खाने में फल-सब्ज़ियां अधिक खाएं महिलाएं, ब्रेस्ट कैंसर का ख़तरा हो सकता है कम – Best Hindi Health Tips (हेल्थ टिप्स), Healthcare Blog – News


वर्त्तमान समय में महिलाओं में अनेक प्रकार की बीमारियां देखने को मिल रही हैं, जिसमे से एक हैं ब्रेस्ट कैंसर। यह बीमारी अधिक गंभीर तथा जानलेवा मानी जाती हैं परन्तु इसका इलाज पूर्णरूप से हो सकता हैं। ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी पुरुषों में भी देखने को मिलती हैं परन्तु पुरुषों के अनुसार यह बीमारी महिलाओं में अधिक देखी जाती हैं। ब्रेस्ट कैंसर का इलाज रेडिएशन थेरेपी, सर्जरी, कीमोथेरेपी के द्वारा किया जा सकता हैं, इसके अलावा आपको इस बीमारी दौरान अपने खान-पान अपनी डाइट का भी अधिक ख्याल रखना चाहिए जिससे की ब्रेस्ट कैंसर की समस्या पूरी तरह से ठीक हो जाए।

 

 

यदि हम भारत की बात करे तो, कितनी महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी से ग्रसित हैं, तो देखा यह गया हैं कि ब्रेस्ट कैंसर कि समस्या अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में देखी जाती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं न होने के कारण महिलाओं को इस बीमारी का पता नहीं चल पाता हैं जिसकी वजह से ब्रेस्ट कैंसर के कारण होने वाली मृत्यु के आकड़ो में वृद्धि हो रही हैं। भारत में 2023 में ब्रेस्ट कैंसर से ग्रसित महिलाओं का आकड़ा 14% देखा गया हैं।

 

 

 

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ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में देखे जाने वाली एक आम समस्या हैं जिसे कि हिंदी में स्तन कैंसर के नाम से भी जाना जाता हैं। ब्रेस्ट कैंसर की स्थिति तब उतपन्न होती हैं, जब हमारी कोशिकाएं (सेल्स) ज़रूरत से ज्यादा बढ़ने लगती हैं। स्तन कैंसर की कोशिकाएं एक या एक से अधिक गांठ का निर्माण करती हैं जिसे की ट्यूमर भी कहा जा सकता हैं। यह गांठ स्तन के ऊपरी या निचले भाग में होती हैं।

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और संकेत क्या होते हैं ?

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण शुरुआत में नज़र नहीं आते हैं परन्तु इसके कुछ संकेत ऐसे होते हैं जिसके पता लगने पर आपको अपनी जाँच अवश्य करवानी चाहिए। ब्रेस्ट कैंसर के संकेत कुछ इस प्रकार होते है जैसे कि-

 

 

  • स्तन या बांह के नीचे गांठ

 

  • स्तन के आकार या आकृति में बदलाव

 

 

  • कंधे के नीचे गांठ जैसी सूजन

 

 

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के कारण क्या होते हैं ?

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के निम्नलिखित कारण होते हैं जैसे कि-

 

 

  • यदि किसी महिला की उम्र 50 से अधिक हो जाती हैं तो उन्हें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा अधिक रहता हैं।

 

  • ब्रेस्ट कैंसर की समस्या जेनेटिक भी होती हैं। यदि परिवार में किसी मनुष्य को यह बीमारी रही हो तो यह आगे भी हो सकती हैं।
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  • जिन महिलाओं को कम उम्र में मासिक धर्म (periods) शुरू हो जाते हैं उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता हैं।

 

  • यदि महिलाओं का वजन अधिक बढ़ जाए तो उन्हें भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता हैं।

 

  • कोई महिला अधिक धूम्रपान या शराब पीती हैं तो उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक रहता हैं।

 

  • मेनोपॉज देर से होने के कारण भी ब्रेस्ट कैंसर होने की सम्भावना बढ़ जाती हैं।

 

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर का इलाज किस प्रकार होता हैं ?

