डेंगू एक मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी हैं जो की एडीज मच्छर के काटने से होती हैं। डेंगू एक ऐसा संक्रमण हैं जिसके लक्षण संक्रमण होने के 3 से 10 दिन के बाद ही नज़र आते हैं। माना जाता हैं कि यदि डेंगू का इलाज सही तरह से न हो पाए तो मरीज की जान को भी खतरा हो सकता हैं। डेंगू का सबसे पहला लक्षण बुखार होता हैं यदि किसी मनुष्य को अधिक समय तक बुखार रहता हैं तो वह डॉक्टर से अवश्य जांच कराए।
डेंगू एक ऐसा संक्रमण हैं जिसके लक्षण आसानी से सामने नहीं आते हैं यदि समय रहते इसका इलाज न कराया जाए तो मरीज की मौत भी हो सकती हैं। डॉक्टर के अनुसार डेंगू के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं जैसे की –
- सिर में तेज दर्द
- बुखार आना
- आंखों में दर्द
- रैशेज की समस्या
- जोड़ों में तेज दर्द
- हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द होना
- जी मिचलाना या उल्टी
डेंगू का बुखार कितने समय तक रहता हैं ?
डेंगू का बुखार मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली और संक्रमण पर निर्भर करती हैं। अधिकतर देखा जाता हैं कि बुखार 3 से 4 दिनों तक रहता हैं परन्तु डेंगू का बुखार एक सप्ताह से 10 दिन तक रह सकता हैं ऐसे में डॉक्टर पहले बुखार को कम करने की कोशिश करते हैं। डेंगू में बुखार के अलावा अन्य लक्षण भी होते हैं जो की गंभीर होते हैं। डेंगू की शुरुआत में ही डॉक्टर से संपर्क करना अधिक फायदेमंद रहता हैं।
डेंगू में प्लेटलेट काउंट कितना होना चाहिए?
सामान्य स्वस्थ व्यक्ति का प्लेटलेट काउंट 1 से 1.5 लाख तक होना चाहिए। लेकिन डेंगू होने पर प्लेटलेट काउंट घटता है, जो कि सामान्य बात है। आमतौर पर 40- 50,000 तक प्लेटलेट काउंट घट जाने पर कोई चिंताजनक बात नहीं होती। इसे सही डाइट और दवा के जरिए बढ़ाया जा सकता है। लेकिन 40,000 से कम होने पर डेंगू शॉक सिंड्रोम का खतरा होता है। वहीं अगर प्लेटलेट काउंट 10-20 हजार तक आ गया तो ये स्थिति खतरनाक हो सकती है। ऐसे में चिकित्सक की देख-रेख में ही मरीज का इलाज कराना चाहिए।
डेंगू में किन चीज़ो का सेवन अधिक करना चाहिए ?
डेंगू में उन चीज़ो का सेवन अधिक करना चाहिए जिनसे प्लेटलेट काउंट बढे और मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली भी स्ट्रांग रहे। डॉक्टर के अनुसार मरीज को डेंगू में कुछ इन चीज़ो का सेवन करना चाहिए जैसे की –
पपीते के पत्तों का जूस: डेंगू बुखार में पपीते के पत्तों को बेहद फायदेमंद माना जाता है,जो ब्लड प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं तथा डेंगू के बुखार को कम करने के लिए भी पपीतों के पत्तों का जूस फायदेमंद होता हैं।
हल्दी: हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है, जो मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी को बूस्ट करती है। रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना डेंगू मरीज के लिए फायदेमंद हो सकता हैं।
नारियल पानी: नारियल पानी में एंटीऑक्सीडेंट्स, अमीनो- एसिड, एंजाइम्स, विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको हाइड्रेट रख सकता है, डेंगू बुखार के कारण शरीर काफी कमजोर हो जाता हैं, कमजोरी को दूर करने के लिए आप नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं।
संतरा: संतरे में विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है। संतरे में मौजूद जरूरी तत्व डेंगू के मरीजों को ठीक करने में मदद करते हैं। इसमें डेंगू में रोकथाम और शरीर को तेजी से ठीक करने वाले महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट होते है। डेंगू के मरीज को डॉक्टर्स द्वारा भी इस फल को खाने की सलाह दी जाती है।
अंडा: डेंगू के मरीजों को अपने आहार में अंडे को शामिल करना चाहिए। दरअसल, अंडे में प्रोटीन और आयरन भरपूर रूप से मौजूद होता है। यह दोनों ही पोषक तत्व डेंगू मरीजों के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा इसमें कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जैसे- कैल्शियम, विटामिन- बी, पोटैशियम इत्यादि। यह सभी पोषक तत्व डेंगू मरीजों के लिए जरूरी होते हैं। अंडा खाने से इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ-साथ शरीर में आयरन की कमी भी पूरी हो सकती है।
हर्बल टी: हर्बल टी कई पोषक तत्वों से भरी होती है और ये आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है। आप इसके फायदेमंद प्रभाव के लिए इसमें इलायची, अदरक से लेकर दालचीनी भी डाल सकते हैं। हर्बल टी का ताजा स्वाद आपके मन को भी तरोताजा करता है और आपको डेंगू से जल्दी ठीक होने में मदद भी करता है।
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