खूबसूरती ही नहीं सेहत का हाल भी बताते हैं बाल, जानिए क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स


Hair Care: आपके बाल सिर्फ आपकी खूबसूरती ही नहीं सेहत का हाल भी बताते हैं. आजकल खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से बाल (Hair Care Tips) तेजी से गिर रहे हैं. इस वजह से गंजेपन की समस्या बढ़ रही है. बाल ही नहीं सिर की सतर यानी स्कल्प भी सेहत को लेकर काफी कुछ कहती है. ऐसे में कुछ संकेतों को पहचानकर उनका इलाज करवाना चाहिए. इससे कई समस्याओं से बच सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं बालों से जुड़ी कुछ अहम बातें…

 

सफेद और पीली डैंड्रफ 

डैंड्रफ बालों से जुड़ी आम समस्या है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ड्रैंडफ सिर की त्वचा में फंगस बढ़ने की वजह से होती है. कई बार रूखी त्वचा, मोटापे, तनाव, ठंड, शुष्क मौसम और एक्जिमा या सोरायसिस की वजह से भी ड्रैंडफ होता है. सफेद ड्रैंडफ नुकसानदायक नहीं होते हैं. इससे छुटकारा पाने डेली एंटी डैंड्रफ शैम्पू का इस्तेमाल कर सकते हैं. कई बार सिर में डैंड्रफ के चिकने गुच्छे देखने को मिलते हैं, जिनका रंग पीला होता है. ऐसा होने पर सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि ये सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस के लक्षण हो सकते हैं, जो हार्मोन और फंगस से जुड़ा है. कई बार ये पार्किंसंस और HIV जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याओं की तरफ भी संकेत करती हैं. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.

 

कहीं ज्यादा तो नहीं उड़ रहे बाल

बाल झड़ना ऐसी कॉमन समस्या है, जिससे हर इंसान परेशान है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, रोजाना 100 या इससे ज्यादा बाल गिरना सामान्य है लेकिन अगर इससे काफी ज्यादा बाल झड़ते हैं तो ये टेलोजन एफ्लुवियम हो सकता है. नए बालों का उगना और पुराने बालों का झड़ना सामान्य प्रक्रिया है लेकिन टेलोजन एफ्लुवियम में बाल पैदा करने वाले रोमों की संख्या कम होने लगती है, जिससे नए बालों के बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होने लगती है और बाल पतले होने लगते हैं. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनके कुछ हिस्सों से बाल झड़ जाते हैं. मतलब उनके बाल पैचेज में उड़ते हैं. ऐसा एलोपेसिया एरीटा में होता है. इससे इम्यूनिटी गलती से बालों के रोमों पर हमला करने लगती है, जिससे बाल पैच में जाते हैं. एलोपेसिया एरीटा हानिकारक या संक्रामक नहीं लेकिन हेयरस्टाइल के लिए खतरनाक हो सकती है.

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बालों को झड़ने से कैसे बचाएं

 

1. बालों के धूप से बचाना चाहिए, क्योंकि ज्यादा धूप में रहने से बाल डैमेज होने लगते हैं और आसानी से टूटते हैं. बालों को धूप से बचाने के लिए टोपी या स्कार्फ का इस्तेमाल करना चाहिए. 

 

2. डाइट का बालों पर असर होता है. आयरन और प्रोटीन रिच फूड्स के साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड, जिंक और विटामिन ए से भरपूर चीजें खानी चाहिए. काजू, अखरोट, साबुत अनाज, पालक, गाजर और  हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए.

 

3. कुछ महिलाएं बालों को सुरक्षित रखने के लिए कसी चोटी या बन बनाती हैं, लेकिन इससे ट्रैक्शन एलोपेसिया का खतरा बना रहता है. ये रोम छिद्रों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे बाल ज्यादा टूटते हैं. बालों को ज्यादा स्टाइलिंग, हीट और केमिकल से बचाना चाहिए.

 

4. कई बार दवाईयों के साइड इफेक्ट्स की वजह से भी बाल झड़ते हैं. एंटी क्लोटिंग, कोलेस्ट्रॉल कम, एंटीडिप्रेसेंट, नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी, बर्थ कंट्रोल करने वाली दवाईयां और एंटीबायोटिक्स डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेनी चाहिए.

 

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