लिवर स्पंज जैसा हमारे शरीर का नाजुक अंग यदि खराब हो जाए तो पूरे शरीर की सेहत पर असर डालता है। लिवर की बीमारी का यदि समय पर इलाज न हो तो यह गंभीर समस्या भी बन सकती है। लिवर में कई तरह की बीमारी होने का अधिक खतरा तब होता है जब आपका खान पान सही नहीं होता है ,जो लोग शराब का सेवन करते हैं उनका लिवर अन्य लोगों के मुकाबले जल्दी खराब हो जाता है। लेकिन लिवर की एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम है लिवर एंजाइम। आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।
आपके शरीर में लिवर एंजाइम का उच्च स्तर आपके पूरे लिवर की कार्य छमता को प्रभावित करता है। दरअसल ये लिवर कोशिकाओं की क्षति और सूजन पैदा कर सकता है। ये एंजाइम आमतौर पर लीवर की कोशिकाओं के अंदर पाए जाते हैं, लेकिन जब लीवर खराब हो जाता है, तो ये एंजाइम रक्तप्रवाह से बाहर निकल जाते हैं। इसका पता रक्त परीक्षण में चलता है। लीवर एंजाइम के लिए सबसे आम परीक्षण एएलटी या लैनिन ट्रांसएमिनेस और एएसटी या एस्पार्टेट ट्रांसएमिनेस हैं। लीवर की बीमारी के लक्षण लीवर एंजाइम में मामूली वृद्धि से शुरू होते हैं।
शरीर में लिवर का आकर कब बढ़ता है?
आपके शरीर में लीवर का बढ़ना लीवर एंजाइम के सबसे आम लक्षणों में से एक है। इसके बढ़ने को हेपटोमेगाली कहा जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार हेपेटोमेगाली के सबसे आम कारणों में हेपेटाइटिस या आपके लिवर की सूजन शामिल है। इसके अलावा ए, बी, और सी जैसे हेपेटाइटिस वायरस हेपेटोमेगाली, साथ ही संक्रामक मोनोन्यूक्लिओसिस, एपस्टीन-बार वायरस के साथ-साथ अल्कोहलिक लिवर रोग और लिवर कैंसर, ल्यूकेमिया या लिम्फोमा का कारण बनते हैं।
ऐसे में सबसे महत्वपूर्ण बात ये हैं की आपको लिवर की किसी भी तरह की बीमारी को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। लिवर की बीमारी का इलाज सब जगह आसानी से उपलब्ध है। यदि आपको लिवर से जुड़ी कोई समस्या है तो आप हमारे डॉक्टर से ऑनलाइन कंसल्ट कर सकते हैं।
कैसे जाने की लिवर एंजाइम की समस्या है?
आपको बता दें कि आपके लीवर एंजाइम में मामूली वृद्धि कुछ लक्षण पैदा करती है, लेकिन इतनी वृद्धि लीवर की बीमारी के लिए पूरी तरह जिम्मेदार नहीं होता है। इन लक्षणों में बुखार, मतली, उल्टी, पेट में दर्द और भूख न लगना शामिल हैं। हेपेटाइटिस बी, जोड़ों का दर्द, पित्ती जैसे दाने या पित्ती का अत्यधिक विकास, वायरस लीवर एंजाइम में वृद्धि का कारण बनता है।
दरअसल पॉलीमायोसिटिस मांसपेशियों की सूजन है जो आपके लिवर एंजाइमों में वृद्धि, मांसपेशियों की कमजोरी, बोलने में समस्या और कुछ भी खाने की चीज को निगलने में समस्या, सांस की तकलीफ और थकान का कारण बनती है। सीलिएक रोग, जो ग्लूटेन को पचा नहीं पता है। दरअसल यह प्रोटीन ब्रेड और पास्ता में पाया जाता है, और सूजन, दस्त और वजन घटाने के साथ-साथ लिवर एंजाइमों में वृद्धि का कारण बन सकता है। जिसके बार आपको इसके इलाज की सख्त जरूरत होती है।
