‘दंगल गर्ल’ सुहानी को थी ये खतरनाक बीमारी, डर्मेटोमायोसाइटिस से हर साल इतने लोगों की होती है मौत



<p style="text-align: left;">बॉलीवुड की चर्चित ‘दंगल गर्ल’ सुहानी की मौत हो गई. वह डर्मेटोमायोसाइटिस नामक एक दुर्लभ और खतरनाक बीमारी से जूझ रही थीं. यह खबर सुनकर उनके प्रशंसकों में चिंता की लहर दौड़ गई. डर्मेटोमायोसिटिस एक दुर्लभ बीमारी है जो शरीर की मांसपेशियों में सूजन और कमजोरी लाती है, साथ ही साथ त्वचा पर खास तरह के लाल चकत्ते भी दिखाई देते हैं. यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है लेकिन आमतौर पर यह वयस्कों में 40 से 60 वर्ष की उम्र के बीच और बच्चों में 5 से 15 वर्ष की उम्र के बीच देखने को मिलती है. महिलाओं में यह बीमारी पुरुषों की तुलना में ज्यादा देखी जाती है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: left;"><strong>जानें क्या है इलाज&nbsp;<br /></strong>डर्मेटोमायोसिटिस एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई पूरा इलाज नहीं है, फिर भी इलाज से इसके लक्षणों को बहुत कम किया जा सकता है. इस बीमारी में, व्यक्ति की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं और त्वचा पर लाल चकत्ते दिखाई देते हैं. इलाज का मुख्य लक्ष्य होता है इन चकत्तों को ठीक करना और मांसपेशियों को फिर से मजबूत बनाना. इसके लिए डॉक्टर दवाइयां, कुछ खास थेरेपी और कभी-कभी खास तरह का खानपान भी सुझाव देते हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: left;"><strong>जानें कितने लोगों की होती है मौत <br /></strong><span style="font-family: -apple-system, BlinkMacSystemFont, ‘Segoe UI’, Roboto, Oxygen, Ubuntu, Cantarell, ‘Open Sans’, ‘Helvetica Neue’, sans-serif;">डर्मेटोमायोसाइटिस एक ऐसी बीमारी है जो शायद ही सुनने में आती है, लेकिन इसका असर काफी गंभीर होता है. यह बीमारी मांसपेशियों में सूजन और कमजोरी लाती है और त्वचा पर चकत्ते बनाती है. इस बीमारी के कारण हर साल हज़ारों लोगों की मौत हो जाती है. हर साल, दुनिया भर में इस बीमारी के कारण कितने लोगों की मौत होती है, इसका सटीक आंकड़ा देना मुश्किल है क्योंकि यह बहुत ही दुर्लभ है और हर जगह इसकी रिपोर्टिंग और निगरानी अलग-अलग तरह से की जाती है.&nbsp; लेकिन, यह जानना महत्वपूर्ण है कि अगर समय पर उचित उपचार न मिले तो यह जानलेवा भी हो सकती है.</span></p>
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<p style="text-align: left;"><strong>जानें किस अंग को करता है प्रभावित&nbsp;<br /></strong>इस बीमारी के गंभीर मामलों में, जब यह फेफड़ों और हृदय जैसे महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करती है, तो जीवन के लिए खतरा बढ़ जाता है. सही इलाज और देखभाल से बीमारी के प्रभाव को कम किया जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है. इसलिए, इस बीमारी के प्रति जागरूकता और समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करना जान को बचाने के लिए अधिक महत्वपूर्ण है.&nbsp;<br /><strong><span class="termHighlighted"><br />Disclaimer</span>: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</strong></p>
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