शरीर में जब खून की कमी होने लगती है यानि एनीमिया के कारण भी पैर फूलने लगता है. शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी यानि ऑक्सीजन की कमी के कारण पैर फूलने लगता है. इसके कारण दिल को ब्लड पंप करने में मेहनत होती है.
हाइपोथायरायडिज्म एक गंभीर बीमारी है जिसमें गले में मौजूद थायराइड ग्लैंड सही मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बना पाते हैं जिसके कारण शरीर में फ्लूड का बैलेंस ठीक नहीं रहता है. शरीर में जब थायराइड का लेवल कम होता है तो पैरों में फ्लूड जमने लगता है.
दिल से जुड़ी बीमारी कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर या कार्डियोमायोपैथी पैरों में सूजन के कारण हो सकते हैं. इसके कारण दिल ठीक से ब्लड को पंप नहीं कर पाता है. जिसके कारण ब्लड सर्कुलेशन पर काफी बुरा असर पड़ता है.
किडनी ब्लड से टॉक्सिक पदार्थों को फिल्टर करने का काम करता है. ऐसे में जब किडनी में गड़बड़ी शुरू होती है तब यह काम वो ठीक से नहीं कर पाता है. इसके कारण भी पैर पूलने लगते हैं.
लिवर सिरोसिस की बीमारी में भी पैरों में सूजन होते हैं. जैसे-जैसे लिवर सिरोसिस बढ़ती है हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है. लिवर सिरोसिस के कारण भी पैरों में सूजन बढ़ने लगता है.
Published at : 19 Apr 2024 05:55 PM (IST)