एलानिन एमिनोट्रांस्फरेज टेस्ट और रिजल्ट (Alanine Aminotransferase Test in Hindi)
यह लिवर में पाया जाता है। एएलटी का बढ़ना लीवर की चोट का सीधा संकेत है। यह मामूली या गंभीर हो सकता है लेकिन इसे नजरअंदाज न करें। डॉक्टर एएलटी टेस्ट की मदद से यह देखते हैं कि रक्त में ALT के स्तर कितना है। जब एएलटी का स्तर बढ़ जाता है तो यह लीवर को नुकसान पहुंचाता है।
ALT भोजन को ऊर्जा में बदलता है। इसके परिणाम से डॉक्टर पता लगते हैं कि लिवर में समस्या कहां है। इसे IU/L (अंतरराष्ट्रीय इकाई प्रति लीटर) में मापा जाता है। जब हम वयस्कों के लिए ALT के सामान्य स्तर के बारे में बात कर रहे हैं, तो यह 7 से 55 IU/L के बिच में होगा। यदि यह इस मान से ऊपर दिखाता है। तब यह बढ़े हुए लीवर एंजाइम का संकेत होता है।
लिवर रोग का निदान और इलाज कैसे किया जाता है?
लिवर रोग का पाता आमतौर पर रुटीन चेकअप के दौरान चलता है, अल्ट्रासाउंड स्कैन लिवर की समस्या का पता लगाता है , जब लिवर रोग का पता लगाने के लिए रक्त परीक्षण भी किया जा सकता है। कुछ नए परीक्षण “फाइब्रोस्कैन” और “फाइब्रोटेस्ट” के रूप में जाने जाते हैं जो अधिक विश्वसनीय हैं। उपचार इस बात पर निर्भर करेगा कि ऊंचा लिवर एंजाइम किस कारण से हो रहा है।
क्या बढ़े हुए लीवर एंजाइम को रोका जा सकता है?
लीवर एंजाइम को बढ़ाने वाली कुछ चिकित्सीय स्थितियों को रोका नहीं जा सकता है। लेकिन आपके लीवर को स्वस्थ रखने के लिए आप कुछ कदम उठा सकते हैं:
- शराब सेवन बिलकुल ना करें।
- अपने प्रदाता को आपके द्वारा ली जाने वाली सभी दवाओं के बारे में बताएं।
- अपना वजन को नियंत्रण में रखें।
लिवर के इलाज के लिए सबसे अच्छे हॉस्पिटल-
- मैक्स मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल, पंचशील पार्क, दिल्ली
- मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, शालीमार बाग, दिल्ली
- मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत दिल्ली
- बीएलके सुपर स्पेशलिटी अस्पताल दिल्ली
- मणिपाल अस्पताल नई दिल्ली
- फोर्टिस अस्पताल शालीमार बाग, दिल्ली
- इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल नई दिल्ली
- वेंकटेश्वर अस्पताल, नई दिल्ली
- बत्रा हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर नई दिल्ली
- फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
- आईबीएस अस्पताल, नई दिल्ली
- सीके बिरला अस्पताल, पंजाबी बाग, दिल्ली
- फोर्टिस ला फेमे अस्पताल, नई दिल्ली
- एससीआई इंटरनेशनल हॉस्पिटल, नई दिल्ली
- आकाश हेल्थकेयर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, नई दिल्ली
- फोर्टिस फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजन ढल अस्पताल, वसंत कुंज, दिल्ली
यदि आपको इससे जुड़ी कोई समस्या है और अगर आप इसका इलाज पाना चाहते हैं तो हमसे संपर्क कर सकते हैं। हमसे संपर्क करने के लिए हमारे इस व्हाट्सएप नम्बर (+919599004311) या हमें [email protected] पर ईमेल कर सकते हैं।
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