मेटास्टेटिक कैंसर क्या है ? जानिए इसके लक्षण, कारण और बचने के उपाय | metastatic cancer kya hain in hindi


मेटास्टेसिस को मेटास्टैटिक कैंसर, ‘स्टेज 4 कैंसर‘ या फिर सेकेंडरी, कैंसर भी कहा जाता है। इस कैंसर में, कैंसर कोशिकाएं शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैलती हैं। मेटास्टेटिक एक गंभीर स्टेज है, क्योंकि इसका मतलब है कि कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है।

 

अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे भी मेटास्टैटिक कैंसर बीमारी से जूझ रही है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में ये लिखकर जानकारी दी की, मेटास्टेटिक कैंसर उसे कहते हैं, जब कैंसर सेल्स जहां गठन होता है यानी प्राइमरी स्पॉट से अलग हो जाता हैं और लिम्फ सिस्टम या ब्लड के जरिए अन्य हिस्सों में फैल जाता हैं।

 

हाई-ग्रेड कैंसर को मेटास्टेसिस के रूप में भी जाना जाता है, जिसे मेडिकल भाषा में कैंसर कहते है।

 

 

मेटास्टैटिक कैंसर क्या है ? (What is metastatic cancer?)

 

  • यह कैंसर के प्राइमरी रूप के समान होता है। जैसे अगर ब्रेस्ट कैंसर फेफड़ों में फैलता है, तो इसे मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर कहा जाएगा लंग्स कैंसर नहीं। मेटास्टेटिक कैंसर का उपचार स्टेज IV ब्रेस्ट कैंसर की तरह किया जाता है।

 

  • कैंसर को शरीर में अनियमित कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि के रूप में परिभाषित किया गया है। जब शरीर में कैंसर विकसित होता है तो शरीर का सामान्य नियंत्रण तंत्र काम करना बंद कर देता है।

 

  • इस विशेष स्थिति में, पुरानी कोशिकाएं मरती नहीं हैं, बल्कि नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं, जिससे नई और असामान्य कोशिकाएं बनती हैं। ये अतिरिक्त और बढ़े हुए कोशिकाएं ऊतक का एक द्रव्यमान बनाती हैं, जिसे ट्यूमर के रूप में जाना जाता है, जबकि कुछ कैंसर ल्यूकेमिया जैसे ट्यूमर नहीं बनाते हैं।

 

आइए भारत में कुछ कैंसर सांख्यिकी की बात करें

 

  • “भारत अगेंस्ट कैंसर” पहल का संचालन भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के तहत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च (NICPR) द्वारा किया जाता है, जो भारत में कैंसर के आँकड़ों का खुलासा करता है।

 

  • एनआईसीपीआर के अनुसार, अनुमान है कि लगभग 2.5 मिलियन लोग बीमारी के साथ जी रहे हैं। हर साल औसतन, 7 लाख से अधिक नए कैंसर रोगी पंजीकृत होते हैं और देश में लगभग 5 लाख कैंसर से संबंधित मौतें होती हैं।
  The risk is higher during these first months of pregnancy

 

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार पुरुषों को आमतौर पर लंग, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल (बड़ी आंत), स्टमक और लिवर कैंसर होता है। जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, कोलोरेक्टल, लंग, सर्विक्स (गर्भाशय ग्रीवा), स्टमक और लिवर कैंसर के मामले ज्यादा देखे जाते हैं। हालांकि इनके अलावा भी कई तरह के कैंसर होते हैं, जिनके बारे में लोगों को ज्यादा नहीं पता। ऐसा ही एक कैंसर है, जिसे मेटास्टैटिक कैंसर कहते हैं।

 

मेटास्टेटिक कैंसर के लक्षण? (Symptoms of Metastatic Cancer?)

 

इसके सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं –

 

 

  • मल-मूत्र पर कंट्रोल खोना,

 

  • हाथ और पैरों में कमज़ोरी आना,

 

  • खून में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाने की वजह से चक्कर आना,

 

  • उलटी और दस्त होना,

 

 

  • दौरे पड़ना (having seizures)

 

  • देखने में समस्या (ब्रेन मेटास्टेसिस) होना,

 

 

  • पेट में अक्सर सूजन या पीलिया (लिवर मेटास्टेसिस) जैसी बीमारी का होना।

 

कैसे फैलता है मेटास्टेटिक कैंसर? (How does metastatic cancer spread?)

 

जब शरीर में ट्यूमर फट जाता है, उसके बाद यह कैंसर खून के जरिए पूरे शरीर में फैलकर सबसे पहले हड्डियों को अपना शिकार बनाता है। इसके बाद यह कैंसर फेफड़ों, लिवर और दिमाग में फैलता है। इसके बाद ये ट्यूमर गर्भाशय, मूत्राशय, बड़ी आंत और ब्रेन बोन की तरफ बढ़ता है।

 

क्या आप जानते हैं कि मेटास्टैटिक कैंसर शरीर में कहाँ-कहाँ फैलता है? (Do you know where in the body metastatic cancer spreads?)

