डॉक्टर्स के अनुसार, सबसे पहले मरीज के स्ट्रेस ट्रिगर्स को पहचानना चाहिए और उसे एक्सरसाइज, मेडिटेशन, ब्रीडिंग एक्सरसाइज, योगा, बैलेंस डाइट के लिए मोटिवेट करना चाहिए. ऐसे मरीजों से प्यार से व्यवहार करना चाहिए, जो उसे काफी मदद कर सकती है. उसे उसके पसंदीदा काम करवाने चाहिए.