Weight Measurement : कुछ लोग वेट लॉसजर्नी के दौरान अपना वजन समय समय पर मापते रहते हैं ऐसे में वजन में किसी छोटे से बदलाव से लोग परेशान हो जाते हैं और यह उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह हानिकारक होता है. वजन मापने का सही समय का ध्यान देना बहुत जरूरी है कुछ ऐसी परिस्थितियों है जिनमें आप जब भी वजन मापेगें तो आपको गलत जानकारी मिल सकती है.
आइए जानते हैं कब नहीं मापें वजन
- तुरंत खाना खाने के बाद: जब आप भोजन करते हैं, तो आपका वजन अस्तित्वपूर्ण तरीके से बढ़ सकता है, क्योंकि आप ने अभी अधिक पानी और खाद्य पदार्थ सेवन किया है.
- अधिक पानी पीने के तुरंत बाद: जल का वजन होता है, और यदि आप एक बड़ी मात्रा में पानी पीते हैं, तो आपका वजन तुरंत बढ़ जाता है ऐसे में इस समय वजन न मापें.
- व्यायाम के तुरंत बाद: व्यायाम के दौरान हम पसीना छोड़ते हैं, जिससे हमारा वजन कम हो सकता है. लेकिन यह कमी तात्कालिक होती है और वास्तविक शरीर के वजन में कोई असली बदलाव नहीं होता है.
- महिलाओं को माहवारी के दौरान वजन नहीं मापना चाहिए क्योंकि हारमोनल बदलाव के कारण वजन बढ़ सकता है.मासिक धर्म के दौरान पेल्विक क्षेत्र कंजस्टिड हो सकता है, जिससे उस क्षेत्र में अस्थायी रूप से दबाव और असुविधा बढ़ सकती है. जिससे आपका वजन कम या ज्यादा हो सकता है.
- बीमारियों के दौरान भी वजन मापना उचित नहीं क्योंकि शरीर में तरल पदार्थ बढ़ सकते हैं.
- दिन के अलग-अलग समय पर: सुबह के समय आपका वजन अक्सर दिन के बाकी भाग की तुलना में कम होता है. इसलिए यदि आप अपना वजन नियमित रूप से मापते हैं, तो यह अच्छा है कि आप एक निश्चित समय पर ही ऐसा करें.
- जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो हार्मोन बाधित हो सकते हैं,जिससे भूख बढ़ जाती है या फिर मेटाबॉलिज्म को धीमा हो जाती है ऐसे में आपका वेट मापने के बाद कम या ज्यादा हो सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: बार-बार डकार आना नॉर्मल बात नहीं, ये इस गंभीर बीमारी का हो सकता है संकेत
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )