने का कहता है. क्या आप भी किसी चीज को चुराने के लिए मजबूर हो जाते हैं. सुनने में भले ही ये सवाल भले ही अटपटे से लगे लेकिन बार-बार चोरी की तीव्र इच्छा होना भी एक तरह से मानसिक बीमारी है. मेडिकल भाषा में इसे ही क्लेप्टोमेनिया (Kleptomania) कहते हैं. मनोचिकित्सक के अनुसार, क्लेप्टोमेनिया एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर है. जिसमें न चाहकर भी उसका मन किसी चीज को चुराने को करता है. कई बार चोरी वाली वह चीज जरूरी भी नहीं होती है. सबसे बड़ी बात कि इस मेंटल डिसऑर्डर के बारें में उस श्खस को नहीं पता होता है. क्लेप्टोमेनिया रेयरेस्ट ऑफ रेयर डिजीज है लेकिन इसका सामाजिक स्तर पर बहुत बुरा असर पड़ता है.
क्लेप्टोमेनिया है या नहीं, कैसे जानें
1. बिना जरूरत किसी चीज को चुराने की इच्छा करना
2. अक्सर तनाव, चिंता या उत्तेजना महसूस करना
3. चोरी करने के बाद खुशी होना, राहत या संतुष्टि महसूस करना
4. चोरी के बाद उसका अपराध होना, पश्चाताप करना, खुद से नफरत होना और शर्मिंदगी महसूस करना
क्लेप्टोमेनिया का कारण
क्लेप्टोमेनिया का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं है. कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि सेरोटोनिन न्यूरोट्रांसमीटर में होने वाली प्रॉब्लम्स की वजह से यह समस्या हो सकती है. ज्यादा आवेग में रहने वाले लोगों में सेरोटोनिन की कमी होती है. क्लेप्टोमेनिया से पीड़ित में कोई दूसरा मेंटल डिसऑर्डर हो सकता है. जैसे- स्ट्रेस, डिप्रेशन, नशीली चीजों का सेवन जैसे डिसऑर्डर.
क्लेप्टोमेनिया के लक्षण दिखने पर क्या करें
डॉक्टर का कहना है कि अगर किसी को क्लेप्टोमेनिया के लक्षण नजर आते हैं तो मनोचिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए. दवाईयों और थेरेपी से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. इस बीमारी का कोई निश्चित इलाज नहीं है. इस तरह के भावना को कंट्रोल करने के लिए मनोचिकित्सक आपकी मदद कर सकते हैं.
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