 

 

ब्रैस्ट कैंसर का इलाज निम्नलिखित प्रकारों से होता हैं जैसे की-

 

 

सर्जरी: यह स्तन कैंसर के लिए सबसे सामान्य इलाजों में से एक है, जिसमें स्तन से कैंसरीय ऊतक को निकाला जाता है। इसमें कई प्रकार की सर्जरी मौजूद हैं, जिनमें लंपेक्टमी, मास्टेक्टॉमी और लिम्फ नोड निकालना शामिल है।

 

 

रेडिएशन थेरेपी: इस थेरेपी में ज्यादा ऊर्जा वाले एक्स-रे का इस्तेमाल कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए किया जाता है।

 

 

कीमोथेरेपी: इसमें दवाओं का इस्तेमाल पूरे शरीर में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर सर्जरी के बाद बची कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए किया जाता है।

 

 

हार्मोन थेरेपी: इस थेरेपी में दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्तन कैंसर कोशिकाओं के विकास को उत्तेजित करने में मदद करने वाले हार्मोन की उत्पादन को ब्लॉक/कम करने में काम आते हैं।

 

 

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ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल-

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल-

 

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली
मणिपाल अस्पताल, द्वारका, नई दिल्ली
वेंकटेश्वर अस्पताल, द्वारका, नई दिल्ली
मैक्स मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, पंचशील पार्क, दिल्ली
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत, दिल्ली
फोर्टिस अस्पताल, शालीमार बाग़, नई दिल्ली

 

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए कोलकाता के अच्छे अस्पताल-

 

एएमआरआई अस्पताल, कोलकाता
अपोलो अस्पताल, कोलकाता
चार्नोक अस्पताल, कोलकाता
फोर्टिस अस्पताल, कोलकाता
मेडिका सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, कोलकाता

 

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए चेन्नई के अच्छे अस्पताल-

 

अपोलो कैंसर इंस्टिट्यूट, चेन्नई
अपोलो अस्पताल, चेन्नई
अपोलो प्रोटोन कैंसर अस्पताल, चेन्नई
एमजीएम अस्पताल,चेन्नई
सिम्स अस्पताल, चेन्नई
श्री कावेरी मेडिकल केयर, चेन्नई

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए मुंबई के अच्छे अस्पताल-

 

अपोलो अस्पताल, नई मुंबई
फोर्टिस अस्पताल, कल्याण, नई मुंबई
कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी अस्पताल, नई मुंबई
नानावती मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, मुंबई
लीलावती अस्पताल, मुंबई

 

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज केलिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल-

 

ला मिडास-मेडिकल एस्थेटिक एंड वेलनेस सेंटर एलएलपी, गुरुग्राम, हरियाणा
मेदांता द मेडिसिटी, गुरुग्राम, हरियाणा
मैक्स अस्पताल, गुरुग्राम, हरियाणा
आर्टेमिस अस्पताल, गुरुग्राम, हरियाणा
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम, हरियाणा
सीडीएएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, गुरुग्राम, हरियाणा
नीलकंठ अस्पताल प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम, हरियाणा

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यदि आप इन अस्पतालों में इलाज करवाना चाहते हैं तो आप हमारे इस (+91 9599004311) व्हाट्सएप नंबर पर सपर्क कर सकते हैं।

 

 

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के दौरान मरीज को क्या खाना चाहिए ?

 

 

ब्रेस्ट कैंसर के दौरान मरीज को डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों के अलावा अपने खान-पान पर भी अधिक ध्यान देना चाहिए। ब्रेस्ट कैंसर की स्थिति में मरीज को इन चीज़ो का सेवन अधिक करना चाहिए जैसे की-

 

 

हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं: हरी पत्तेदार सब्जियां सेहत के लिए अधिक फायदेमंद होती हैं। इनमें ढेर सारे विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर आदि होते हैं। ये तत्व शरीर में ट्यूमर को पनपने से रोकता है इसलिए कैंसर का खतरा कम हो जाता है। आपको अपने खाने में हरी सब्जियां जैसे-

 

  • पालक
  • चौलाई
  • धनिया
  • मेथी
  • साग
  • ब्रोकली

 

 

