यूरिन इन्फेक्शन होने के कारण क्या है? | Urine infection hone ke karan kya hai – GoMedii


मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) एक आम संक्रमण है जो मूत्र प्रणाली के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है,तथा जिसमें गुर्दे, मूत्राशय, मूत्रवाहिनी और मूत्रमार्ग शामिल हैं।और अधिकांश यूटीआई बैक्टीरिया के कारण होते हैं, मुख्य रूप से एस्चेरिचिया कोली (ई. कोली), जो आम तौर पर बृहदान्त्र में रहते हैं।

 

 

यदि आपको संदेह है कि आपको मूत्र पथ का संक्रमण(urinary tract infection) है, तो उचित निदान और उपचार के लिए किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से मिलना महत्वपूर्ण है। और आमतौर पर, यूटीआई का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है। खूब पानी पीना और कैफीन और अल्कोहल (alcohol)जैसी जलन पैदा करने वाली चीजों से बचना भी लक्षणों को प्रबंधित करने में सहायक हो सकता है।

 

 

 

 

 

यूरिन इन्फेक्शन के निम्नलिखित लक्षण होते हैं जैसे की-

 

 

  • पेशाब के दौरान दर्द या जलन: यह यूटीआई का एक सामान्य लक्षण है और इसे डिसुरिया के रूप में जाना जाता है।

 

  • बार-बार पेशाब आना: आपको सामान्य से अधिक बार पेशाब करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है।

 

  • शीघ्रता: मूत्राशय भरा न होने पर भी पेशाब करने की शीघ्रता महसूस हो सकती है।

 

  •  मूत्र में बदलाव : मूत्र की उपस्थिति या गंध में परिवर्तन किसी संक्रमण का संकेत हो सकता है।

 

  • पेट के निचले हिस्से में दर्द या बेचैनी: यह मूत्र पथ में सूजन और जलन के कारण हो सकता है।

 

  • थकान और अस्वस्थता: यूटीआई से पीड़ित कुछ लोगों को थकान और बेचैनी की सामान्य भावना का अनुभव हो सकता है।

 

  • बुखार या ठंड लगना: अधिक गंभीर मामलों में, यूटीआई के कारण बुखार हो सकता है।
  The Best Breakfast Recipes to Jumpstart Weight Loss, Say Dietitians — Eat This Not That

 

 

 

 

यूरिन इन्फेक्शन होने के कारण क्या हो सकते हैं ?(What can be the causes of urine infection?)

 

 

यूरिन इन्फेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे की –

 

 

 

 

 

यूरिन इन्फेक्शन में क्या नहीं खाना चाहिए ? (What should not be eaten in urine infection?)

 

 

इस परेशानी से जूझ रहे लोगों को कुछ चीजों का सेवन करने से परहेज करने की जरूरत होती है जैसे की –

 

 

  • यूरिन इन्फेक्शन जिस व्यक्ति को भी होता हैं उसे चाय-कॉफी (tea Coffee) से दूर रहना चाहिए क्योकि चाय-कॉफ़ी के सेवन से मूत्राशय में जलन पैदा हो सकती हैं।

 

  • बीयर(beer), वाइन(Wine) और शराब जैसी चीजें हर स्वास्थ्य स्थिति में स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं होती हैं। इसकी वजह से मूत्राशय में जलन पैदा कर सकती है, खासकर अगर आपको यूरिन इन्फेक्शन की परेशानी है, तो इससे पूरी तरह से दूरी बना लें।

 

  • यूटीआई की समस्या है, तो इस स्थिति में मसालेदार चीजों से दूरी बनाकर रखें। क्योंकि अगर आप इस तरह के आहार का सेवन करते हैं, तो यह यूटीआई के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

 

  • शुगर मीठा(sugar sweet) होता है जिसे यूरिन इन्फेक्शन को जन्म देने वाले बैक्टीरिया पसंद करते हैं। उपयोग कर घर में बाजार में बनाने वाले यह यूरिन में एसिड लेवल को बढ़ाने और यूरिन के संक्रमण को फास्ट कर देता है।

 

  • जब आप यूरिन इन्फेक्शन का सामना कर रहें हो तो अपने पसंदीदा कोल्ड ड्रिंक(cold drink), कोका पेप्सी(coca pepsi), थम्स अप एवं सोडा को आपको नहीं पीना चाहिए। यह यूरिन इन्फेक्शन की समस्या(problem of urine infection) को बढ़ा सकते हैं।
  ‘I’m a Nutritional Psychiatrist and Chef, and This Protein-Rich Cherry Chocolate Smoothie Is Packed with Nutrients That Will Boost Your Mood’

 

  • खट्टे स्वाद जीभ पर लगने वाले फल जिनमें अम्लीय मौजूद होते हैं इमली, कागजी नींबू(paper lemon), हरे संतरे, कच्चे मौसमी एवं खट्टा स्वाद(sour taste) का अंगूर नहीं खाना चाहिए यूरिन इन्फेक्शन के दौरान। इससे मूत्राशय में जलन की समस्या बढ़ सकती है।

 

 

इससे सम्बंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।


 

 



Source link

Leave a Comment