<p class="whitespace-pre-wrap" style="text-align: left;">गर्भावस्था के पहले तीन महीने एक महिला के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं. इन महीनों में उसके शरीर में कई बदलाव आते हैं और बच्चे का विकास भी तेजी से होता है.सबसे पहले तो, इस दौरान भ्रूण में मुख्य अंग जैसे दिल, दिमाग और रीढ़ की हड्डी बनने लगते हैं. ये अंग बच्चे के लिए बहुत जरूरी होते हैं. दूसरा, यह समय गर्भपात या दूसरी समस्याओं का होने का खतरा ज्यादा होता है. इसलिए महिला को खास ध्यान रखना पड़ता है. तीसरा बदलाव, महिला के शरीर और हार्मोन्स में भी बहुत उतार-चढ़ाव आने लगते हैं. उन्हें बार-बार उल्टी या चक्कर आ सकते हैं और वो थकान महसूस करती है. इसलिए महिलाों को पहले तीन महीने में खास ध्यान रखने को कहा जाता है. आइए जातने हैं कैसे? </p>
<p class="whitespace-pre-wrap" style="text-align: left;"><strong>स्वस्थ भोजन <br /></strong>गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ भोजन बहुत जरूरी हो जाता है. यह मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है.गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन सब्जियों, फलों, स्वस्थ अनाज और प्रोटीन युक्त आहार लेना चाहिए. ये सभी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो बच्चे के विकास के लिए जरूरी होते हैं. इसके अलावा, पानी पीना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह शरीर को हाइड्रेट रखता है।.मीठा, तला-भुना और जंक फूड खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह मोटापा और अन्य समस्याएं पैदा कर सकता है. </p>
<p class="whitespace-pre-wrap" style="text-align: left;"><strong>पर्याप्त नींद लेनी चाहिए</strong><br />गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी हो जाता है. जब महिला गर्भवती होती है तो उसका शरीर काफ़ी बदलावों से गुजर रहा होता है. नए ऊतक और अंग बन रहे होते हैं.ऐसे में शरीर को आराम की जरूरत पड़ती है ताकि ये नए बदलाव आसानी से हो सकें. अगर पर्याप्त नींद ना मिले तो वजन बढ़ सकता है, ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है और मांसपेशियों में दर्द भी हो सकता है. इसलिए, डॉक्टर्स की सलाह होती है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को रोजाना 8-10 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. यह मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा. </p>
<p class="whitespace-pre-wrap" style="text-align: left;"><strong>तनाव से बचना चाहिए<br /></strong>गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को तनाव से बचना बेहद जरूरी होता है. शरीर और दिमाग दोनों ही काफी प्रभाव में रहते हैं, ऐसे में तनाव से भरपूर माहौल बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है. अगर मां बार-बार तनाव में रहे तो इसका सीधा असर बच्चे की ग्रोथ और डेवलपमेंट पर पड़ता है. कभी-कभी तो गर्भपात या बच्चे के जन्म से पहले ही वजन कम हो जाने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. </p>
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