नवजात शिशु प्राप्ति में समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, और एक नई अध्ययन ने धूम्रपान के खतरों को और अधिक संदेहाजनक बना दिया है। अध्ययन के अनुसार, धूम्रपान न केवल लंग्स को हानि पहुंचाता है, बल्कि बांझपन की भी एक वजह बन सकता है। अध्ययन के अनुसार, तम्बाकू के सेवन से लंग्स में नुकसान होने के अलावा, वैज्ञानिकों ने इसका सीधा संबंध बांझपन के साथ भी देखा है। धूम्रपान के कारण निर्धारित अध्ययन के अनुसार, धूम्रपान से उत्पन्न होने वाले विषाक्त रसायन गर्भाशय में जाने की संभावना होती है, जिससे गर्भाशय के अवयवों को नुकसान पहुंच सकता है और बांझपन की समस्या हो सकती है।
डॉ. अनिल शर्मा, एक जाने माने रोग विशेषज्ञ, ने इस अध्ययन के परिणामों को सार्वजनिक किया। उन्होंने कहा, “यह अध्ययन धूम्रपान के जोखिमों को समझने में एक और कदम है। लंग्स के संदर्भ में जो नुकसान होता है, वह हम सभी को पता है, लेकिन इससे जुड़ी गर्भाशय की समस्याओं का उत्थान भी गंभीर हो सकता है। सामान्यत: धूम्रपान करने वाली महिलाओं के लिए बांझपन के खतरे को लेकर इस अध्ययन के परिणाम चिंता का विषय बन रहे हैं। इससे पहले भी कई अध्ययनों ने तम्बाकू के सेवन को गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना है। इस अध्ययन के परिणाम ने इस बात को और भी पुष्टि दी है कि धूम्रपान का सेवन किसी भी चरण में हानिकारक हो सकता है।
इससे पहले तम्बाकू के सेवन को गर्भावस्था के दौरान रोकने के लिए विशेषज्ञों ने महिलाओं को सलाह दी है, लेकिन इन नए अध्ययन के परिणामों के प्रकाश में, धूम्रपान के खतरे को समझना और इससे बचने के लिए नई नीतियों की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है, जिसे कोई खर्च नहीं कर सकता।
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