एबॉर्शन के बाद स्वास्थ्य की देखभाल: महत्वपूर्ण जानकारी और सुझाव


एबॉर्शन की स्थिति महिलाओं के लिए अधिक गंभीर होती हैं जिसे की अंग्रेजी में मिसकैरेज और हिंदी में गर्भपात भी कहा जाता हैं। यह स्थिति महिलाओं पर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभाव डालती हैं। महिलाओं के लिए गर्भावस्था का पल सबसे बेहतरीन होता हैं, परन्तु कोई समस्या या फिर अनचाही गर्भावस्था के कारण महिलाएं एबॉर्शन का निर्णय ले लेती हैं। एबॉर्शन के बाद महिलाओं को अपना ध्यान अवश्य रखना चाहिए क्योंकि एबॉर्शन के चलते महिलाओं को अन्य परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता हैं। आज हम इस लेख में बात करेंगे की महिलाओं को एबॉर्शन के बाद अपना ख्याल किस प्रकार रखना चाहिए ?

 

 

 

 

 

एबॉर्शन एक सर्जिकल प्रक्रिया होती हैं, जिसमें गर्भावस्था समाप्त हो जाती हैं। एबॉर्शन दो तरीकों से हो सकती हैं सर्जरी और दवाइयां, परन्तु यह गर्भावस्था के चरण पर निर्भर करती हैं। एबॉर्शन तब किया जाता हैं जब कोई बच्चा न चाहता हो या फिर कोई अन्य समस्या हो और इस प्रक्रिया में भ्रूण (एम्ब्रॉय) को महिला के गर्भ से निकला जाता हैं। एबॉर्शन की प्रक्रिया के बाद महिला की स्थिति थोड़ी नाजुक हो जाती हैं, जिसके चलते उन्हें अपना ख्याल अवश्य रखना चाहिए।

 

 

 

एबॉर्शन के बाद ब्लीडिंग कब तक होती है ?

 

 

अबॉर्शन के बाद ब्लीडिंग की अवधि व्यक्ति के स्वास्थ्य और विधि के आधार पर भिन्न हो सकती है। सामान्य रूप से, यह ब्लीडिंग 1 से 2 हफ्तों तक चल सकती है, लेकिन कुछ मामलों में यह 3 से 4 हफ्तों तक भी चल सकती है। इस अवधि में, ब्लीडिंग की मात्रा धीरे-धीरे कम होती जाती है।अगर ब्लीडिंग अनुयायी है, या अत्यधिक है, या यदि कोई अन्य संकेत या लक्षण हैं जैसे कि अत्यधिक दर्द, तो व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपको सही तरीके से देखेंगे और आपके स्वास्थ्य स्थिति को मापने के लिए आवश्यक उपाय बताएंगे।

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एबॉर्शन के बाद क्या सावधानियाँ होनी चाहिए ?

 

 

एबॉर्शन के बाद कुछ सावधानियों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है ताकि स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ हैं:

 

 

  • डॉक्टर के सुझाव का पालन करें: एबॉर्शन के बाद, डॉक्टर द्वारा दी गई सभी सावधानियों और निर्देशों का पूरा पालन करें।

 

  • विश्राम करें: एबॉर्शन के बाद, विश्राम करना महत्वपूर्ण है। अधिक शारीरिक गतिविधि या उत्तेजना से बचें।

 

  • दवाओं का सही तरीके से लें: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं को सही तरीके से लें और उनके साथ कोई भी साइड इफेक्ट होता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

 

  • इंफेक्शन से बचाव: इंफेक्शन से बचने के लिए साफ़ और स्वच्छ रहें। डॉक्टर द्वारा अनुशंसित विशेष सावधानियों का पालन करें।

 

  • खून की रक्त खोखले समाप्ति करें: डॉक्टर द्वारा सिफारिश की गई समय सीमा तक ब्लीडिंग हो जाए, इसके बाद भी अगर ब्लीडिंग जारी है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

 

  • बैडरूम सावधानियाँ: विशेषकर बाथरूम के लिए सफाई का खास ध्यान रखें, और डॉक्टर द्वारा सिफारिश की गई वस्त्रों का प्रयोग करें।

 

  • आहार: स्वस्थ आहार लें और पर्याप्त पानी पिएं। अधिक तेल, मसाले, और तले हुए भोजन से बचें।

 

  • सामाजिक समर्थन: प्रेरणा और सहानुभूति के लिए परिवार और दोस्तों का साथ रखे |

 

 

 

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