<p style="text-align: justify;">प्रेग्नेंसी के दौरान मां और बच्चों को फिट रहना बेहद जरूरी है. इसके लिए रोजाना अच्छा डाइट फॉलो करने के साथ-साथ एक्सरसाइज और डक वॉक जरूर करें. हेल्थ एक्सपर्ट से लेकर डॉक्टर के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को एक्सरसाइज जरूर से जरूर करना चाहिए और खासकर डक वॉक की प्रैक्टिस तो बिल्कुल करनी चाहिए क्योंकि यह काफी ज्यादा उपयोगी होता है. अगर आपके बच्चे का सिर नीचे की और है तो आपको इस एक्सरसाइज से काफी ज्यादा फायदा मिलेगा. ‘ओनली माई हेल्थ’ में छपी खबर के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान डक वॉक की तरह चलना अपनी डेली रूटीन हिस्सा बनाएं क्योंकि इससे काफी ज्यादा फायदा पहुंचेगा. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>प्रेग्नेंट महिला के लिए ‘डक वॉक’ स्क्वाटिंग एक्सरसाइज क्यों हैं जरूरी</strong></p>
<p style="text-align: justify;">’डक वॉक’ एक खास तरह की स्क्वाटिंग एक्सरसाइज है जहां एक व्यक्ति बत्तख के रुख के समान खुद को गहरी स्क्वाट स्थिति में ले आता है. इस व्यायाम में पैरों को जमीन पर सपाट और पीठ को सीधा रखते हुए घुटनों को गहराई से मोड़ना शामिल है. ‘अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट’ के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान एक्टिव रहना बेहद जरूरी है.</p>
<p style="text-align: justify;">एक्सरसाइज करना और फिटनेस का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. साथ ही साथ प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा वजन बढ़ने को भी कंट्रोल करना है. एक प्रेग्नेंट महिला को खुद को ज्यादा से ज्यादा एक्टिव रखना बेहद जरूरी है. कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा एक्टिव रहने से डायबिटीज, प्रीक्लेम्पसिया और सिजेरियन का खतरा कम हो जाता है. </p>
<p><strong>’डक वॉक’ के फायदे</strong></p>
<p>डक वॉक करने से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं. जो प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भाशय और पेल्विक ऑर्गन को सहारा देने में खास भूमिका निभाती है. इन मांसपेशियों को मजबूत करने से कभी भी टॉयलेट हो जाने वाली परेशानी से निजात पा सकते हैं. इसकी वजह से गर्भाश्य भी अच्छा होता है. गर्भावस्था के कारण मांसपेशियों में अकड़न और लचीलापन कम हो सकता है. डक वॉक करने से कूल्हों, जांघों और पीठ के निचले हिस्से में लचीलेपन को बनाए रखने या सुधारने में मदद मिलती है.</p>
<p>जो लेबर पेन और लेबर पेन के दौरान विशेष रूप से सहायक हो सकता है. डक वॉक करने के लेबर पेन के ज्यादा दर्द से आप बच सकते हैं. यह महिला की पेल्विक आउटलेट को खोलने में मदद करती है. प्रेग्नेंसी के दौरान यह एक्सरसाइज शरीर को लचीला बनाती है ताकि आप लेबर पेन को सह सकें और आपकी नॉर्मल डिलीवरी हो सके. </p>
<p><em><strong>Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</strong></em></p>
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