क्या कोराना की तरह ही एक व्यक्ति से दूसरे तक पहुंच सकता है निपाह वायरस


Nipah Virus : केरल में निपाह वायरस का संक्रमण जिस कदर बढ़ रहा है, उससे देशभर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों  की चिंता बढ़ गई है. अब तक राज्य में 6 लोगों में निपाह वायरस (Nipah Virus) के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। यही कारण है कि इनके संपर्क में आए करीब 1,000 लोगों पर नजर रखी जा रही है. कोझिकोड जिले से शुरू हुआ निपाह वायरस का इंफेक्शन अब 30 से ज्यादा शहरों तक पहुंच चुका है. केरल के आसपास और सटे राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रभावित क्षेत्रों में न जाने और संक्रमण से बचने की सलाह दे रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि क्या कोरोना की तरह ही निपाह वायरस का संक्रमण भी एक व्यक्ति से दूसरे में फैसला है. इससे सबसे ज्यादा खतरा किसे है. 

 

निपाह कितना खतरनाक और जानलेवा

भारत में निपाह वायरस का जो स्ट्रेन देखने को मिल रहा है, वो बांग्लादेश का माना जा रहा है. कई अध्ययन में इसे कम संक्रामक पाया गया है लेकिन इसकी वजह से मौत का खतरा ज्यादा हो सकता है. अध्ययनकर्ताओं के मुताबिक, निपाह वायरस मुख्यरूप से दो तरह का पाया गया है. पहला मलेशिया स्ट्रेन और दूसरा बांग्लादेश स्ट्रेन. मलेशिया स्ट्रेन की वजह से संक्रमित व्यक्ति से दूसरे को संक्रमण होने का खतरा कम देखने को मिल रहा है, जबकि बांग्लादेश स्ट्रेन की वजह से इसका जोखिम ज्यादा है. इसके एक व्यक्ति से दूसरे में फैसले का खतरा ज्यादा है.

 

क्या संक्रमित व्यक्ति से दूसरों को खतरा

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एक्सपर्ट्स के मुताबिक, निपाह वायरस का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से पहुंच सकता है. इसलिए सोशल आइसोलेशन में रहना जरूरी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि निपाह का संक्रमण भी कोरोना की ही तरह ही एक-दूसरे में तेजी से फैल सकता है. संक्रमित व्यक्ति के यूरीन, ब्लड या छींकते वक्त निकली बूंदों के संपर्क में आने से स्वस्थ व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है. यही कारण है कि केरल में जितने भी संक्रमित पाए जा रहे हैं, उनमें स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है.

 

निपाह वायरस के संक्रमण से किसे सबसे ज्यादा खतरा

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, निपाह वायरस का संक्रमण किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है. इसमें भी शरीर की इम्यूनिटी का अहम रोल होता है. कमजोर इम्यूनिटी वाले इसकी चपेट में ज्यादा आ सकते हैं.  संक्रमित चमगादड़ और सुअरों के संपर्क में आए फलों या किसी चीज को खाने से संक्रमण हो सकता है. 

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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