जाने मानसिक व्यायाम कैसे करें। – GoMedii


व्यायाम हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं जब शारीरिक फिटनेस की बात आती हैं तो व्यायाम बहुत जरुरी और फायदेमंद होता हैं परन्तु जब मानसिक स्वास्थ्य की बात आती हैं तो व्यायाम बहुत मह्त्वपूर्ण माना जाता हैं। शरीर की कोई भी बीमारी मनुष्य के उत्साह को कमजोर कर देती हैं और रोज के कार्य को करने में दिक्कत कर देते हैं। शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही जरुरी होता हैं और दोनों को ही स्वस्थ रखने के लिए योग करना बहुत ही मह्त्वपूर्ण घटक माना जाता हैं।

व्यायाम किसी भी मनुष्य के मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं और उदासी, चिंता तथा बीमारियों को भी दूर रखता हैं। सभी व्यक्तियों को रोजाना नियमित रूप से योग करना चाहिए ताकि वह हर समय फिट रह सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा हो तो वह योग के जरिए ठीक हो सकता हैं तथा इससे मानसिक थकान भी दूर होती हैं।

 

 

 

 

 

  • भ्रामरी प्राणायाम: यह आसन करने से नकारात्मक भावनायें जैसे क्रोध, चिड़चिड़ाहट, निराशा और चिंता कम होती हैं तथा एकाग्रता और स्मृति को बढ़ाता हैं। माना जाता हैं की भ्रामरी प्राणायाम करने से आत्म विश्वास में भी वृद्धि होती हैं।

 

  • सेतुबंध आसान: यह आसान गर्दन और रीढ़ में खिचाव के द्वारा मजबूती लाता हैं तथा मस्तिष्क में रक्त संचार को भी बढ़ाता हैं और मांसपेशियों को भी आराम देता हैं। सेतुबंध आसान करने से चिंता, तनाव, और डिप्रेशन को कम किया जा सकता हैं।
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  • बालासन: बालासन का अभ्यास करने से नकारात्मक विचारों का नाश होता हैं तथा सकारात्मक विचारों का संचार होता हैं। बालासन का अभ्यास 1 से 3 मिनट तक करना चाहिए ताकि विचारों के साथ ही यह दिमाग को शांत भी रखे।

 

  • उत्तानासन: उत्तानासन के अभ्यास से हिप्स, हैमस्ट्रिंग, और काव्स पर खिंचाव आता है जबकि घुटने और जांघें मजबूत हो जाती हैं। उत्तानासन में रक्त संचार बढ़ने के कारण ये दिमाग को शांत करता है और घबराहट से राहत देता है। सिरदर्द की समस्या होने पर भी इसका अभ्यास आराम देता है।

 

  • उपविष्ठ कोणासन: उपविष्ठ कोणासन के अभ्यास के समय पूरा शरीर भूमि के समानांतर हो जाता है। इससे रक्त का स्तर शरीर में समान हो जाता है। दिल को ज्यादा मेहनत करते हुए दिमाग की तरफ रक्त को पंप करना पड़ता है। ये स्थिति ब्रेन के फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद करती है।

 

  • शवासन: शवासन हल्के डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर, सिरदर्द, थकान, इंसोम्निया को दूर करने में मदद करता है। शवासन नर्व्स सिस्टम को शांत करता है और पूरे शरीर में एकरूपता को बढ़ावा देता है। ये ब्रेन के लिए कंप्लीट आसन है। यही कारण है कि इसे योग विज्ञान का सबसे कठिन आसन माना जाता है।

 

  • पश्चिमोत्तानासन: इस आसान को करना बहुत ही आसान होता हैं। शरीर के वजन को कम करने के लिए यह बहुत अच्छा होता हैं तथा मन शांत रहता हैं और दिमाग की शक्ति भी बढ़ती हैं।

 

  • हलासन: इस आसन को करने से मनुष्य मानसिक तनाव और चिंता से दूर रहता हैं तथा दिमाग को शांत रखता हैं।
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मानसिक तनाव को दूर करने के लिए क्या करे ?

 

 

  • वॉकिंग करने से आपका मूड अच्छा रहता है और ये आपकी मेंटल हेल्थ के साथ-साथ आपकी ओवरऑल हेल्थ पर भी काफी अच्छे इफेक्ट डालता है। रिसर्च के मुताबिक वॉकिंग लो इंटेन्सिटी एरोबिक एक्टिबिटी है जिससे आपके दिमाग में पॉजिटिव थोट्स आते हैं और अलर्टनेस बढ़ती है। यदि आप हफ्ते में तीन दिन 30 मिनट स्लो वॉक या तेज वॉक करते हैं तो आपको काफी अच्छे रिजल्ट मिल सकते हैं।

 

  • स्विमिंग होल बॉडी वर्कआउट है। ये आपके पूरे शरीर और कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को सही रखने में काफी मदद करता है। इसे करते समय काफी कैलोरी बर्न होती है।एक स्टडी के मुताबिक 20 हफ्ते तक स्विमिंग प्रोग्राम फॉलो करने वाले मल्टीपल स्केलेरोसिस लोगों को शरीर दर्द में काफी कमी आई थी। साथ ही साथ इन लोगों के थकान और अवसादजैसे लक्षणों में भी काफी सुधार हुआ था।

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  • रोग नियंत्रण एवं निवारण केंद्र के मुताबिक एडल्ट्स को 150 मिनट प्रति सप्ताह मीडियम इंटेन्सिटी एरोबिक एक्टिविटी करना चाहिए।

 

  • साइकिल में भी एक मीडियम इंटेन्सिटी एक्सरसाइज है जिसे करने से आपका मूड ठीक हो सकता है और आप मेंटली रूप से अधिक एक्टिव हो सकते हैं। यदि आप सुबह के समय साइकिलिंग करते हैं तो ये आपके लिए और भी इफेक्टिव हो सकती है।

 

  • डांस करना मीडियम इंटेन्सिटी वर्कआउट के अंदर आता है। डांस पॉजिटिव मेंटल हेल्थ इफेक्ट प्रोड्यूस करती है। साथ ही साथ ग्रुप में डांस करने से आप अपने आपको दूसरों से जुड़ाव महसूस करते हैं इसलिए भी इससे किसी की भी मानसिक स्थिति काफी अच्छी हो सकती है। डांस करते समय शरीर में मूड को सुधारने वाला केमिकल रिलीज होता है और इससे आपको काफी खुशी मिलती है। जो कि मेंटल हेल्थ संबंधित समस्याओं को कम करने में काफी मदद करता है।
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