हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण हड्डी और दांत कमजोर होते हैं इसके अलावा शरीर में कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। खासतौर पर महिलाओं में कैल्शियम की कमी ज्यादा होती है। आपको बता दें की स्तनपान कराने वाली महिलाओं और 40 से अधिक उम्र की महिलाओं में अक्सर कैल्शियम की कमी ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसा पुरुषों के साथ भी होता है लेकिन उनके साथ ऐसा उम्र बढ़ने के साथ होता है और शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है।
मानव शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। यह दोनों ही हमारे शरीर में बहुत एहम भूमिका निभाते हैं। यदि शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की ज्यादा कमी होती है तो बोन मैरो कैंसर होने का खतरा होता है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए की बोन मैरो कैंसर क्या है?
बोन मैरो हड्डियों के बीच एक नरम और स्पंजी टिश्यू होता है। इसमें रक्त बनाने वाली कोशिकाएँ होती हैं जिन्हें स्टेम कोशिकाएँ कहा जाता है। ये कोशिकाएं लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स का विकास करती हैं। इस कोशिका में होने वाले कैंसर को बोन मैरो कैंसर कहा जाता है।
बोन मैरो कैंसर के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of bone marrow cancer in Hindi)
बोन मैरो कैंसर का सबसे आम प्रकार मल्टीपल मायलोमा है। इसके लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
कैंसर को प्रभावित करने वाली कोशिकाओं के प्रकार के अनुसार, बोन मैरो कैंसर के लक्षण अलग-अलग होते हैं।
मल्टीपल मायलोमा के लक्षण
- हड्डियों में दर्द होना
- ज़रूरत से ज़्यादा प्यास लगना
- कमज़ोरी और थकावट होना
- लगातार पेशाब आना
- शरीर में पानी की कमी होना
ल्यूकीमिया के लक्षण
- कमज़ोरी होना
- लगातार इंफेक्शन होना
- अधिक पसीना आना
- हड्डियों में दर्द होना
लिम्फोमा के लक्षण
- शरीर में सूजन होना
- तेजी से वजन कम होना
- त्वचा पर चकत्ते पड़ना
- सीने और कमर में दर्द
- हर वक्त पेट भरा हुआ लगना
जानिए बोन मैरो कैंसर का इलाज कैसे होता है? (How is Bone Marrow Cancer Treated in Hindi)
बोन मैरो कैंसर का उपचार हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होगा और इसका निर्णय डॉक्टर करेंगे। यह निदान के समय कैंसर के विशिष्ट प्रकार और चरण के साथ-साथ किसी भी अन्य स्वास्थ्य कारणों पर आधारित है। बोन मैरो कैंसर के लिए निम्नलिखित उपचारों का उपयोग किया जाता है:
- कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी का इस्तेमाल लगभग सभी तरह के कैंसर के इलाज में किया जाता है। यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं को खोजने और नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आपका डॉक्टर मरीज के विशिष्ट प्रकार के कैंसर के आधार पर एक दवा या दवाओं का खाने को कह सकते हैं।
- रेडिएशन थेरेपी: रेडिएशन थेरेपी कैंसर कोशिकाओं को मारने, ट्यूमर के आकार को कम करने और दर्द को कम करने के लिए लक्षित क्षेत्र में उच्च-ऊर्जा वाली बीम का उपयोग करती है।
- बायोलॉजिकल थेरेपी: यह थेरेपी कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली का उपयोग करती है।
- टार्गेटेड ड्रग थेरेपी: टार्गेटेड ड्रग थेरेपी एक विशिष्ट प्रकार की कैंसर कोशिकाओं पर सटीक तरीके से काम करती है और उन्हें खत्म करती है। कीमोथेरेपी के विपरीत, वे स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं।
- ट्रांसप्लांट: बोन मैरो ट्रांसप्लांट के दौरान, क्षतिग्रस्त बोन मैरो को डोनर के स्वस्थ मैरो से बदल दिया जाता है। इस उपचार में उच्च खुराक कीमोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा शामिल हो सकती है। इसे स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के रूप में भी जाना जाता है।
बोन मैरो कैंसर के इलाज के लिए बेस्ट हॉस्पिटल (Best Hospital for Bone Marrow Cancer Treatment in Hindi)
यदि आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724) पर संपर्क कर सकते हैं।
बोन मैरो कैंसर का निदान कैसे होता है? (How is Bone Marrow Cancer Diagnosed in Hindi)
यदि आपके पास बोन मैरो कैंसर के लक्षण हैं, तो डॉक्टर आपके चिकित्सा इतिहास की समीक्षा करेगा और पूरी शारीरिक जांच करेगा। मरीज के लक्षणों के आधार पर, परीक्षण में शामिल हो सकते हैं:
- ब्लड टेस्ट
- प्रोटीन के स्तर की जांच और किडनी का आकलन करने के लिए यूरिन टेस्ट
- कैंसर कोशिकाओं की उपस्थिति की जांच के लिए बोन मैरो या बढ़े हुए लिम्फ नोड की बायोप्सी
- ट्यूमर की जाँच के लिए इमेजिंग टेस्ट जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई, पीईटी स्कैन और एक्स-रे
बायोप्सी के परिणाम बोन मैरो कैंसर के निदान की पुष्टि कर सकते हैं और विशिष्ट प्रकार के कैंसर के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं। इमेजिंग टेस्ट यह निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं कि कैंसर कितनी दूर तक फैल गया है और कौन से अंग को सबसे ज्यादा प्रभावित कर चूका है।
बोन मैरो कैंसर से बचाव के लिए क्या खाएं? (What to eat to prevent bone marrow cancer in Hindi)
- खट्टे फल: हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आपको अपने आहार में खट्टे फलों को जरूर शामिल करना चाहिए। संतरा विटामिन सी और डी से भरपूर होता है। विटामिन सी मजबूत हड्डियों के लिए भी आवश्यक है। विटामिन सी हड्डियों के टूटने के खतरे को कम करता है।
- अंडे: हड्डियों के लिए आपको अंडे को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। अंडे में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन डी पाया जाता है। इसके अलावा अंडे में और भी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
- गुड़: गुड़ से आप हड्डियों को मजबूत बना सकते हैं। कोशिश करें कि खाने में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें। गुड़ में कैल्शियम और आयरन दोनों ही पाए जाते हैं।
- मशरूम: मशरूम विटामिन डी से भरपूर होते हैं। इसके अलावा मशरूम में कई अन्य पोषक तत्व, विटामिन बी और कैल्शियम भी पाए जाते हैं।
- हरी बीन्स: हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए हरी बीन्स खाएं। बीन्स में विटामिन ए, सी और के और फोलिक एसिड पाया जाता है। इसके अलावा बीन्स प्रोटीन, आयरन और जिंक का भी अच्छा स्रोत हैं।
- काले चने और छोले: कैल्शियम से भरपूर होते हैं। आप खाने में भुने हुए काले चने शामिल कर सकते हैं। चने खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। चने में आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
- सूखे मेवे: हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आप अपने आहार में बादाम, अखरोट, काजू जैसे सूखे मेवे जरूर शामिल करें। नट्स कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर होते हैं। बादाम में विटामिन डी भी होता है।
यदि आप बोन मैरो कैंसर के बारे में कोई भी सवाल पूछना चाहते हैं या इसका इलाज ऊपर बताए गए किसी भी हॉस्पिटल में कराना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें या आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।
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