Heart Problems : हार्ट से जुड़ी बीमारियों की वजह से दुनिया में हर साल काफी लोग अपनी जान गंवा देते हैं. कोरोना संक्रमण के बाद इसका खतरा और तेजी से बढ़ा है. अब कम उम्र में ही लोग इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें 12 साल के बच्चे की हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत हो गई है. इस घटना ने एक बार फिर कम उम्र के लोगों को इस बीमारी को लेकर अलर्ट कर दिया है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, लाइफस्टाइल और खानपान में गड़बड़ी की वजह से हर उम्र के लिए यह खतरनाक होता जा रहा है. हार्ट से जुड़ी बीमारियां कई तरह की हो सकती हैं. हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर भी ऐसी ही समस्याएं हैं. इन दोनों बीमारियों को लेकर अक्सर कंफ्यूजन बना रहता है. चलिए जानते हैं एक दूसरे से कितनी अलग और कितनी खतरनाक हैं दोनों बीमारियां…
हार्ट अटैक क्या होता है
हार्ट अटैक को ‘दिल का दौरा पड़ना’ भी कहा जाता है. कुछ सालों में इसका खतरा काफी बढ़ा है. जब हार्ट के एक हिस्से में ब्लड फ्लो में अचानक से कमी आ जाती है तो यह समस्या होती है. कुछ स्थितियों में ब्लड फ्लो में रुकावट का कारण भी बन सकती हैं. हार्ट में ब्लड फ्लो सामान्य न होने पर उसकी मांसपेशियों का वह हिस्सा खराब होने लगता है, जो गंभीर स्थिति को पैदा करने वाला होता है.
हार्ट अटैक के कारण और लक्षण
दिनचर्या और खानपान की गड़बड़ आदतों की वजह से हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है. कोरोनरी आर्टरी डिजीज को हार्ट अटैक के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है. हार्ट अटैक आने पर तुरंत इमरजेंसी इलाज की जरूरत होती है. अगर समय पर सीपीआर और इलाज न मिले तो जान भी जा सकती है. हार्ट अटैक के लक्षणों की बात करें तो यह हर बार नजर नहीं आता है. हालांकि ज्यादातर लोगों को सीने में दर्द या बेचैनी, शरीर के बाएं हिस्से बांह, पीठ, कंधे, गर्दन, जबड़े या पेट में दर्द होने और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है. ऐसी समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए.
हार्ट फेलियर क्या है
हार्ट अटैक की तरह हार्ट फेलियर (Heart Failure) भी गंभीर और जानलेवा हो सकता है. हार्ट फेलियर में हार्ट शरीर के चारों तरफ पर्याप्त ब्लड पंप नहीं कर पाता है. हार्ट में पर्याप्त खून न पहुंचने या हार्ट के ठीक तरह से पंप न करने में कमजोरी आ जाती है. हर साल लाखों लोगों की हार्ट फेलियर की वजह से मौत हो जाती है.
हार्ट फेलियर के लक्षण
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से हार्ट फेलियर की समस्या हो सकती है. ज्यादातर मामलों में हार्ट पर अत्यधिक दबाव या चोट-संक्रमण के कारण हृदय को नुकसान का कारण हो सकता है. हार्ट फेलियर हार्ट के बाएं और दाएं दोनों हिस्सों को प्रभावित कर सकती है. हार्ट फेलियर की स्थिति में सांस की समस्या सबसे आम है. जैसे-जैसे हार्ट कमजोर होता है, लक्षण भी गंभीर हो सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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