Bloating Home Remedies: किचन में मौजूद मसाले पोषण का खजाना हैं, लेकिन कुछ ऐसे मसाले भी होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए समस्या का कारण बन सकते हैं. इसलिए खाने में इन्हें सोच-समझकर इस्तेमाल करना चाहिए. वहीं, किचन में मौजूद कुछ मसालें लाभकारी होते हैं. लहसुन, प्याज या मिर्च खाने से अगर ब्लोटिंग (Bloating) की समस्या हो रही है तो इसे हल्के में लेकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ब्लोटिंग शरीर की पाचन समस्याओं का एक संकेत माना जाता है. बार-बार ब्लोटिंग होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इनमें धीमी पाचन प्रक्रिया, गलत खान पान, मेंस्ट्रुएशन, शारीरिक स्थिरता. इसे दूर करने के लिए किचन में मौजूद कुछ मसाले काम आ सकते हैं. आइए जानते हैं ब्लोटिंग की समस्या दूर करने में कौन-कौन से मसाले फायदेमंद हैं…
लहसुन-प्याज, मिर्च बन सकती है समस्या
मसाले के तौर पर इस्तेमाल होने वाले प्याज, लहसुन और लाल मिर्च ब्लोटिंग का कारण बन सकते हैं. कच्चे लहसुन में तीखी गंध और टेस्ट होता है. लहसुन में फ्रुक्टेन, घुलनशील फाइबर भी पाए जाते हैं, जिन्हें पचाना बेहद मुश्किल होता है. साथ ही लाल मिर्च दर्द, जलन, मतली और सूजन की भी समस्या पैदा कर सकती है.
जीरा
जीरे में कई मेडिसिनल गुण होते हैं. ऐसे में इसका चिकित्सीय इस्तेमाल में भी किया जा सकता है. जीरे में एंटी डायबिटिक, एंटी इन्फ्लेमेटरी और कार्डियो प्रोटेक्टिव इफेक्ट भी मौजूद होते हैं. जीरा हमारी आंतों की सेहत को भी ठीक रखता है. जीरा बाइल प्रोडक्शन को बूस्ट करता है, जो हमारे पाचन सिस्टम के लिए एक संतुलित पाचन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
सौंफ
सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबॉयल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी फंगल कंपाउंड्स रहते हैं. यह सभी कंपाउंड पेट के लिए अच्छे रहते हैं और ब्लोटिंग को कम करते हैं. सौंफ में एंटीस्पास्मोडिक और एनेथोल एजेंट भी मौजूद रहते हैं. सौंफ आंतों में मौजूद हानिकारक माइक्रोऑर्गेनाइज्म को कम करती है.
काली मिर्च
काली मिर्च हमारी किचन में मौजूद रहता है. काली मिर्च में पिपरिन नाम का एक पावरफुल कंपाउंड मौजूद रहता है. जो हमारी पाचन प्रक्रिया को बढ़ावा देने के साथ ही शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को भी बढ़ावा देते हैं. काली मिर्च में पाया जाने वाला कंपाउंड गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक में ब्लड फ्लो बढ़ाने का काम करते हैं.
दालचीनी
दालचीनी एक तरह का गरम मसाला होता है, जिसे कई तरीक से इस्तेमाल किया जाता है. दालचीनी में मौजूद गुण, इसे बेहद खास बनाते हैं. दालचीनी का इस्तेमाल उल्टी, अपच, सर्दी खांसी, भूख की कमी, थकान में इसका यूज किया जाता है. दाल चीनी बॉडी में ब्लड फ्लो को बढ़ाती है.
धनिया के बीज
धनिया हर सब्जी में डाला जाता है, धनिया हमारे खाने के टेस्ट को बढ़ा देता है. इसके अलावा पाचन संबंधी गुण भी धनिया में पाए जाते हैं. खाद्य पदार्थों में धनिया डालने से उन्हें पचाना अधिक आसान हो जाता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें
यह भी पढ़ें
चाय पीने के हैं शौक़ीन और सर्दियों में बढ़ जाती हैं चाय की चुस्कियां तो ठहर जाएं, ये खबर आपके लिए है
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )