मानसिक तनाव एक ऐसी बीमारी हैं जो की हर व्यक्ति में होना आम बात हैं परन्तु यह धीरे – धीरे घातक भी साबित होती हैं जिसका इलाज मुश्किल हो जाता हैं। मानसिक तनाव सभीको इस तरह परेशान करता हैं व्यक्ति को मनोचिकित्सक की सलाह लेनी पड़ती हैं। मानसिक तनाव को कई लोग खुद ही दूर कर लेते हैं परन्तु जिन व्यक्तियों को यह ज्यादा परेशान करता हैं उनके लिए अधिक मुसीबत होने लगती हैं। यदि मनुष्य को यह लगने लगे की इस तनाव से उन्हें अन्य शारीरिक समस्या हो रही हैं तो उन्हें डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
मानसिक तनाव मनुष्य को तब होती जब वह अधिक चिंतित होता हैं या फिर डिप्रेशन में होता हैं यह किसी भी नकारत्मक विचार के दिमाग पर हावी होने से मनुष्य के मानसिक स्थिति को ख़राब कर देती हैं। सभी मनुष्य के भीतर मानसिक तनाव से लड़ने की क्षमता भिन्न – भिन्न होती हैं तथा मानसिक तनाव अधिक होने पर पुरे शरीर को प्रभावित करता हैं। अधिक मानसिक तनाव होने पर अन्य बीमारियाँ उत्पन्न न हो इसलिए शुरुआत में ही डॉक्टर को दिखा लें।
मानसिक तनाव के लक्षण किस तरह नज़र आ सकते हैं ?
डॉक्टर के अनुसार सभी व्यक्तियों को मानसिक तनाव जैसी बीमारी के लक्षण अलग – अलग महसूस होते हैं क्योकि इससे लड़ने की क्षमता सभी में भिन्न होती हैं। मानसिक तनाव के लक्षण कुछ इस प्रकार नज़र आते हैं जैसे की –
- थकान अधिक महसूस होना।
- सिर में दर्द होना।
- हर बात पर चीड़ जाना (चिड़चिड़ापन)।
- कम बोलना।
- नींद का कम आना या फिर ज्यादा नींद आना।
- डिप्रेस और दुखी रहना।
- अकेलापन महसूस करना।
- चिंतित रहना।
- बेचैन रहना।
- केवल नकारत्मक चीज़े समझना और सोचना।
- अन्य मानसिक और स्वास्थ्य समस्या होना।
- किसी भी बात को न समझना।
- अधिक गुस्सा आना।
- मौत या खुदखुशी का ख्याल आना।
मानसिक तनाव के कारण क्या हो सकते हैं ?
मानसिक तनाव के कई कारण होते हैं सभी के मानसिक तनाव के कारण अलग – अलग होते हैं लेकिन इसके पीछे निम्नलिखित कारण मुख्य माने जाते हैं –
बेरोजगारी: यदि कोई व्यक्ति को काफी समय से नौकरी न मिल पा रही हो या फिर या फिर कोई अन्य बिज़नस न चल पा रहा हो तो वह भी परेशानी का कारण बन जाती हैं जिससे की मनुष्य अपने आप को बेरोजगार समझने लगता हैं और डिप्रेशन में आ जाता हैं जिससे की उससे मानसिक तनाव हो जाता हैं।
किसी प्रिय की मृत्यु हो जाना: यदि मनुष्य के किसी अपने की मृत्यु किसी कारणवश हो जाये और मनुष्य उस घटना को भुला न पाए या फिर अपने आप को संभाल न पाए तो इस कारण भी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता हैं।
बीमारी: मानसिक तनाव का कारण बीमारी इसलिए माना जाता हैं क्योकि किसी व्यक्ति को अगर कोई गंभीर बीमारी हो जाती हैं तो वह उस बीमारी को लेकर ज्यादा सोचने लगता हैं जिससे की दिमाग पर कई नकारत्मक भाव आ जाते हैं तो मनुष्य खुद ही डिप्रेस्ड होने लगता हैं।
रिश्तो का टूटना: यदि कोई व्यक्ति अपनी खुशाल ज़िन्दगी जी रा हो और अचानक रिश्तों में परेशानी आने लगे और किसी कारणवश रिश्ते टूटने लगे तो व्यक्ति परेशान होकर डिप्रेस्ड होने लगता हैं जिससे की वह मानशिक तनाव से जूझने लगता हैं।
पुरानी बाते: डिप्रेशन (तनाव) कभी भी किसी को भी हो सकता है परंतु कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनको तनाव जल्दी होने का खतरा होता है। यह उनकी जिंदगी पर निर्भर करता है कि उनकी पुरानी जिंदगी कैसे गुजरी है।
शराब का सेवन: शराबी लोग जो बहुत ज्यादा शराब का सेवन करते हैं वे तनाव के शिकार हो जाते हैं। उनके अंदर खुदकुशी के ख़यालात आते हैं।
जेनेटिक: तनाव (डिप्रेशन) की बीमारियां कभी-कभी वंशानुगत होती है। अगर आपके मां-बाप को डिप्रेशन या तनाव की बीमारी है तो आपको भी तनाव का ख़तरा 80% रहता है।
(मानसिक तनाव से होने वाली बीमारी के बारे में और पढ़े: मानसिक तनाव से होने वाली बीमारी का इलाज क्या है और जाने इसके लक्षण?)
मानसिक तनाव दूर करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए?
मानसिक तनाव को दूर करना मरीज के खुद के ऊपर निर्भर करता हैं वह जितनी जल्दी अपने आप को परेशानियों से मुक्त तथा डिप्रेशन से बहार नहीं निकालेगा तब तक वह ठीक नहीं हो पता इसलिए मनुष्य को मानसिक तनाव से निजात पाने के लिए यह उपाय भी करने चाहिए जैसे की –
सुबह – सुबह जल्दी उठकर आधा घंटा या फिर एक घंटा व्यायाम करे और चहल कदमी करे इससे शरीर स्वस्थ रहता हैं और तनाव दूर होता हैं।
स्वस्थ आहार ले। तनाव वाले व्यक्ति को ताज़े फलों तथा हरी सब्जियों का सेवन अधिक करना चाहिए इससे शरीर मैं विटामिन, प्रोटीन की कमी नहीं होती और इससे तनाव दूर हो जाता हैं।
तनाव वाले व्यक्ति को अपने हाथों को गर्म पानी से धोना चाहिए। जब किसी व्यक्ति को तनाव हो तो उसे गुनगुने पानी से अपने हाथों धोना चाहिए। इससे तनाव कम हो जाता है।
तनाव से भरे व्यक्ति को हंसने वाली तस्वीरें देखने या खुद हंसने वाली शक्ल बना लेने से उसके अंदर का तनाव कम हो सकता है। खुश रहने से मानसिक तनाव दूर हो जाता हैं।
तनाव में व्यक्ति को मीठा खाने का दिल करता है। तनाव वाले व्यक्ति को मीठा व कुछ हरी सब्जियों का या रसीले फलों का सेवन करना चाहिए जिससे उसके तनाव में कमी आए और वह उसके शरीर के लिए भी फायदेमंद हो।
तनाव को कम करने के लिए ड्राइंग बनाना चाहिए। तनाव के वक्त इंसान के बाएं हिस्से पर असर पड़ता है जिससे उसके सोचने की शक्ति प्रभावित होती है। इसलिए जो भी दिमाग में आए उसे कागज पर ड्रा करने से तनाव कम हो सकता है।
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