हाथों की कमजोर पकड़ इस जानलेवा बीमारियों के हैं संकेत, ऐसे करें ट्रेनिंग…


इंसान के शरीर का एक अंग भी डैमेज हुआ तो उसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है. इसके कारण सबसे पहले हाथों की पकड़ ढीली होती है.

बढ़ती उम्र के साथ हैंड ग्रिप कमजोर होती है. यह एक नेचुरल प्रोसेस है. यदि यंग एज में हाथों की पकड़ ढीली पड़ रही है तो यह एक जानलेवा बीमारी हो सकती है.

बढ़ती उम्र के साथ हैंड ग्रिप कमजोर होती है. यह एक नेचुरल प्रोसेस है. यदि यंग एज में हाथों की पकड़ ढीली पड़ रही है तो यह एक जानलेवा बीमारी हो सकती है.

टाइट हैंडशेक न सिर्फ कॉन्फिडेंस को दर्शाता है बल्कि यह आपके हेल्थ से भी इसका गहरा कनेक्शन होता है.

टाइट हैंडशेक न सिर्फ कॉन्फिडेंस को दर्शाता है बल्कि यह आपके हेल्थ से भी इसका गहरा कनेक्शन होता है.

हाथों की पकड़ ढीली इन बीमारियों का बताती है संकेत जैसे- स्ट्रोक, कार्पल टनल सिंड्रोम, डायबिटीज, ऑस्टियोआर्थराइटिस, हार्ट डिजीज, कैंसर

हाथों की पकड़ ढीली इन बीमारियों का बताती है संकेत जैसे- स्ट्रोक, कार्पल टनल सिंड्रोम, डायबिटीज, ऑस्टियोआर्थराइटिस, हार्ट डिजीज, कैंसर

हाथों की स्ट्रेंथ बढ़ाने की ट्रेनिंग आप कई तरह से कर सकते हैं. उसमें से एक है रबर के गेंद से प्रैक्टिस करना. इसे आप लेटे या बैठे हुए कर सकते हैं.

हाथों की स्ट्रेंथ बढ़ाने की ट्रेनिंग आप कई तरह से कर सकते हैं. उसमें से एक है रबर के गेंद से प्रैक्टिस करना. इसे आप लेटे या बैठे हुए कर सकते हैं.

Published at : 03 Apr 2024 10:03 PM (IST)

हेल्थ फोटो गैलरी

हेल्थ वेब स्टोरीज



Source link

  Crying is not as bad as it is believed, know here the benefits of crying sometimes

Leave a Comment