स्पाइनल ट्यूमर के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल। – GoMedii


रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) का ट्यूमर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जोकी रीढ़ की हड्डी के किसी भाग में हो सकता है।और यह ट्यूमर रीढ़ की हड्डी के भीतर ही विकसित होता है और यह गर्दन, कमर या सीने के पीछे के भाग में से किसी को भी प्रभावित कर सकता है। यदि किसी मनुष्य को रीढ़ की हड्डी से सम्बंधित कोई समस्या होती हैं तो डॉक्टर से अवश्य संपर्क करे।

 

 

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के दो प्रकार होते हैं –

 

 

पहला बिनाइन ट्यूमर: जो ट्यूमर कैंसर नहीं होते हैं, तो उन्हें बिनाइन कहा जाता है। ये ट्यूमर बहुत तेजी से आकार में बढ़ते हैं, लेकिन यह शरीर के अन्य अंगों में नहीं फैलते हैं। ये ट्यूमर भले ही कैंसरस नहीं होते हैं लेकिन ये नुकसानदेह हो सकते हैं। ये ट्यूमर गंभीर नहीं होते और अक्सर सर्जरी द्वारा सफलतापूर्वक निकाले जा सकते हैं।

 

मैलिग्नेंट ट्यूमर: मैलिग्नेंट ट्यूमर कैंसरस होते हैं। यह बिनाइन के विपरीत मैलिग्नेंट ट्यूमर शरीर के अन्य अंगों में फैल सकते हैं। इन ट्यूमर्स को कैंसर कहा जाता है, और ये अधिक गंभीर होते हैं। कैंसरस स्पाइनल ट्यूमर्स का इलाज अकसर रेडियशन और कीमोथेरेपी के साथ सर्जरी शामिल हो सकता है।

 

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के लक्षण किस प्रकार नज़र आते हैं ?

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के लक्षण कुछ इस प्रकार नज़र आते हैं जैसे की –

 

  • पीठ या शरीर के निम्न भाग में दर्द

 

  • पैरों या हाथों में कमजोरी या असहमति

 

  • प्रक्षिप्त या अस्थिर चलना

 

  • मूड स्विंग्स

 

  • अतिरिक्त मूत्र या मल के निर्वहन की समस्याएं
  Lower Ab Exercises: 3 Easy Exercises To Work Your Lower Abdominals!

 

  • पैरों या हाथों के ताकत में गिरावट

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर होने के कारण क्या हो सकते हैं ?

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर होने के कारण निम्न हो सकते हैं –

 

 

बेनाइन ट्यूमर्स (Benign Tumors): बेनाइन स्पाइनल ट्यूमर्स के कारण जेनेटिक मुद्रण,यह यानी जीनों में मौजूद गलतियों की जन्म लेने की संभावना होती है। इसके अलावा, कुछ बेनाइन ट्यूमर्स का कारण स्पाइनल कोर्ड के अंदर या उसके चारों ओर की संरचनाओं की विकास में गलतियाँ हो सकती हैं।

 

कैंसरस ट्यूमर्स (Cancerous Tumors): कैंसरस स्पाइनल ट्यूमर्स का मुख्य कारण कैंसर के अन्य हिस्सों से ट्यूमर के प्रसारण का हो सकता है, जैसे कि ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, या प्रोस्टेट कैंसर के कैंसर सेल्स स्पाइनल क्उर्ड में पहुँच सकते हैं।

 

नॉन-कैंसरस ट्यूमर्स (Non-cancerous Tumors): इसके अलावा, इसमें कुछ नॉन-कैंसरस स्पाइनल ट्यूमर्स के कारण बॉन स्ट्रक्चर्स के विकास में गलतियाँ, वायरल इन्फेक्शन्स, या अन्य गैर-कैंसरस कारक जैसे कारण हो सकते हैं।

 

अक्कियोब्लास्टोमा (Ependymoma): यह ट्यूमर आमतौर पर बच्चों में पाया जाता है तथा इसका कारण आधिकारिक रूप से पता नहीं है, लेकिन वह जेनेटिक फैक्टर्स एक भूमिका निभा सकते हैं।

 

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर का इलाज किस प्रकार किया जाता हैं ?

