जाने पेट में इन्फेक्शन को जल्दी कम करने के घरेलू उपाय – Best Hindi Health Tips (हेल्थ टिप्स), Healthcare Blog – News


पेट में इन्फेक्शन होना एक बहुत दर्दनाक बीमारी होती हैं, इस बीमारी में पेट और आंतो में सूजन आ जाती हैं तथा जलन भी होने लगती हैं, जिसे की गैस्ट्रोएन्टराइटिस भी कहा जाता हैं। इस बीमारी को पेट के फ्लू (flu) के नाम से भी जाना जाता हैं। यह अधिकतर अनियमित खानपान के कारण हो जाता हैं तथा इसका जल्द ठीक होना संभव नहीं होता। पेट में इन्फेक्शन की समस्या अधिकतर गर्मियों में देखी जाती हैं। पेट में इन्फेक्शन होने के दौरान लापरवाही बिलकुल नहीं बरतनी चाहिए, क्योकि इसके अधिक गंभीर होने पर अधिक परेशानी होने लगती हैं| इसलिए इसका इलाज समय पर डॉक्टर से करवा लेना चाहिए।

 

गंभीर स्थिति में आंतो को कमजोर करने वाले इस इन्फेक्शन के इलाज के लिए मेडिकल हेल्प बहुत आवश्यक होती हैं इसलिए किसी भी व्यक्ति को पेट से जुड़े कुछ लक्षण महसूस होते हैं उन्हें वे बिलकुल भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। पेट में इन्फेक्शन होने के कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती हैं क्योकि इस स्थिति में पेट खराब हो जाता हैं और उल्टी भी होने लगती हैं जिससे की पानी की कमी हो जाती हैं।

 

 

 

 

 

पेट में इन्फेक्शन के दो प्रकार होते हैं-

 

 

वायरल गैस्ट्रोएन्टराइटिस: वायरल गैस्ट्रोएन्टराइटिस अनेक प्रकार के वायरस के कारण पेट और आंतो में होने वाली सूजन है इसे पेट का फ्लू भी माना जाता हैं। यह अत्यधिक संक्रामक बीमारियों में से एक हैं यह संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से या फिर दूषित भोजन या पानी का सेवन करने से फैलती हैं।

 

बैक्टीरियल गैस्ट्रोएन्टराइटिस: बैक्टीरिया द्वारा आंत में होने वाले संक्रमण को बैक्टीरियल गैस्ट्रोएन्टराइटिस कहते हैं गैस्ट्रोएन्टराइटिस के मामले अधिकतर वायरस संक्रमण के कारण फैलती हैं। बैक्टीरियल गैस्ट्रोएन्टराइटिस स्वास्थ्य पर उचित ध्यान न देने से होता हैं।

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पेट में इन्फेक्शन के लक्षण किस प्रकार नज़र आते हैं ?

 

 

पेट में इन्फेक्शन के लक्षण अधिकतर पेट से ही जुड़े होते हैं यह लक्षण आसानी से नज़र आने लगते हैं इसलिए शुरूआती में ही डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए। डॉक्टर के अनुसार पेट में इन्फेक्शन के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं जैसे की –

 

 

  • पेट में दर्द होना
  • पेट ख़राब होना
  • उल्टी होना
  • शरीर में अधिक कमजोरी महसूस होना
  • भूख कम लगना
  • बुखार आना
  • पेट में मरोड़ होना
  • बदहज़मी या अपच होना
  • पेट का अधिक फूलना

 

 

 

पेट में इन्फेक्शन के कारण क्या हो सकते हैं ?

 

 

पेट में इन्फेक्शन होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि दूषित खाने को खा लेना,या दूषित पानी का सेवन कर लेना। इसके आलावा किसी गंदे या बिना धुले हुए बर्तन में कुछ भी खा लेना। इसलिए कहा जाता है कि बिना धुले हुए ,काफी समय से बाहार रखे हुए,या कटे फलों का सेवन न करें। क्योंकि इनमें खराब बैक्टीरिया (Bacteria) की मात्रा ज्यादा हो सकती है। जिसके कारण आप बीमार हो सकते हैं। या पेट में इन्फेक्शन या सूजन भी आ सकती है। इन्फेक्शन से बचने के लिए आपको सफाई का ध्यान ज्यादा रखने की जरूरत होती है। ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचा जा सके।

 

 

 

पेट में इन्फेक्शन कम करने के घरेलु उपाय क्या होते हैं ?

 

 

यदि कोई व्यक्ति पेट के इन्फेक्शन से अधिक परेशान हैं तो वह सबसे पहले डॉक्टर को दिखाए ताकि वह इसकी जाँच करके इसके कारण का पता लगाए तथा इसका इलाज बताए। इन्फेक्शन को ठीक करने की स्थिति कुछ अपने हाथ में भी होती हैं जैसे की स्वछता का ध्यान अधिक रखना दूषित पदार्थो से दूरी बनाये रखना, डॉक्टर की सलाह द्वारा दी गयी दवाइयों के साथ साथ इन बातो का भी ख्याल रखना अत्याधिक आवश्यक हैं| माना जाता हैं पेट के इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए कुछ घरेलु उपाय भी किये जा सकते हैं इसलिए दवाइयों के साथ-साथ यदि मरीज इन चीज़ो का सेवन भी करे तो बहुत फायदेमंद होगा जैसे की –

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केले का सेवन करे: मरीज को इस स्थिति में अधिकतर फ्रूट्स (fruits) का सेवन करना चाहिए। केला पाचन के लिए लाभदायक होता हैं यदि मरीज को इन्फेक्शन के दौरान पेट ख़राब होता हैं या उल्टियाँ होती हैं तो उसमें जो पोटैशियम ख़त्म होता हैं उससे ठीक करने में यह मदद करता हैं।

 

 

नारियल पानी: पानी के अलावा नारियल पानी भी पेट के इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए लाभदायक होता हैं यह बिना किसी अतिरिक्त चीनी के इलेक्ट्रोलाइट का एक प्राकृतिक स्त्रोत हैं। नारियल पानी अन्य पोषक तत्वों से भरा हुआ होता हैं इसलिए इसका सेवन इस स्थिति में अधिक करना चाहिए।

 

 

दही: पेट में इन्फेक्शन के दौरान दही का सेवन जरूर करना चाहिए| यदि इसे चावल में मिलाकर भी खाया जाये तो वह भी मह्त्वपूर्ण होता हैं दही पेट के गुड बैक्टीरिया को फिर से उत्पन्न करती हैं तथा यह ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में भी मदद करती हैं।

 

 

हल्‍दी और शहद का सेवन करे: एंटीबॉयोटिक गुण से भरपूर हल्दी से सभी रोगों का इलाज संभव है यह पेट में होने वाले संक्रमण को दूर करने का सबसे अच्छा प्राकृतिक उपचार माना जाता है। पेट में होने वाले संक्रमण को दूर करने के लिए 1 चम्‍मच हल्‍दी के पाउडर में 6 छोटे चम्‍मच शहद मिलाकर इसे एक हवा बंद जार में सुरक्षित रूप से रख लें। फिर इसे रोज दिन में दो बार आधा-आधा चम्‍मच खाएं कभी पेट की कभी बीमारी नही होगी।

 

 

पुदीना: पुदीना (Mint) का सेवन पेट के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। पुदीना का सेवन करने से पेट संबंधी कई परेशानियां दूर होती है। साथ ही दस्त और पेट दर्द जैसी शिकायत भी दूर होती है। इसके लिए आप पुदीने के जूस का सेवन कर सकते हैं।

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चावल का पानी: अगर आपका पेट ज्‍यादा खराब हो गया है या फिर डायरिया (diarrhea) हो गया है तो, चावल का पानी पिएं। एक पैन में आधा कप सफेद चावल डाल कर 6 कप पानी के साथ पकाएं। इस पानी को छान कर ठंडा कर लें। फिर इसमें आधा चम्‍मच शहद और दालचीनी पाउडर मिक्‍स करें। इस पानी को धीरे धीरे हर घंटे पर पिएं।

 

 

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