जाने ब्रेन ट्यूमर का इलाज कहां होता है – Best Hindi Health Tips (हेल्थ टिप्स), Healthcare Blog – News


मस्तिष्क से जुड़ी सभी बीमारियाँ मनुष्य के लिए अधिक घातक होती हैं इसलिए किसी भी व्यक्ति को अगर मस्तिष्क में अधिक दर्द या कोई अन्य परेशानी हो तो उसे बिलकुल नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए क्योकि। यह आगे जाकर जानलेवा साबित होती हैं जैसे की मस्तिष्क बीमारियों से जुड़ी हुई एक बीमारी ब्रेन ट्यूमर होती हैं जो की अत्यधिक घातक हैं और इसका इलाज समय पर करवाना बहुत आवश्यक होता हैं। यदि किसी भी व्यक्ति को शुरूआती में ही ब्रेन ट्यूमर का पता लग जाये वह डॉक्टर से सलाह लेकर इसका इलाज सही समय पर करवा लें।

 

 

 

 

 

ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में होने वाली असामान्य कोशिकाओं का एक संग्रह हैं ब्रेन में होने वाला ट्यूमर कैंसर युक्त या कैंसर रहित भी हो सकता हैं परन्तु इसका इलाज सही समय पर करना बहुत आवश्यक होता हैं जब ट्यूमर बढ़ता जाता हैं तो इससे दिमाग पर अधिक दबाव पड़ता हैं जिससे की व्यक्ति अधिक परेशान हो जाता हैं और कोई काम में ध्यान नहीं लगा पाता। ब्रेन ट्यूमर के लिए डॉक्टर से सलाह लेना अत्यधिक आवश्यक होता हैं।

 

 

 

ब्रेन ट्यूमर के प्रकार।

 

 

  • प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर: यह ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क से शुरू होता हैं और जब तक यह मस्तिष्क में ही रहे तब तक यह ब्रेन ट्यूमर प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर के नाम से जाना जाता हैं।

 

  • सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर: सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर शरीर के किसी अन्य हिस्से में उत्पन्न होता हैं और कोशिकाओं को मस्तिष्क में भेजता हैं तथा वही बढ़ता हैं।

 

 

 

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण क्या होते हैं ?

 

 

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण सभी व्यक्ति में अलग-अलग नज़र आते हैं तथा यह ब्रेन ट्यूमर के बढ़ने के ऊपर भी निर्भर करता हैं जिस प्रकार ब्रेन ट्यूमर की स्थिति बढ़ती हैं उसी प्रकार इसके लक्षण नज़र आने लगते हैं ब्रेन ट्यूमर के लक्षण कुछ इस प्रकार नज़र आते हैं जैसे की-

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  • बार-बार सिर में दर्द होना ब्रेन ट्यूमर का सबसे आम लक्षण हैं।

 

  •  मतली और उलटी होना।

 

  • धुंधला दिखाई देना।

 

 

  • व्यवहार में परिवर्तन आना।

 

  • सुनने में दिक्कत होना।

 

  • नींद न आना।

 

  • शरीर का संतुलन बिगड़ना।

 

  • बोलने में समस्या होना।

 

  • बहुत अधिक थकान महसूस होना।

 

 

ब्रेन ट्यूमर के निदान किस प्रकार होते हैं ?

 

 

ब्रेन ट्यूमर का निदान न्यूरोलॉजिस्ट (Neurologist) द्वारा किया जाता हैं। इसका निदान करने के लिए डॉक्टर सबसे पहले मस्तिष्क की जाँच करते हैं और इसके साथ – साथ मरीज से उसके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी भी लेते हैं। ब्रेन ट्यूमर की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर निम्न तरीकों से जाँच करते हैं जैसे की –

 

  • सीटी स्कैन: इसकी मदद से कई अलग-अलग मस्तिष्क की अंदरूनी संरचना की तस्वीरें ली जाती हैं।

 

