गर्भाशय हटाने का ऑपरेशन (हिस्टेरेक्टॉमी) की लागत क्या है – Best Hindi Health Tips (हेल्थ टिप्स), Healthcare Blog – News | GoMedii


वर्त्तमान समय में महिलाओं में गर्भाशय से सम्बंधित अनेक बीमारियां देखने को मिल रही हैं, जिसके कारण वह गर्भधारण करने में भी असमर्थ रहती हैं। यदि गर्भाशय से सम्बंधित कोई बीमारी इलाज के दौरान ठीक नहीं होती हैं तो डॉक्टर गर्भाशय निकालने की सलाह भी देते हैं जिसे की हिस्टेरेक्टॉमी कहा जाता हैं। आज हम इस लेख में हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी के बारे में बात करेंगे।

 

 

 

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी एक प्रकार की सर्जिकल प्रक्रिया हैं तथा यह गर्भाशय को निकालने के लिए की जाती हैं। हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी होने के बाद महिलाएं गर्भधारण (pregnant) नहीं कर पाती हैं और उन्हें मासिक धर्म (periods) भी नहीं होते हैं। गर्भाशय से सम्बंधित ऐसी कई बीमारियां हैं जिनके ठीक न होने पर चिकित्सक को हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी करनी पड़ती हैं।

 

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के कितने प्रकार होते हैं ?

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के चार प्रकार होते हैं-

 

 

टोटल हिस्टेरेक्टॉमी: इस सर्जरी में गर्भाशय और ग्रीवा (cervix) दोनों को निकाल दिया जाता हैं, परन्तु अंडाशय (ovary) को नहीं निकाला जाता हैं।

 

 

सुप्रासर्विकल हिस्टेरेक्टॉमी: सुप्रासर्विकल हिस्टेरेक्टॉमी में गर्भाशय का ऊपरी हिस्सा निकाला जाता हैं, परन्तु इस सर्जरी में ग्रीवा (cervix) को नहीं निकाला जाता हैं।

 

 

द्विपक्षीय सैल्पिंगो-ओफ़ोरेक्टॉमी के साथ कुल हिस्टेरेक्टॉमी: यह सर्जरी तब की जाती हैं, जब गर्भाशय कैंसर की स्थिति होती हैं। इस सर्जरी में गर्भाशय के साथ ग्रीवा, ओवरी और फैलोपियन ट्यूब को भी निकाल दिया जाता हैं।

 

 

द्विपक्षीय सैल्पिंगो-ओफोरेक्टॉमी के साथ रेडिकल हिस्टेरेक्टॉमी: इस सर्जरी को भी कैंसर की स्थिति में किया जाता हैं। इस सर्जरी में गर्भाशय के साथ ग्रीवा (cervix), ओवरी (ovary), फैलोपियन ट्यूब (fallopian tube) और वैजाइना (vagina) का ऊपरी हिस्सा भी निकाल दिया जाता हैं।

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भारत में हिस्टेरेक्टॉमी की लागत क्या है ?

 

 

भारत में हिस्टेरेक्टॉमी की कुल लागत लगभग 1,10,000 रुपये से लेकर 3,70,000 रुपये तक हो सकती है। हालांकि, भारत में कई प्रमुख अस्पताल के डॉक्टर हिस्टेरेक्टॉमी के विशेषज्ञ हैं। लेकिन लागत अलग-अलग अस्पतालों में अलग-अलग होती है।

 

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के लिए अच्छे अस्पताल

 

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल

 

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के लिए बैंगलोर के अच्छे अस्पताल

 

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के लिए मुंबई के अच्छे अस्पताल

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के लिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल

 

 

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के बाद देखभाल कैसे करें ?

 

 

हिस्टेरेक्टॉमी के बाद मनुष्य को अपना ध्यान पूर्णरूप से रखना चाहिए जैसे की-

 

 

  • सर्जरी के बाद मरीज की स्थिति को देखते हुए एक या दो दिन हॉस्पिटल में भर्ती रखा जा सकता है।
  • प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों तक ब्लीडिंग हो सकती है।
  • हिस्टेरेक्टॉमी में पेट पर लगने वाला चीरा कुछ दिनों में ठीक तो हो जाता है लेकिन पेट पर उसका निशान रहेगा।
  • सर्जरी के बाद पूर्णरूप से ठीक होने में करीब डेढ महीने का समय लग सकता है।
  • सर्जरी के बाद पूर्ण आराम की आवश्यकता नहीं है लेकिन ज्यादा आराम करें ।
  • सर्जरी के बाद खुद के छोटे-मोटे काम किये जा सकते हैं लेकिन भारी वस्तुएं नहीं उठाएं।
  • हिस्टेरेक्टॉमी के बाद छह सप्ताह तक शरीर को थकाने वाली गतिविधियों से बचें ।
  • सर्जरी के बाद शारीरिक संबंध फिर से शुरू करने से पहले कम से कम डेढ सप्ताह इंतजार करें।
  • सर्जरी के बाद माहवारी (periods) नहीं आएगी और गर्भधारण की संभावना नहीं होगी।
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