बच्चों में नाक से अनियमित ब्लीडिंग के मामले में वैज्ञानिकों की चिंता का संकेत मिल रहा है। एक नई अध्ययन के अनुसार, बच्चों में इस प्रकार की ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें ये भी शामिल हैं कि बच्चे किसी नये रोग के शिकार हो सकते हैं। नाक से अनियमित ब्लीडिंग के संबंध में अध्ययन के अनुसार, इसके मुख्य कारणों में से एक है ब्लीडिंग वक्त पर होने वाली चोटों या गांठों का असंवेदनशीलता से गुजरना। इसके अतिरिक्त, नाक की सूजन या संक्रमण भी इसे बढ़ावा दे सकते हैं।
विशेषज्ञों ने बताया कि ऐसी स्थिति में बच्चे के स्वास्थ्य को ध्यान से निगरानी की जरूरत होती है। यदि किसी बच्चे को नाक से ब्लीडिंग हो रही हो, तो उसे तत्काल मेडिकल सहायता लेनी चाहिए। नाक से अनियमित ब्लीडिंग के मामले में अधिक जानकारी के लिए बने रहें हमारे साथ।
बच्चों की नाक से अनियमित ब्लीडिंग कई कारणों से हो सकती है। निम्नलिखित कुछ मुख्य कारण हो सकते हैं:
- नाक में चोट: बच्चों के खिलाफ चोट लगने के कारण नाक में अनियमित ब्लीडिंग हो सकती है। यह चोट खेलते वक्त, गिरने या दूसरी दुर्घटनाओं के दौरान हो सकती है।
- नाक की सूजन: नाक की सूजन या नाक के अंदर गांठों के कारण बच्चों में ब्लीडिंग हो सकती है। इसके अलावा, नाक की किसी अन्य समस्या जैसे नाक की इन्फेक्शन भी इस समस्या का कारण बन सकती है।
- नाक के पास के इलाके में अंगूठे के छेद का बढ़ जाना: कई बार बच्चे खेलते समय या दूसरे कारणों से अंगूठे के छेद में बढ़ावा हो सकता है, जिससे नाक से ब्लीडिंग हो सकती है।
- नाक के अंदरी चोट: कई बार नाक के अंदरी हिस्से में चोट लगने के कारण भी बच्चों में ब्लीडिंग हो सकती है। यह चोट अक्सर नाक में खुजली या अन्य नाक की समस्याओं के कारण होती है।
- वातावरणिक कारण: कई बार वातावरणिक कारणों जैसे की सूखा मौसम, बारिश, धूल या आसमान में धूल के कारण नाक से अनियमित ब्लीडिंग हो सकती है।
बच्चों की नाक से खून आने पर कौन सी बीमारी होती है?
यदि किसी व्यक्ति को ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो सर्जिकल या मेडिकल परामर्श की आवश्यकता हो सकती है। नाक से अधिक ब्लीडिंग या संबंधित लक्षणों का सामना करने वाले व्यक्तियों को जल्दी से डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। नाक से खून आने की स्थिति कई कारणों से हो सकती है, और इसका अर्थ यह नहीं है कि सीरियस बीमारी होने की गारंटी है। लेकिन कुछ स्थितियाँ हैं जो नाक से खून आने के पीछे की सच्चाई को दर्शा सकती हैं और जिन्हें गंभीर बीमारी के संकेत के रूप में देखा जा सकता है।
- नाक की टूटी हुई सर्जरी: यदि किसी की नाक की सर्जरी हुई हो और उस स्थान पर से खून आ रहा हो, तो यह उसकी सर्जिकल स्थिति का लक्षण हो सकता है।
- नाक की सूजन या गांठ: नाक के अंदरी भाग में सूजन या गांठों के कारण भी खून आ सकता है, जो किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
- बहुत अधिक ब्लीडिंग: यदि नाक से अनियमित रूप से बहुत अधिक खून आ रहा है, तो यह हैमरेज का संकेत हो सकता है, जो गंभीर स्थिति हो सकती है।
- अन्य लक्षणों के साथ: अगर नाक से ब्लीडिंग के साथ कोई अन्य लक्षण जैसे गर्मी, बुखार, सूजन, या बहुत तेज धमनी का आना है, तो यह किसी गंभीर संकेत का संकेत हो सकता है।
बच्चों की नाक से बहुत ज्यादा खून आने पर क्या करें?
नाक से बहुत ज्यादा खून आने पर कुछ आवश्यक कदम निम्नलिखित हो सकते हैं:
- धीरे से बैठें: अगर आपकी नाक से बहुत ज्यादा खून आ रहा है, तो धीरे से एक स्थिर जगह पर बैठ जाएं। यह आपको चक्कर आने से बचाएगा और खून की बहाव को कम करेगा।
- मुख को आगे की ओर झुकाएं: मुख को आगे की ओर झुकाने से नाक के पास के धमनियों में दबाव कम होता है और खून का बहाव कम होता है।
- नाक को दबाएं: नाक के नाखून वाली पक्ष पर हल्के से दबाव डालें। यह आपके नाक के दोनों पक्षों के धमनियों में दबाव बनाए रखेगा, जिससे ब्लीडिंग कम हो सकती है।
- गर्म पट्टी लगाएं: एक गर्म पानी से भरे हुए पट्टी को नाक के ऊपर रखें। गर्मी से नाखून में खून जमने में मदद मिलेगी और खून का बहाव रुक सकता है।
- डॉक्टर से संपर्क करें: यदि खून का बहाव बंद नहीं हो रहा है या बहुत अधिक है, तो तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करें। वे सही उपाय और इलाज प्रदान कर सकते हैं।
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