 

मेटास्टैटिक कैंसर शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैल सकता है। लेकिन यह कैंसर बड़ी आसानी से हड्डी, यकृत (लीवर) और फेफड़े में फैल सकता है।

 

  • स्तन कैंसर – सीने और मस्तिष्क में फैलता है।

 

 

 

 

 

 

 

इसलिए, हम कह सकते हैं कि मेटास्टैटिक कैंसर शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैलता है।

 

मेटास्टेटिक कैंसर की पहचान कैसे करें? (How to identify metastatic cancer?)

 

मेटास्टेटिक कैंसर के लक्षणों का पता लगाना काफी मुश्किल है, क्योंकि यह एक ट्यूमर के आकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। यहाँ कुछ लक्षण हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए, जैसे की –

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  • मांसपेशियों या हड्डियों के प्रभावित होने पर दर्द या फ्रैक्चर

 

 

  • शरीर में ऐंठन होना (body cramps)

 

 

  • यदि कैंसर फेफड़ों तक पहुंचता है, तो यह सांस की तकलीफ का कारण बन सकता है,

 

 

 

मेटास्टैटिक कैंसर के लिए इलाज? (Cure for Metastatic Cancer?)

 

इस कैंसर का इलाज सामान्य ट्यूमर में किए जाने वाले इलाज से अलग होता है।

 

इसका इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि –

 

  • कैंसर कितना फैला है

 

  • मरीज की उम्र (patient age)

 

  • उसकी मेडिकल हिस्ट्री क्या है।

 

डॉक्टर्स का कहना है की, रेडिएशन और इम्यूनोथेरेपी से, कुछ मेटास्टेटिक कैंसर में, लंबे समय तक जिंदा रहना मुमकिन हो सकता है।

 

ब्लड टेस्ट से कैंसर का पता लगाया जाता है? (Can cancer be detected by blood tests?)

 

ट्यूमर मार्कर का पता लिक्विड बायोप्सी नाम के ब्लड टेस्ट से लगाया जा सकता है। मेटास्टैटिक कैंसर का कई तरह से इलाज किया जा सकता है, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण है कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी।

 

कीमोथेरेपी (Chemotherapy)

 

मेटास्टैटिक ब्रेस्ट कैंसर में कीमोथेरेपी बहुत अच्छी तरह काम करता है, क्योंकि कीमोथेरेपी हार्मोन थेरेपी के मुकाबले ज्यादा तेजी से ट्यूमर को सुखाता है।

 

दवा के उपयोग (Drug use)

 

मेटास्टैटिक ब्रेस्ट कैंसर के लिए कीमोथेरेपी में, प्रत्येक प्रकार की दवा के उपयोग को उपचार की “लाइन” कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि पहली कीमोथेरेपी को “फर्स्ट-लाइन” ट्रीटमेंट कहा जाता है और दूसरे को “सेकेंड-लाइन” ट्रीटमेंट कहा जाता है।

 

रेडिएशन (Radiation)

 

  • ब्रेन के मेटास्टाइज को नियंत्रित करने के लिए रेडिएशन एक महत्वपूर्ण उपचार है, क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर में ड्रग्स के प्रवेश के लिए ब्लड-ब्रेन बैरियर को खत्म कर देता है।

 

  • रेडिएशन उपचार से कैंसर रोगियों को बहुत आराम और लाभ मिलता है, जैसे की – यह दर्द को कम करता है, कमजोर हड्डियों के टूटने को कम करता है और अवरुद्ध एयरवेज को खोलकर सांस लेना आसान बनाता है।
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सर्जरी

 

मेटास्टैटिक कैंसर के कारण स्पाइनल कॉर्ड कंप्रेशन (रीढ़ की हड्डी के संकुचन) से पीड़ित मरीजों के लिए सर्जरी की सलाह दी जाती है। मेटास्टैटिक स्पाइनल कॉर्ड कंप्रेशन के मरीजों को डायरेक्ट डिकंप्रेशिव सर्जरी के साथ पोस्ट ऑपरेटिव रेडियोथेरेपी दी जा सकती है, जिससे कि वो सिर्फ रेडियोथेरेपी दिए जाने वाले मरीजों की तुलना में लंबे समय तक चल-फिर सकें।

 

यह माना जाता है कि एक सरल और संतुलित जीवन शैली और आहार शरीर में किसी भी प्रकार के कैंसर के विकास को रोकने में मदद कर सकता है। कुछ पोषक तत्व जैसे विटामिन डी, ईजीसीजी, करक्यूमिन और सल्फोराफेन कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं।

 

मेटास्टैटिक कैंसर भी कैंसर का एक प्रकार है, जो न केवल शरीर के मूल भाग को प्रभावित करता है, बल्कि शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैलकर प्रभावित करता है। यह बहुत ही गंभीर बीमारी है, समय से इसका इलाज करा लेना ही बेहतर है, इसलिए किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करे।

 

यदि आप मेटास्टैटिक कैंसर का इलाज कराना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें या आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

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