कीमोथेरेपी एक तरह का उपचार होता है जो कि कैंसर के मरीजों के लिए उपयोग किया जाता हैं यह थेरेपी कैंसर के किसी भी प्रकार के लिए इलाज के तौर पर उपयोग की जाती हैं। कीमोथेरेपी में कुछ दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता हैं जो कि कैंसर कोशिकाओं को मारने में पूर्णरूप से मदद करती हैं। भारत में कैंसर के लिए सबसे अच्छा विकल्प कीमोथेरेपी को ही माना जाता हैं जो कि सभी मरीजों के लिए सुरक्षित और असरदार होता हैं।
कैंसर कोशिकाएं शरीर में कई तरह से फैलती हैं इन कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए कीमोथेरेपी कई हद तक मददगार होती हैं तथा कीमोथेरेपी का काम कैंसर को आखिरी स्टेज तक जाने से रोकना होता हैं परन्तु यह इस बात पर भी निर्भर करता हैं कि कैंसर कोशिकाएं कहा तक फैली हुई हैं।
- अल्केलोइड एजेंट
- प्लांट अल्केलोइड
- एंटी ट्यूमर एंटीबायोटिक्स
- टोपोइसोमरेस इन्हिबिटर्स
- मिसेलेनियस एंटीनियोप्लास्टिक
- एंटीमेटाबोलेट्स
कीमोथेरेपी का उपयोग क्यों किया जाता हैं ?
कीमोथेरेपी मुख्य रूप से निम्न लक्षणों को कम करने के लिए प्रयोग की जाती है-
- कीमोथेरेपी का प्रयोग कैंसर को कम करने के लिए किया जाता हैं।
- किसी भी प्रकार के ट्यूमर को छोटा करने में कीमोथेरेपी लाभदायक रहती हैं।
- कीमोथेरेपी का उपयोग वर्तमान लक्षणों को कम करने में किया जाता है।
- अंतिम चरण के कैंसर के मामले में, कीमोथेरेपी दर्द को दूर करने में मदद कर सकती है।
- अन्य प्रकार की गंभीर बीमारियों में भी कीमोथेरेपी की जाती हैं जैसे की ब्रैस्ट कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, आदि।
कीमोथेरेपी के फायदे क्या होते हैं ?
कैंसर की बीमारी में कीमोथेरेपी के माध्यम से इलाज बहुत आसान माना जाता है। इसमें आपको बार-बार अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होती है। कीमोथेरेपी में आपको एक एक्सपर्ट की निगरानी में इंजेक्शन के माध्यम से दवाएं लेनी होती हैं लेकिन कीमोथेरेपी में आपको डॉक्टर के बताये अनुसार दवाओं का सेवन करना होता है। आज के समय में कीमोथेरेपी के माध्यम से ब्रेस्ट कैंसर का इलाज, ल्यूकोमिया, प्रोस्टेट कैंसर और किडनी के कैंसर का इलाज किया जा सकता है। कीमोथेरेपी के प्रमुख फायदे इस प्रकार से हैं।
- कीमोथेरेपी में मरीज की देखभाल अपेक्षाकृत कम करनी पड़ती है।
- आपको बार-बार अस्प्ताल जाने की जरूरत नहीं होती है।
- कीमोथेरेपी में इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है और दवाइयों का सेवन भी करना होता हैं।
कीमोथेरेपी के बाद मरीज को क्या खाना चाहिए ?
कीमोथेरेपी के बाद आपको अधिक मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए, क्योंकि आपका पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। डॉक्टर के अनुसार कीमोथेरेपी के बाद मरीज को कुछ इस तरह के भोजन का सेवन करना चाहिए जैसे की –
बादाम: कीमोथेरेपी के बाद बादाम एक स्वस्थ नाश्ता है। यह ढेर सारे पोषक तत्व प्रदान करता है और आपको ऊर्जा भी देता है। ये विटामिन ई और मैग्नीशियम का एक बड़ा स्रोत हैं, जो कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
कद्दू के बीज: कीमोथेरेपी के बाद कद्दू के बीज एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ हैं। इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो बीमारी से उबरने में मदद कर सकते हैं।
अंडे: एक पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन है जो लंबे समय से आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। वे प्रोटीन का भी एक बड़ा स्रोत हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
दलिया: दलिया एक खाद्य पदार्थ है जो कीमोथेरेपी के बाद अपने रोजाना भोजन में शामिल करना चाहिए।
ब्रोकली: मरीज़ को अपने आहार में ब्रोकली को शामिल करना चाहिए। यह कीमोथेरेपी के कारण स्वस्थ कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से भी बचाता है।
जूस और पानी: कीमोथेरेपी के दौरान हाइड्रेटेड रहना जरूरी है इसलिए मरीज को समय-समय पर पानी और जूस का सेवन करना चाहिए।
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