<p style="text-align: justify;">बारिश के मौसम में टेंपरेचर अप-डाउन होने के कारण अक्सर आंख से जुड़ी बीमारी कंजंक्टिवाइटिस लोगों को परेशान करती है. आजकल दिल्ली में यह आंख की बीमारी लोगों को परेशान करके रखी हुई है. इसमें आंख धीरे-धीरे लाल होने लगता है. आपने घर-बाहर अपने आसपास के लोगों के मुंह से सुना होगा कि आंख आ गया है. आम बोलचाल की भाषा में इसे आंख आना कहा जाता है. इस बीमारी में आंख लाल होने लगता है और इंफेक्शन की तरह-तरह धीरे-धीरे फैलने लगता है. इसे ही कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है. आपने अक्सर सुना होगा कि जिसके भी आंख में इस तरह की दिक्कत हो या आंख आ गया है तो उसे आंखों में नहीं देखना चाहिए. क्योंकि कहा जाता है कि ऐसा करने से देखने वाले व्यक्ति का भी आंख इंफेक्टेड हो जाता है. ऐसा माना जाता है कि देखने वाले को भी आंख आ जाता. आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि क्या वाकई में ऐसा होता है क्या?</p>
<p><strong>कंजक्टिवाइटिस क्या है और यह कैसे कंट्रोल किया जाता है</strong></p>
<p>मॉनसून होने पर आंखों में भी परिवर्तन दिखाई देता है. पहले आंखें लाल, या पिंक कलर की होती है फिर यह धीरे-धीरे बढ़ने लगती है. यह केसेस आजकल दिल्ली में बड़ी तेजी से फैल रहे हैं. हमारे आंख के ऊपर एक पतला झिल्ली होता है जिसे कंजक्टाइवा कहते हैं. इसी मेम्ब्रेन में सूजन और इंफेक्शन के बाद कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है.</p>
<p><strong>कंजक्टिवाइटिस आंख में देखने से बिल्कुल नहीं फैलता</strong></p>
<p>जब किसी व्यक्ति को कंजंक्टिवाइटिस होता है तो उसे आंख आना कहते हैं. कहते हैं कि जिस व्यक्ति को होता है उसकी आंखों में देखने वाले को भी हो जाता है. इसे कंजक्टिवाइटिस या फ्लू कहते हैं, जबकि ऐसा नहीं है. यह सोच पूरी तरह से गलत है. यह इंफेक्शन किसी के भी आंख में देखने से नहीं होता है. बल्कि यह फ्लू डायरेक्ट कॉन्टैक्ट में आने के बाद ही फैलता है. अगर आप किसी कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित व्यक्ति के मेकअप या सामान का यूज करते हैं जैसे टॉवल, काजल आदि तो पूरा चांसेस है कि यह इंफेक्शन आपको भी हो सकता है. यह एक तरह का सेल्फ लिमिटिंग डिजीज है जो 7 से 10 दिन में सपोर्टिव ट्रीटमेंट के साथ ठीक हो जाती है.</p>
<p><strong>कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण</strong></p>
<p>कंजंक्टिवाइटिस होने पर आंख का कलर पिंक हो जाता है. </p>
<p>यह इंफेक्शन होते ही आंखों में सनसनी महसूस हो सकती है</p>
<p>साथ ही साथ खुजली की दिक्कत भी शुरू होती है</p>
<p>आंखों से खूब पानी निकलते हैं</p>
<p>साथ ही साथ आंखों में जलन होने लगता है. </p>
<p><strong>कंजंक्टिवाइटिस होने पर क्या करना चाहिए</strong></p>
<p>कंजंक्टिवाइटिस होने पर बार-बार आंखों को छुना सही नहीं होता है. </p>
<p>किसी भी कपड़े से आंख को धो न लें</p>
<p>आंख और उसके आसपास के एरिया को साफ-सुथरा रखें.</p>
<p><strong><em>Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</em></strong></p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title="वो कौन-कौन सी बीमारी हैं जिसमें होम्योपैथी की दवा इतनी असरदार होती है जितनी एलोपैथी की भी नहीं" href="https://www.abplive.com/lifestyle/health/those-diseases-in-which-homeopathy-medicine-is-as-effective-as-allopathy-medicine-2460221" target="_self">वो कौन-कौन सी बीमारी हैं जिसमें होम्योपैथी की दवा इतनी असरदार होती है जितनी एलोपैथी की भी नहीं</a></strong></p>
eye flu ke liye drop
Source link