रीढ़ की हड्डी में कैंसर के लक्षण। – GoMedii


रीढ़ की हड्डी हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है। जो पीठ के रूप मैं फैली हुई होती है। रीढ़ की हड्डी की सहायता से मस्तिष्क और शरीर के बाकी हिस्सों तक महत्वपूर्ण संदेश पहुंचाती है। रीढ़ की हड्डी का कैंसर, हड्डियों से जुड़ा कैंसर है, रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर तब शुरू होता है, जब रीढ़ की हड्डी असामान्य रूप से कोशिकाएं बढने लगती है। और धीरे-धीरे यह कोशिकाएं ट्यूमर के रूप मैं बदल जाती है।

 

हालांकि, रीढ़ की हड्डी का कैंसर काफी दुर्लभ होता है। इससे पीड़ित लोगों को मांसपेशियों में कमजोरी, शरीर के कई हिस्सों में दर्द, चलने और खड़े होने में समस्या और लकवा जैसे लक्षण दिखते हैं। आइए इस लेख हम आपको विस्तार से बताते हैं रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके क्या हैं?

 

 

 

 

 

यहां रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:

 

1) लगातार पीठ में दर्द होना – रीढ़ की हड्डी में लगातार दर्द रहना सबसे आम लक्षणों में से एक है जो मूवमेंट के दौरान रात में अधिकतर होता है। कैंसर में यह दर्द प्रायः मध्यभाग या पीठ के निचले हिस्से में होता है।

 

2) न्यूरोलॉजिकल चेंजेस – ट्यूमर बढ़ने के साथ रीढ़ की हड्डियाँ और नसें सिमित होने लगती हैं, जिससे न्यूरोलॉजिकल चेंजेस हो सकते हैं, जैसे पैर या हाथ की मांसपेशियों में कमज़ोरी, सुन्नता, झनझनाहट इत्यादि होना। न्यूरोलॉजिकल चेंजेस भी रीढ़ की हड्डी में कैंसर के लक्षण या रीढ़ की हड्डी कैंसर के लक्षण में शामिल है।

 

3) आंत्र या मूत्र नियंत्रण में परिवर्तन – आंत्र या मूत्राशय नियंत्रण में परिवर्तन, जैसे मूत्र पर नियंत्रण ना रहना या कब्ज, रीढ़ की हड्डी में कैंसर के लक्षण या पीठ में कैंसर के लक्षण में शामिल हैं।

 

4) चलने में परेशानी – जैसे-जैसे रीढ़ की हड्डी का कैंसर बढ़ता है वैसे आपकी बॉडी में कमजोरी होने लगती और उस कमजोरी के कारण आपको चलने-फिरने मे परेशानी होती है, रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के लक्षण या रीढ़ की हड्डी में कैंसर के लक्षण में से ही हैं।

 

5) कमजोरी जैसे-जैसे रीढ़ की हड्डी का कैंसर बढ़ता है, यह हाथ, पैर या शरीर के अन्य हिस्सों में कमजोरी पैदा कर सकता है। इससे चलने या सामान उठाने जैसे रोजमर्रा के काम करना मुश्किल हो सकता है।

  Bury mental health team leader honoured at 'inspiring' NHS ceremony

 

 

 

रीढ़ की हड्डी में कैंसर के कारण।

 

 

रीढ़ की हड्डी में कैंसर का स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन इसके विकास के कुछ जोखिम कारकों की पहचान की जा चुकी है, जो इस प्रकार हैं:

 

1) बढ़ती उम्र – रीढ़ की हड्डी का कैंसर किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन यह पुराने व्यक्तियों में पाया जाना मामूली बात है, और यह 50 वर्ष से अधिक की आयु के लोगों मैं अधिकतर होता है।

 

2) जेंडर – महिलाओं की तुलना में पुरुषों में रीढ़ की हड्डी का कैंसर अधिक पाया जा सकता है।

 

3) रेडिएशन थेरेपी – कैंसर के उपचार के लिए उपयोग की गई रेडिएशन थेरेपी से भी, जीवन में आगे रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के होने का ख़तरा बढ़ सकता है।

 

4) पिछला कैंसर निदान – जिन लोगों को शरीर के अन्य हिस्सों में कैंसर हुआ हो, उनमें रीढ़ के ट्यूमर विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है।

 

 

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के लिए रोकथाम।

 

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के जोखिम कारकों की कम जानकारी होने के कारण, वर्तमान में, अलग प्रकार की रोकथाम उपलब्ध नहीं है, लेकिन एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से और जोखिम कारकों के संपर्क से बचने के लिए, कैंसर के विकास को बहुत हद तक रोकना संभव है। कैंसर के विकास को निम्न प्रकार से रोका जा सकता है आइये जानते है रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के लिए रोकथाम के कुछ निम्न प्रकार –

 

1) तंबाकू और शराब का सेवन छोड़ें।

 

2) नियमित रूप से व्यायाम करें और संतुलित आहार लें, जिससे एक अच्छा स्वस्थ बना रहे।

 

3) रीढ़ की हड्डी को चोटों से बचाने के लिए कुछ सुरक्षा उपायों का प्रयास करें, जैसे सीट बेल्ट पहनें, शारीरिक गतिविधियों के दौरान कुछ सुरक्षा चीज़ अवश्य पहनें।

 

4) नियमित जाँच और कैंसर स्क्रीनिंग के लिए, नियमित रूप से स्वास्थ्य सेवा चिकित्षक से संपर्क करते रहें, जिससे रोग के शुरू होने की पहचान हो सके और इलाज जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।

 

 

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर का इलाज।

 

  If you want to reduce belly or waist fat, then drink this magical drink made of berries daily.