 

 

स्पाइनल ट्यूमर का इलाज पूर्ण रूप से संभव होता हैं तथा कई प्रकार से किया जा सकता हैं जैसे की –

 

 

सर्जरी (Surgery): सर्जरी स्पाइनल ट्यूमर के निकालने का प्रमुख उपचार हो सकता है, खासकर जब ट्यूमर बड़ा या कैंसरस होता है। सर्जरी के दौरान, डॉक्टर ट्यूमर को हटाने का प्रयास करते हैं और स्वास्थ्य रीढ़ की हड्डी और स्पाइनल कॉर्ड को सुरक्षित रखने का ध्यान रखते हैं।

  Hetmyer to undergo fitness test; Pooran eager for his return

 

रेडियशन थेरेपी (Radiation Therapy): कुछ स्पाइनल ट्यूमर्स को रेडियशन थेरेपी के द्वारा इलाज किया जा सकता है। यह उच्च-तापमान रेडियेशन की बीमों का उपयोग करके ट्यूमर को श्रिंग और नष्ट करने के लिए किया जाता है |

 

कीमोथेरेपी(Chemotherapy): कीमोथेरेपी में दवाओं का प्रयोग करके कैंसर को नष्ट करने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर कैंसर स्पाइनल ट्यूमर्स के इलाज में करक होता है, परन्तु कुछ किस्म के ट्यूमर्स के लिए उपयोगी हो सकता है।

 

टारगेटेड थेरेपी (Targeted Therapy): कुछ कैंसर के प्रकारों के लिए टारगेटेड थेरेपी का उपयोग भी किया जा सकता है, जोकी कैंसर को विशेष टारगेट करती हैं और वह स्वस्थ ऊतकों को प्रभावित नहीं करती हैं।

 

रेडियो सर्जरी (Radiosurgery): यह तकनीक रेडियशन का एक प्रकार है जिसमें बहुत ही हाई डोज़ की बीमें टारगेट ट्यूमर पर दी जाती हैं। तथा यह तकनीक अक्सर बेनाइन ट्यूमर्स के इलाज में उपयोगी हो सकती है।

 

फिसियोथेरेपी (Physical Therapy): इसका उपयोग स्पाइनल ट्यूमर के उपचार के बाद शारीरिक संवाद को सुधारने और मूवमेंट को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है।

 

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के इलाज की लागत कितनी हैं ?

 

 

भारत में स्पाइन ट्यूमर इलाज की औसत लागत 1,90,000 रुपये से 8,50,000 रुपये तक है। हालांकि, विभिन्न शहरों के अस्पतालों के आधार पर लागत भिन्न हो सकती है। यदि स्पाइनल ट्यूमर के इलाज के लिए अधिक जानकारी प्राप्त करनी हो तो यह क्लिक करे।

 

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल।

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के इलाज के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल –

 

  More than 1 crore people in India have dementia. revealed in the study

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के इलाज के लिए नोएडा के अच्छे अस्पताल –

 

 

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के इलाज के लिए हैदराबाद के अच्छे अस्पताल –

 

 

  • अपोलो हेल्थ सिटी, हैदराबाद
  • यशोदा हेल्थकेयर, हैदराबाद
  • केयर अस्पातल, हैदराबाद
  • अमृता अस्पातल, हैदराबाद

 

 

स्पाइनल ट्यूमर के इलाज के लिए फरीदाबाद के अच्छे अस्पताल –

 

 

 

यदि आप स्पाइनल ट्यूमर का इलाज कराना चाहते हैं, या इससे सम्बंधित किसी भी समस्या का इलाज कराना चाहते हैं, या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। इसके अलावा आप प्ले स्टोर (play store) से हमारा ऐप डाउनलोड करके डॉक्टर से डायरेक्ट कंसल्ट कर सकते हैं। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311 ) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमे [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।

Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।


 

 



Source link

Leave a Comment