ग्रीन टी: ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपके शरीर में कैंसर के खतरे को कम करते हैं। ग्रीन टी में मौजूद EGCG नामक तत्व विशेष तौर पर ब्रेस्ट कैंसर को खत्म करने के लिए जाना जाता हैं।

 

 

प्याज और लहसुन खाएं: प्याज और लहसुनदोनों में ही पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि कैंसर को पनपने से रोकते हैं और इनका सेवन करने से शरीर को अधिक फायदे होते हैं।

 

 

मशरूम: मशरूम के सेवन से ट्यूमर की ग्रोथ रुकती है, इसलिए ब्रेस्ट कैंसर से ग्रसित मरीजों को अपनी डाइट में मशरूम अवश्य शामिल करना चाहिए।

 

 

अखरोट: अखरोट का सेवन करना भी महिलाओं की सेहत के लिए अच्छा है। इसमें साइटोस्टेरॉल् नाम का एक खास तत्व होता है, जो कैंसर और ट्यूमर को बढ़ने से रोकता है।

 

 

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ’S)

 

 

1. ब्रेस्ट कैंसर कैसे फैलता है ?

 

हाँ, ब्रेस्ट कैंसर फैलता है। यह स्तन के ऊतकों में विकार होने से होता है, जो असामान्य तरीको से विकसित होते हैं और सामान्य ऊतकों को नुकसान पहुंचाते हैं।

 

 

2. क्या ब्रेस्ट कैंसर की गांठ में दर्द होता है ?

 

ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती स्थिति में गांठ में दर्द नहीं होता है, लेकिन कुछ मामलों में ऐसा हो सकता है। इसके साथ ही, थोड़ा सा दर्द अक्सर स्तन के अन्य हिस्सों के साथ जुड़ा हो सकता है। यही वजह है, कि इसके गांठ के साथ जुड़े हुए अन्य लक्षणों की जांच होनी चाहिए।

 

 

3. ब्रेस्ट कैंसर में क्या खाना चाहिए ?

 

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इसके मरीज को एक स्वस्थ आहार लेना चाहिए, जो उनके शरीर को पूरी तरह से पोषण दे सके। सब्जियों, फलों, अनाज और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। साथ ही, पूरे दिन में पानी का अधिक मात्रा में सेवन जरूरी है।

 

 

4. ब्रेस्ट कैंसर के चेतावनी संकेत क्या है ?

 

ब्रेस्ट कैंसर के चेतावनी संकेत में स्तन के गांठ या उसके आसपास त्वचा में सूजन या उबाऊ, स्तनों का फूलना, स्तन के आकार में बदलाव, दर्द या तनाव महसूस होना शामिल होते हैं। इसके लक्षणों की जांच और समय रहते इलाज शुरू करना जरूरी होता है।

 

 

5. ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत कैसे होती है ?

 

ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत शरीर में अनियमित जीवनशैली के कारण होती है, जो स्तन के ऊतकों में विकार को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, अधिक उम्र, जेनेटिक, वजन बढ़ना, तंबाकू और अल्कोहल का उपयोग भी इसके जन्म में सहायक हो सकते हैं।

 

 

6. ब्रेस्ट कैंसर का पता कैसे लगाएं ?

 

ब्रेस्ट कैंसर का पता आपको अपने द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षणों से ही मिल सकता है। यदि आपको संकेत दिखते हैं, तो अपनी नियमित जांच कराएं और डॉक्टर से परामर्श लें।

 

 

7. ब्रेस्ट कैंसर का कैसे पता चलता है ?

 

स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट किए जा सकते हैं जैसे –

 

 

  • मैमोग्राम
  • अल्ट्रासाउंड
  • मैमोग्राफी ब्रैस्ट बायोप्सी
  • अल्ट्रासाउंड-निर्देशित ब्रेस्ट बायोप्सी
  • सीटी स्कैन
  • एमआरआई

 

 

यदि आप ब्रेस्ट कैंसर का इलाज करवाना चाहते हैं, या इससे सम्बंधित किसी भी समस्या का इलाज कराना चाहते हैं, या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। इसके अलावा आप प्ले स्टोर (play store) से हमारा ऐप डाउनलोड करके डॉक्टर से डायरेक्ट कंसल्ट कर सकते हैं। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमे [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

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