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर का इलाज करने के लिए निम्न उपचार का उपयोग किया जा सकता है-

 

1) सर्जरी – सर्जरी के द्वारा, न्यूरोलॉजिकल फंक्शन को बिना नुकसान पहुँचाए, ज्यादा से ज्यादा ट्यूमर को हटाया जाता है। ट्यूमर के आकार, स्थान और सीमा के आधार पर, स्पाइनल स्टेबिलाइजेशन या डिकम्प्रेशन सर्जिकल प्रोसीजर द्वारा पार्शियल या कम्पलीट ट्यूमर को हटाया जा सकता है।

 

2) रेडिएशन थेरेपी – रीढ़ की हड्डी के कैंसर का इलाज करने के लिए, इसमें हाई-एनर्जी रेडिएशन का प्रयोग कैंसर सेल्स को टार्गेट और नष्ट करने के लिए किया जाता है। यह सर्जरी के पहले ट्यूमर को कम करने के लिए या सर्जरी के बाद बचे हुए कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए या कई बार ट्यूमर को हटाने के लिए उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है।

 

3) कीमोथेरेपी – कीमोथेरेपी में, शरीर में तेज़ी से फैले हुए कैंसर सेल्स को टार्गेट कर उन पर एंटीकैंसर दवाइयों का उपयोग किया जाता है। कई बार उपचार का गंभीर परिणाम प्राप्त करने के लिए इसका उपयोग सर्जरी या रेडिएशन थेरेपी के साथ कॉम्बिनेशन में किया जा सकता है। आमतौर पर इस उपचार विकल्प का उपयोग मेटास्टेटिक स्पाइनल कैंसर के लिए किया जाता है।

 

4) टार्गेटेड थेरेपी – कई केसेस में स्पाइनल कैंसर के विकास का कारण जेनेटिक म्यूटेशन हो सकता है, रीढ़ की हड्डी के कैंसर का इलाज टार्गेटेड थेरेपी द्वारा करने के लिए, इन म्यूटेशन्स को टार्गेट कर दवाइयों का उपयोग किया जाता है। टार्गेटेड थेरेपी का मुख्य उद्देश्य, कुछ विशिष्ट असामान्यताओं को लक्षित कर, कैंसर सेल्स को बढ़ने और फैलने से रोकना है। लक्षित चिकित्सा पर वर्तमान में भी शोध जारी है, इसका उपयोग कुछ विशेष मामलों में किया जा सकता है।

 

5) इम्यूनोथेरेपी – रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर का इलाज करने के लिए, इस उपचार विधि में, कैंसर सेल्स से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की क्षमता बढ़ाने के लिए दवाइयों का उपयोग किया जाता है। इम्यूनोथेरेपी उपचार विधि पर अभी भी कुछ रीसर्च किए जा रहे हैं, इसका उपयोग रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के लिए भी उपचार विकल्प के रूप में किया जा रहा है।

 

6) सहायक देखभाल – इस कैंसर के उपचार के बाद, रोगी को सहायक देखभाल चिकित्सा की विशेष रूप से आवश्यकता पड़ सकती है। इस सहायक चिकित्सा में नियमित रूप से कैंसर के लक्षणों की जाँच की जाती है, यदि लक्षण फिर से पकड़ में आते हैं तो रोगी का पुनः उपचार शुरू किया जाता है। इस देखभाल के दौरान विशेष रूप से, रोगी के सर्वाइवल रेट में सुधार लाने के लिए, रोगी और उसके परिवार को शारीरिक और मानसिक रूप से मज़बूत करने के लिए, रोगी के भीतर फिर से जीने की चाह जगाने के लिए, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा पूर्णतः प्रयास किया जाता है।

  How to Properly Trim Fingernails and Toenails to Prevent Infection

 

 

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल।

 

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल।

 

 

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के इलाज के लिए गुरुग्राम के अच्छे अस्पताल।

 

 

 

रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के अच्छे अस्पताल।

 

  • शारदा अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • यथार्थ अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • बकसन अस्पताल ग्रेटर नोएडा
  • जेआर अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • प्रकाश अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • शांति अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • दिव्य अस्पताल , ग्रेटर नोएडा

 

यदि आप रीढ़ की हड्डी मैं कैंसर के लिए मरीजों का इलाज करवाना चाहते हैं, या इससे सम्बंधित किसी भी समस्या का इलाज कराना चाहते हैं, या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। इसके अलावा आप प्ले स्टोर (play store) से हमारा ऐप डाउनलोड करके डॉक्टर से डायरेक्ट कंसल्ट कर सकते हैं। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724 और +91 9599004811) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमे [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

Doctor Consutation Free of src=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।


 

 



Source link

Leave a Comment