छोटी-छोटी बातों में हो जाते हैं गुस्सा, तो इसके पीछे का कारण है आपके सुबह का नाश्ता…जानिए


Rujuta Diwekar Breakfast Tips: अक्सर घर के बड़े बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि कभी भी खाली पेट घर से बाहर नहीं जाना चाहिए. हमेशा कुछ खाकर ही काम पर निकलना चाहिए. कभी आपने सोचा है ऐसा क्यों कहा जाता है. दरअसल, इसके पीछे कई साइंटीफिक रीजन हैं. आप आज के समय में किसी डाइटिशियन या डॉक्टर्स से बात करेंगे तो वो भी यही कहेंगे कि दिन की शुरुआत नाश्ता के बिना अधूरा है और यह बात कई रिसर्च में भी सामने चुकी है. हालांकि मार्केट में फटाफट ब्रेकफास्ट बनाने के लिए कई प्रोडक्ट्स मिल रहे हैं लेकिन फेमस सेलिब्रिटी डाइटिशयन रुजेता दिवेकर कहती हैं मार्केट का नहीं बल्कि हमेशा घर पर बना ही ब्रेकफास्ट करें. रुजेता अपने हर ब्लॉग में यह भी कहती नजर आती हैं कि नाश्ता कभी नहीं छोड़ना चाहिए.

गुस्सा का कारण कहीं आपका ब्रेकफास्ट तो नहीं

रुजेता दिवेकर ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में ब्रेकफास्ट किसी इंसान के लिए क्यों जरूरी है इसके लिए एक लंबा सा पोस्ट शेयर किया है. इसमें वह लिखती हैं कि आप अगर नाश्ता नहीं कर रहे हैं या आप लंबे समय तक नहीं खाते हैं तो यह आपके गुस्सा का कारण बन सकता है. यह बात सुनकर बहुत लोग यह भी कह सकते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है. गुस्सा तो किसी भी इंसान का नेचर होता है इसका नाश्ता करना या नहीं करना से क्या संबंध है. इस पर रुजेता कहती हैं लंबे समय तक खाना नहीं खाने से शरीर में हार्मोनल चेंजेज होते हैं और यह गुस्सा, चिड़चिड़ापन का कारण बन सकती है.  सिर्फ इतना ही नहीं नाश्ता नहीं करने से बाल और पेट संबंधी समस्या भी शुरू हो सकती है.

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इंटरमिटेंट फास्टिंग से हो सकती है पीरियड्स में प्रॉब्लम

सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट डॉ रुजुता दिवेकर ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है. रुजुता लिखती हैं,’मानसिक और शारीरिक रूप से अच्छा महसूस करें इसके लिए रेगुलर पीरियड्स होना भी जरूरी है. जब यंग लड़कियां इंटरमिटेंट फास्टिंग करती हैं तो कई बार इसकी वजह से पीरियड्स स्किप हो जाते हैं.’ 

मार्केट का नहीं बल्कि घर का बना ही ब्रेकफास्ट करें

रुजुता अपनी नई हेल्थ सीरिज में लिखती है,’लोग अक्सर ब्रेकफास्ट स्किप करने के बारे में पूछते हैं. मैं यह बोलूंगी अगर आप नाश्ता नहीं करते हैं तो शारीरिक रूप से कोई फायदा तो नहीं बल्कि नुकसान काफी है. आपके ब्रेकफास्ट और दोपहर के खाने के बीच लंबे समय का गैप आएगा तो इससे कई तरह की बीमारी जरूर शुरू हो जाएगी. सिरदर्द, माइग्रेन और यहां तक कि डिप्रेशन का  कारण भी बन सकता है. कई रिसर्च में भी यह बात भी सामने आई है कि खाने के बीच लंबे समय के गैप से कोई फायदा नहीं बल्कि नुकसान ज्यादा है. रुजुता अपने पोस्ट में  आगे यह लिखती हैं कि यदि आप अपना नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना खाते हैं, तो आप उतना ही वजन कम करते हैं जितना कोई लंबे समय तक नहीं खाकर करता है. रुजुता ने नाश्ता करने के साथ यह भी कहा कि हमेशा घर का बना हुआ ही नाश्ता करें, पैकेट और मार्केट में बिकने वाले समान से दिन की शुरुआत करना सही नहीं है. ‘

गुड न्यूट्रिशन की डायटीशियन डॉ निधि अग्रवाल के मुताबिक,’नाश्ता दिन का पहला भोजन है जिसे हम घंटों के फास्टिंग के बाद लेते हैं. इसलिए पूरे दिन की एनर्जी का 15-25% नाश्ते से आना चाहिए. साथ ही यह भी ध्यान रखना है कि नाश्ता न्यूट्रिशियन से भरपूर होना चाहिए है. ब्रेकफास्ट ऐसा होना चाहिए जिससे खाने के बाद आप मानसिक और शारीरिक रूप से एनर्जी से भरपूर महसूस करें और आपके मूड को भी बना दे.

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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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