क्या है कोरोना का नया JN.1 वेरिएंट, जानें इसके बारे में सबकुछ



<p style="text-align: justify;">दुनियाभर में तबाही मचाने वाला कोरोनावायरस अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. बीतते सालों के साथ इस नया-नया रूप दुनिया के सामने आता है. आए दिन हम इसके नए-नए वेरिएंट के बारे में पढ़ते हैं. इन दिनों एक बार फिर से कोविड का नया वेरिएंट JN.1 दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. &nbsp;अब साइंटिस्ट के लिए यह चिंता का विषय बन गया है कि यह कभी खत्म होगा कि भी नहीं या यह समय-समय पर अपना रूप बदलेगा. कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 को लेकर साइटिंस्ट काफी टेंशन में है क्योंकि उनका कहना है कि यह वेरिएंट्स बाकी के वेरिएंट्स से काफी ज्यादा संक्रामक है. सिर्फ इतना ही नहीं यह हमारी इम्युनिटी के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>क्या है JN.1 वेरिएंट?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">JN.1 कोरोना का नया वेरिएंट है. जो &nbsp;एक्सबीबी.1.5 और एचवी.1 के वेरिएंट से कई गुना ज्यादा खतरनाक है. सार्स-कोव-2 वैरिएंट जेएन.1 (JN.1) इंग्लैंड, फ़्रांस, आइसलैंड समेत अमेरिका जैसे देशों में तेजी से फैल रहा है. कोरोना का नए वाले वेरिएंट का पता सबसे पहले 25 अगस्त को लक्जमबर्ग में चला था. जिसके बाद बाकी देशों में इसके स्ट्रेन पाए गए. सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि जिन लोगों को न्यू वेरिएंट अपना शिकार बना रही है उन्हें कोविड वैक्सीन का असर पर भी नहीं हो रहा है. भारत में अब तक इस वेरिएंट से पीड़ित एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ज्यादा संक्रामक है JN.1 वेरिएंट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">JN.1 वेरिएंट को काफी ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है. नया कोविड वेरिएंट BA.2.86 की फैमिली से निकला है. &nbsp;JN.1 वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 41 म्यूटेशन हुए हैं. अब तक जितने भी वेरिएंट मिले है उसमें उतना ज्यादा बदलाव नहीं दिखे जितना इस वेरिएंट में दिखे.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>JN.1 वेरिएंट के लक्षण</strong></p>
<p style="text-align: justify;">JN. 1 वेरिएंट के लक्षण पुराने वेरिएंट्स से मिलते हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">जैसे- ठंड लगकर बुखार आना</p>
<p style="text-align: justify;">सीने में दर्द गोना</p>
<p style="text-align: justify;">सांस लेने में दिक्कत</p>
<p style="text-align: justify;">गले में खराश और दर्द</p>
<p style="text-align: justify;">शरीर में दर्द होना&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">सिरदर्द और नाक बंद होना</p>
<p style="text-align: justify;">उल्टी और मतली</p>
<p style="text-align: justify;">टेस्ट या स्मेल न आना</p>
<div dir="auto"><strong><em>Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</em></strong></div>
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