ईएनटी इन्फेक्शन (ENT Infection) का मतलब होता है Ear, Nose और Throat में इन्फेक्शन होना और ये सभी हमारे शरीर के अंग है ये अंग आपस में जुड़े होते है जिसकी वजह से पूरी सम्भावना बनी रहती है कि इन तीनो अंगो में अगर किसी एक में भी infection होता है तो बाकि अंगो में भी होने की सम्भावना बनी रहती है | ऐसे में इस से कैसे बचा जाये चलिए जानते है |
ईएनटी इन्फेक्शन(ENT Infection) के लक्षण
Ear Problem
Ears का जब देख रेख नहीं रखते है तो यह समस्या हो जाती है जिसमे कान में दर्द , कान से सफेद पानी आना , कम सुनाई देना और कान से जुडी दूसरी कई तरह की समस्याए बनी रहती है | कान में पानी से होने वाले इन्फेक्शन में कान में खुजली होने की समस्या या लाल हो जाना और इसके ये समस्या है otitis media जो bacteria or viruses की वजह से हो जाता है इसके बजह से कान में दर्द होता है और हल्का बुखार भी हो जाता है | ears में होने वाले अधिकांश इन्फेक्शन ज्यादा गंभीर नहीं होते है. ये इन्फेक्शन खुद ब खुद कुछ दिनों में ठीक हो जाते है अगर थोड़ी सी भी सावधानी बरती जाये तो ये होने बाली समस्या को रोका जा सकता है | अक्सर हमारे कान में जमा होने वाले मिटटी और धुल को निकालने के लिए माचिस की तीली या आलपिन का प्रयोग करते है जो खतरनाक होती है | कान को साफ करने के लिए रुई का उपयोग करना चाहिए.
Nose problem
सर्दी जुकाम कभी भी किसी को भी ये समस्या हो सकती है क्योंकि यह बहुत जल्दी शरीर के किसी भी अंग में से हो सकती है साथ ही ठन्डे वातावरण के सम्पर्क में भी रहती है इसकी वजह से हम बहुत जल्दी जुकाम की जकड में आ जाते है अगर हमारी इम्युनिटी सिस्टम कमजोर है | ऐसे में इसकी वजह से सर्दी , सूखी खांसी और दांतों में दर्द , सर में दर्द बना रहता है | जो मरीज पहले ही किसी ऐसी बीमारी से ग्रसित है जिनसे उनका immune system प्रभावित होता है तो वो sinusitis के शिकार भी हो सकते है | इसके लक्षण आपको चेहरे का ढीलापन और पेट में गड़बड़ी और जी घबराने जैसे समस्या बनी रहती है |
Throat problem
गले की कई सामान्य समस्याएं होती है जैसे कि गले में दर्द होना , टॉन्सिल्स होना , गले में खराश या आवाज में बदलाव होना . जो मौसम की वजह से भी हो सकता है या अगर हमारे कान , नाक में भी कोई इन्फेक्शन हो तो उसकी वजह से भी गले की समस्याएं हो सकती है | दातों में इन्फेक्शन की वजह से भी मुंह में घाव या कोई अन्य इन्फेक्शन हो सकता है और ऐसी कई सारी छोटी छोटी समस्याएं है जो हो सकती है | कैंकर सोर नाम की भी एक समस्या है जो आपको हो सकती है इसमें आपके जीभ , मुंह या होंटों के अंदर वाली side में छ्हाले जैसे छोटे घाव हो जाते है जो तेज दर्द बना रहता है |
ये कई ऐसे छोटी बड़ी समस्याएं है जो viral infection की वजह से किसी को भी हो सकती है और सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात ये है कि ent यानि के Ear, Nose और Throat तीनो ही बाहर के वातावरण के सम्पर्क में रहते है इसलिए बाहर के मौसम का प्रभाव , धुल और धुंआ जैसी चीजो को इन्हें सामना करना पड़ता है और इसकी वजह से हमारे आस पास वाले bacteria और बीमारी पैदा करने वाले कारण ent को जल्दी पकड़ते है | वैसे भी आम तौर पर इनका ENT Infection एक सप्ताह में खुद ही ठीक हो जाते है लेकिन अगर नहीं हो उसके बाद भी तो आपको अपने डॉक्टर से सम्पर्क करने की आवश्यकता है |
ENT Infection बचने के उपाय
अगर आप तैरते है तो अपने कानो में रुई या डॉट लगा लें जो गहरे पानी में दबाव की वजह से आपके कानो में जाने वाले पानी को रोकेगी और आपको कान की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा |
छोटी मोटी बीमारियों से बचने के लिए आपकी इम्युनिटी सिस्टम बेहतर होना बेहद जरुरी है तो ऐसे में आप immunity increase करने वाले खाने को ज्यादा प्राथमिकता दें |
साथ ही अपने मुंह और अपने नाक , गले और कान में होने वाले किसी भी तरह की समस्या को साधारण ना समझे क्योंकि जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया तीनो में से किसी एक अंग में समस्या होंने पर बाकि अंगो को भी यह प्रभावित कर सकता है |
जुकाम और खांसी अगर लम्बे समय तक रहे तो आप डॉक्टर का परामर्श लें क्योंकि लम्बी खांसी और बीमारी किसी और भी रोग का लक्षण हो सकती है |
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