ओवेरियन कैंसर इलाज के बारे में पूछे गए प्रश्न – GoMedii


ओवेरियन कैंसर महिलाओं में देखे जाने वाली बीमारी जो कि अधिक घातक होती हैं। ओवेरियन कैंसर को यूट्रस कैंसर या अंडाशय का कैंसर भी कहते हैं। ओवेरियन कैंसर में अंडाशय में मौजूद फैलोपियन ट्यूब में इस कैंसर की कोशिकाएं विकसति होनी शुरू होती हैं और धीरे-धीरे इसकी कोशिकाएं फैलने लगती हैं। इस बीमारी का इलाज महिलाओं को शुरूआती लक्षण मे ही करवा लेना चाहिए ताकि यह आगे चलकर अधिक गंभीर न हो।

 

 

 

 

 

 

1. क्या ओवेरियन कैंसर जानलेवा होता हैं ?

 

 

ओवेरियन कैंसर एक बहुत गंभीर बीमारी होती हैं, इस बीमारी का सही समय पर इलाज होना अधिक आवश्यक होता हैं। ओवेरियन कैंसर कि चार स्टेज होती हैं, यदि शुरुआत में ही इस कैंसर का इलाज हो जाए तो यह ठीक हो सकती हैं परन्तु ओवेरियन कैंसर कि लास्ट स्टेज में इलाज न होने पर मरीज की जान जा सकती हैं।

 

 

2. क्या ओवेरियन कैंसर इलाज के बाद वापस आ सकता हैं ?

 

 

काफी कम बार ऐसा होता हैं की ओवेरियन कैंसर के इलाज के बाद यह वापस से हो जाए। यदि मरीज को दूसरी बार यह समस्या होती हैं तो उन्हें फिर से कीमोथेरेपी करवानी होती हैं, यदि आप कैंसर को जड़ से ही हटा देते हैं यानि की सर्जरी करवा लेते हैं तो यह बीमारी आपको वापस से नहीं होती हैं।

 

 

3. ओवेरियन कैंसर सर्जरी कितनी सफल होती हैं ?

 

 

ओवेरियन कैंसर सर्जरी का सफल होना उसकी स्टेज पर निर्भर करता हैं। यदि सर्जरी पहली या फिर दूसरी स्टेज में करी जाए तो सर्जरी के सफल होने की संभावना अधिक होती हैं परन्तु लास्ट स्टेज में सर्जरी के सफल होने की संभावना कम हो जाती हैं, क्योकि लास्ट स्टेज में कैंसर अन्य अंगो को भी प्रभावित करने लगता हैं।

  Morning or evening... at which time exercise starts reducing weight faster?

 

 

4. ओवेरियन कैंसर में ओवरी निकलने के बाद क्या नुक्सान हो सकते हैं ?

 

 

ओवरी निकलने के बाद ओवेरियन कैंसर ठीक तो हो सकता हैं, परन्तु सर्जरी के बाद हफ़्तों तक संक्रमण रह सकता है। इससे तेज बुखार, चीरे के पास सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है। कई बार प्रभावित क्षेत्र के पास की मांसपेशी कमजोर हो जाती है और हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।

 

 

5. ओवेरियन कैंसर के शुरूआती लक्षण क्या होते हैं ?

 

 

ओवेरियन कैंसर के लक्षण महिलाओं के अंदर शुरुआत में नज़र नहीं आते परन्तु कुछ लक्षण ऐसे भी जो की सामान्य होते हैं जैसे की-पेट में सूजन, पेट में दर्द, बार-बार पेट में गैस, भारीपन।

 

 

6. ओवेरियन कैंसर होने के कारण क्या होते हैं ?

 

 

ओवेरियन कैंसर होने के कई सामान्य कारण होते हैं जैसे की शारीरिक गतिविधियों में कमी, खराब जीवनशैली, मोटापा, ब्रेस्ट कैंसर। ओवेरियन कैंसर होने की फैमिली हिस्ट्री हो तो महिलाओं में इसके होने की संभावना बढ़ सकती है।

 

 

7. ओवेरियन कैंसर का इलाज किस प्रकार हो सकता हैं ?

 

 

ओवेरियन कैंसर का इलाज कीमोथेरेपी और सर्जरी के माध्यम से पूर्णरूप से हो सकता हैं।

 

सर्जरी: ओवेरियन कैंसर से ग्रस्त मरीज के लिए सबसे पहला विकल्प सर्जरी होता हैं इस सर्जरी में कैंसर ग्रस्त अंडाशय को हटाया जाता हैं। यदि कैंसर एक अंडाशय में हो तो उससे हटाने से महिला गर्भधारण कर सकती हैं परन्तु दोनों अंडाशय कैंसर ग्रस्त हो और सर्जरी के समय दोनों को ही हटाया जाए तो महिला गर्भधारण नहीं कर सकती।

  Colorado police department uses mental health professionals to help deescalate certain 911 calls

 

कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी में दवाइयों का प्रयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता हैं यह थेरेपी 3 से 4 हफ्तों तक होती हैं जिसे की मरीज को रिकवर करने का समय मिल सके।

 

 

8. ओवेरियन कैंसर की समस्या किस उम्र में हो सकती हैं ?

 

 

माना जाता हैं की 50 साल की आयु के बाद ओवेरियन कैंसर का खतरा ज्यादा होता है. हालांकि, यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार कर सकती है, कैंसर की पहचान शुरुआती स्टेज में हो जाने पर उपचार करके मरीज की जान बचाई जा सकती है।

 

 

इससे सम्बंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें।। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

Doctor Consutation Free of src=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।


 

 



Source link

Leave a Comment