  • एमआरआई स्कैन: ब्रेन ट्यूमर का निदान करने के लिए इस इमेजिंग टेस्ट को सबसे ज्यादा किया जाता है। इसमें रेडियो सिग्नल की मदद से मस्तिष्क की संरचना संबंधी वे जानकारी ली जाती हैं, जो सीटी स्कैन में नहीं मिल पाती हैं।

 

  • एंजियोग्राफी: इस इमेजिंग टेस्ट में धमनियों में डाई डालकर ब्रेन ट्यूमर में ब्लड सप्लाई की जांच की जाती है।

 

  • स्कल एक्स रे: सिर का एक्स रे करके यह पता लगाया जाता है कि कहीं ट्यूमर के कारण सिर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।

 

 

 

ब्रेन ट्यूमर का इलाज कैसे होता हैं ?

 

 

डॉक्टर ब्रेन ट्यूमर का इलाज आमतौर पर उसके आकर, प्रकार और वह किस जगह पर विकसित हुआ हैं आदि के आधार पर निर्भर होता है। डॉक्टर के अनुसार ब्रेन ट्यूमर का इलाज कुछ इस प्रकार होता हैं जैसे की –

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  • सर्जरी: यदि ब्रेन ट्यूमर कैंसर से संबंधित है, तो इसका प्रमुख इलाज सर्जरी ही होता है। सर्जरी के दौरान इलाज का प्रमुख लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा कैंसरग्रस्त कोशिकाओं को निकालना और कम से कम स्वस्थ कोशिकाओं को बचाना होता है। मस्तिष्क के लिए आमतौर पर माइक्रोस्कोपिक ब्रेन सर्जरी और एंडोस्कोपिक सर्जरी आदि की जाती हैं। इन सर्जरी प्रक्रियाओं को ट्यूमर के प्रकार, साइज और प्रभावित जगह के अनुसार चुना जाता है।

 

  • कीमोथेरेपी: यदि सर्जरी की मदद से ट्यूमर को निकालना मुश्किल है, विशेष रूप से बुजुर्ग व्यक्तियों में ऐसी स्थितियों में ट्यूमर का इलाज करने के लिए कीमोथेरेपी का विकल्प लिया जा सकता है। हालांकि, कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट शुरू करने से पहले कई स्थितियों पर विचार करना पड़ता है, जिनमें प्रमुख रूप से कैंसर का प्रकार (कैंसरयुक्त या कैंसर रहित) और ट्यूमर कितनी तीव्रता से बढ़ रहा है आदि शामिल हैं।

 

  • रेडिएशन थेरेपी: इस ट्रीटमेंट प्रोसीजर से ब्रेन ट्यूमर का इलाज करने के लिए मस्तिष्क के अंदर से आयोनाइज की गई गामा किरणों (Ionized Gamma Rays) को गुजारा जाता है, जिससे ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है। कुछ गंभीर मामलों में ट्यूमर की ग्रोथ को रोकने के लिए पल्वेराइज्ड गामा किरणों (Pulverized Gamma Rays) को इस्तेमाल में लाया जाता है।

 

  • रेडियो सर्जरी: सर्जरी की तरह ही इस उपचार में ट्यूमर कोशिकाओं को मारने के लिए रेडिएशन के कई बीम ब्रेन ट्यूमर को केंद्रित किया जाता हैं। रेडिएशन से ब्रेन ट्यूमर का इलाज करने के लिए लीनियर एक्सीलेटर और गामा नाइफ जैसी विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है।

 

 

 

ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए बेस्ट अस्पताल।

 

 

ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए दिल्ली के बेस्ट अस्पताल –

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ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा के बेस्ट अस्पताल –

 

  • शारदा अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • यथार्थ अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • बकसन अस्पताल ग्रेटर नोएडा
  • जेआर अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • प्रकाश अस्पताल ,ग्रेटर नोएडा
  • शांति अस्पताल , ग्रेटर नोएडा
  • दिव्य अस्पताल , ग्रेटर नोएडा

 

ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए गुरुग्राम के बेस्ट अस्पताल –

 

 

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