पेट में इन्फेक्शन के दो प्रकार होते हैं, बैक्टीरियल (Bacterial) और गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis), जब आपके पेट में बैक्टीरिया का संक्रमण होता है तब इससे आपकी आंतों और पेट में सूजन आ जाती है। आप उल्टी, दस्त और पेट में गंभीर ऐंठन जैसे लक्षणों का भी अनुभव करते हैं।
जबकि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण के पीछे हैं, “फूड पॉइजनिंग” (Food poisoning) इसका एक कारण होता है। खान-पान में स्वच्छता ना होना भी पेट में इन्फेक्शन का कारण हो सकता है। यदि आप जानवरों के साथ ज्यादा संपर्क में आते हैं या दूषित पानी पीते हैं तो ये इन्फेक्शन आपको भी हो सकता है।
पेट में इन्फेक्शन के लक्षण
गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis) का मुख्य लक्षण दस्त है, जो तब होता है जब आपके मल में पानी निकलता है और आपको बार-बार और तुरंत शौचालय जाने की जरुरत होती है। दस्त गैस्ट्रोएंटेराइटिस का एक प्राथमिक लक्षण है, दस्त के कई अन्य कारण हैं :
- मतली और उल्टी
- पेट में दर्द और ऐंठन
- हल्का बुखार और ठंड लगना
- भूख में कमी
पेट में इन्फेक्शन के कारण
गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis) का सबसे आम कारण एक वायरल, बैक्टीरियल इन्फेक्शन है यह एक परजीवी संक्रमण (Parasitic infection) है। वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Viral Gastroenteritis) के सबसे आम कारण नोरोवायरस (Norovirus) और रोटावायरस (Rotavirus) हैं। एस्चेरिचिया कोलाई (Escherichia coli), साल्मोनेला (Salmonella) और कैम्पिलोबैक्टर (Campylobacter) बैक्टीरिया गैस्ट्रोएंटेराइटिस के सबसे आम कारण हैं। परजीवी गैस्ट्रोएंटेराइटिस आमतौर पर गियरडिया (Giardia) के कारण होता है।
नोरोवायरस (Norovirus) बच्चों और वयस्कों दोनों को अपना शिकार बना सकता है, जबकि रोटावायरस (Rotavirus) मुख्य रूप से शिशुओं और बच्चों को बहुत जल्दी इंफेक्शन होता है।
बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis) किसी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलता है। जब वह व्यक्ति अपने संक्रमित हाथों से भोजन करता है, किसी वस्तु या अन्य लोगों को छूता है, तो इससे वे दूसरों को भी संक्रमित करता है। यदि आप अपने संक्रमित हाथों से अपनी आँखें, मुँह, या अपने शरीर के अन्य खुले भागों को छूते हैं, तो ऐसा करके आप अपने शरीर में इस इफेक्शन को बुलावा देते हैं।
पेट में इन्फेक्शन से बचाव के उपाय
गैस्ट्रोएंटेराइटिस के ज्यादा गंभीर मामलों में अधिकांश लोग डॉक्टर से सलाह लेते हैं। अपने आप को कैसे उस समय बचा सकते हैं :
- अपने पेट के इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए हैवी चीजों का सेवन बिल्कुल बंद करें।
- डेयरी उत्पाद, कैफीन, शराब, निकोटीन का सेवन करने से बचें।
- शक्कर, वसायुक्त खाद्य पदार्थों को खाने से बचें।
- प्रतिदिन बहुत सारा पीना पिएं, इसके आलावा आप कुछ अन्य तरल पदार्थ का सेवन भी कर सकते हैं।
- आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थों जैसे टोस्ट, केला, चावल और आलू का सेवन करें।
- इस बात का भी ध्यान रहे कि आपको भरपूर आराम करना है, क्योंकि इसकी वजह से थकान कम होगी। जिस समय पेट में इन्फेक्शन होता है उस समय पूरे शरीर में कमजोरी रहती है।
पेट में इन्फेक्शन के घरेलु उपचार
केला
केले में पोटैशियम होता है जो पेट के इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद करता है। यह बहुत जल्दी से पच भी जाता है और पेट को ठीक करता है।
हींग
यदि आप अपने पेट के इन्फेक्शन को खत्म करना चाहते हैं, तो आपको सुबह खाली पेट हल्के गुनगुने पानी के साथ थोड़ी सी हींग लेना आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। ये पेट के कीड़ो को मारने का काम करता है।
शहद
शुद्ध शहद को दालचीनी पाउडर में मिलाकर खाने से पेट संबंधी किसी भी तरह की समस्या को ठीक किया जा सकता है। यह गैस्ट्रिक की समस्या को जड़ से खत्म करता है।
हल्दी
पेट के संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए, 1 चम्मच हल्दी पाउडर में 6 चम्मच शहद मिलाएं और इसे एक एयरटाइट जार में रखें। फिर इसे आधा चम्मच दिन में दो बार खाएं। ऐसा करने पर पेट में इन्फेक्शन जल्दी ठीक होता है।
पेट में इन्फेक्शन मौसम बदलने के दौरान ज्यादा होता है क्योंकि उस दौरान लोग बाहर का खाना ज्यादा खाते है। दरअसल बाहर के खाने में साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है, इसलिए जब आप उसे खाते हैं तो आपको पेट से जुड़े कई तरह के इन्फेक्शन होते हैं। यदि आपको भी पेट में इन्फेक्शन है और यह ठीक नहीं हो रहा है तो ऐसे में आप हमारे डॉक्टर से सलाह लें सकते हैं।
यदि आपको इससे जुड़ी कोई समस्या है और अगर आप इसका इलाज पाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) संपर्क कर सकते हैं। हमसे संपर्क करने के लिए या हमें [email protected] पर ईमेल कर सकते हैं।
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