गॉल ब्लैडर कैंसर का इलाज और अच्छे अस्पताल – Best Hindi Health Tips (हेल्थ टिप्स), Healthcare Blog – News | GoMedii


पित्ताशय की थैली एक छोटा आकार का अंग है जो पेट के दाईं और लिवर के ठीक नीचे स्थित होता है। पित्ताशय का मुख्य कार्य लिवर द्वारा उत्पादित पित्त को इकट्ठा करना होता हैं, तथा भोजन के बाद यह पाचन में सहायता करता हैं। आज हम बात करेंगे गॉल ब्लैडर कैंसर को (पित्ताशय की थैली) का कैंसर भी कहा जाता हैं। यह एक अधिक घातक और दर्दनाक बीमारियों में से एक होती हैं इसका इलाज समय पर होना अधिक आवश्यक होता हैं अन्यथा मनुष्य कि जान को भी खतरा हो सकता हैं।

 

 

 

 

 

गॉल ब्लैडर का कैंसर एक ऐसी बीमारी हैं जिसमें पित्ताशय कि थैली के ऊतकों में कैंसर कोशिकाओं का निर्माण होता हैं तथा जो कैंसर कोशिकाएं होती हैं वह अनियमित रूप से विकसित होने लगती हैं। गॉल ब्लैडर कैंसर के लक्षणों का पता लगाना अधिक मुश्किल होता हैं इसलिए गॉल ब्लैडर से सम्बंधित किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या होती हैं तो डॉक्टर से अवश्य संपर्क करे।

 

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के लक्षण क्या होते हैं ?

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के लक्षणों का पता आसानी से नहीं चल पाता इसलिए गॉल ब्लैडर से सम्ब्नधित कोई बीमारी या कोई समस्या हो तो उसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करे। डॉक्टर के अनुसार गॉल ब्लैडर कैंसर के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं जैसे की-

 

 

  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होना
  • बुखार आना
  • पीलिया होना
  • सूजन होना
  • जी मिचलाना
  • भूख कम लगना
  • गंभीर खुजली होना
  • पेट में गांठ होना
  • उल्टी होना
  • वजन घटना
  • बार-बार पेशाब होना
  • पेशाब का रंग गहरा होना
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गॉल ब्लैडर कैंसर होने के कारण क्या हो सकते हैं ?

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के निम्नलिखित कारण होते हैं जैसे की –

 

 

  • यदि किसी मनुष्य के पित्त की नलियों में कोई समस्या होती हैं तो उसे गॉल ब्लैडर कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता हैं।

 

  • मोटापा अधिक होना।

 

  • अनुवांशिकता के कारण भी गॉल ब्लैडर कैंसर हो सकता है।

 

  • टाइफाइड, साल्मोनेला बैक्टीरिया की वजह से भी यह कैंसर हो सकता है।

 

  • रबर और कपड़ा उद्योगों के संपर्क में आने से भी गॉल ब्लैडर कैंसर का खतरा रहता हैं।

 

  • नाइट्रोमिन के संपर्क में आने से।

 

  • धूम्रपान और शराब का सेवन करने से भी गॉल ब्लैडर कैंसर होता हैं।

 

  • पित्त की पथरी और सूजन होने से।

 

  • डायबिटीज से ग्रसित मरीजों को भी गॉल ब्लैडर कैंसर हो सकता हैं।

 

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर की जाँच करने के लिए टेस्ट किस प्रकार होते हैं ?

 

गॉल ब्लैडर कैंसर का इलाज करने से पहले डॉक्टर जाँच करते हैं जिसमें की कुछ टेस्ट होते हैं जैसे की –

 

  • सीटी स्कैन: इस टेस्ट के द्वारा शरीर के अंदरूनी तस्वीर ली जाती हैं और यह पता लगाया जाता हैं की शरीर में कैंसर किस हद तक फ़ैल गया हैं।

 

  • एक्स- रे: यदि मरीज के मूत्राशय मार्ग में कोई दिक्कत होती हैं वह एक्स- रे से पता लग जाती हैं।

 

  • यूरिन साइटोलॉजी कराना: अक्सर, डॉक्टर यूरिन साइटोलॉजी (urine cytology) से भी मूत्राशय कैंसर की पहचान की जाती है।इसमें यूरिन के नमूने की जांच माइक्रोस्कोप में रखकर की जाती है और इस बात का पता लगाया जाता है कि क्या किसी व्यक्ति के यूरिन में कैंसर की कीटाणु मौजूद हैं अथवा नहीं।
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  • सिस्टोस्कोपी, बायोप्सी कराना: वर्तमान समय में, मूत्राशय कैंसर की पहचान सिस्टोस्कोपी (cystoscope) + बायोप्सी के द्वारा की जाती है।

 

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर का इलाज कैसे हो सकता हैं ?

 

ब्लैडर कैंसर का इलाज उसकी स्थिति के अनुसार होता हैं तथा इलाज से पहले मरीज की जाँच की जाती है। डॉक्टर के अनुसार ब्लैडर कैंसर का इलाज कुछ इस प्रकार होता हैं।

 

  • कीमोथेरेपी: यह कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाइयों के उपयोग से की जाती हैं। कीमोथेरेपी का इस्तेमाल उन ऊतकों के लिए किया जाता हैं जो मूत्राशय की दीवार तक ही सिमित होते हैं।

 

  • रेडिएशन थेरेपी: रेडिएशन थेरेपी का उपयोग कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए किया जाता हैं जब मरीज को सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती हैं तो उसके बाद डॉक्टर इसी का विकल्प चुनते हैं।

 

  • इम्यूनोथेरपी: यह थेरेपी कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करने के लिए की जाती हैं।

 

  • सर्जरी: गॉल ब्लैडर कैंसर में सर्जरी कैंसर कोशिकाओं को हटाने के लिए की जाती हैं। यह अधिकतर मूत्राशय की आतंरिक परतों से कैंसर कोशिकाओं को हटाने के लिए की जाती हैं।

 

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के लिए अच्छे अस्पताल।

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल –

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के लिए चेन्नई के अच्छे अस्पताल –

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के लिए मुंबई के अच्छे अस्पताल –

 

 

गॉल ब्लैडर कैंसर के लिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल-

 

 

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