ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी स्तन के आकार को बढ़ाने के लिए की जाने वाली कॉस्मेटिक सर्जरी हैं। यह सर्जरी उन महिलाओं के लिए होती हैं जो स्तन के आकारों से संतुष्ट नहीं होती हैं तथा किसी महिला को ब्रैस्ट में सिस्ट या ट्यूमर हो जिसके कारण स्तन का आकार छोटा हो जाये तो वहां भी यह सर्जरी करवा सकते हैं। ब्रैस्ट इम्प्लांट सर्जरी से पहले विशेषज्ञ डॉक्टर से सभी तरह की जानकारी अवश्य ले।
ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के तीन प्रकार होते हैं –
सेलाइन इंप्लांट्स: यह स्टिराइल सेलाइन से भरा सल्युशन है जैसे कि नमक का पानी। इस सल्युशन का इस्तेमाल इलास्टोमेर सिलिकॉन शेल के भीतर किया जाता है। इन इम्प्लांट्स को सेलाइन सल्युशन की विभिन्न मात्रा से भरा जा सकता है। यह स्तन की भावना, दृढ़ता और आकार को प्रभावित करता है। यदि सेलाइन इम्प्लांट्स लीक हो जाता है। तो सल्युशन को शरीर प्राकृतिक रूप से अवशोषित और निष्कासित कर सकता है।
सिलिकोन जेल: यह सिलिकोन जेल से भरे बाहरी आवरण से बनता है यदि सिलिकोन से भरा इंप्लांट लीक हो जाता है तो जेल या तो शेल में रहेगा या ब्रेस्ट इंप्लांट पॉकेट में बच जाएगा। ऐसे में सिलिकॉन से भरा इम्प्लांट लीक तो हो सकता है लेकिन गिर नहीं सकता। इस प्रकार के इम्प्लांट को चुनने वाले मरीजों को अपने डॉक्टर के साथ सलाइन सॉल्यूशन इम्प्लांट की तुलना में अधिक नियमित जांच करवानी चाहिए। एमआरआई या अल्ट्रासाउंड स्कैन की मदद से इम्प्लांट की स्थिति की जांच की जा सकती है।
फैट ट्रांसफर: इस प्रकार की सर्जरी में डॉक्टर इंप्लांट को ढकने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। इस सर्जरी में महिला के विभिन्न अंगों जैसे जांघो, पेट या कूल्हे से फैट को लिपोसक्शन के द्वारा निकाला जाता है और उसका उपयोग ब्रेस्ट के आकार को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
भारत में ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी की कुल लागत कितनी हैं ?
भारत में ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी की कुल लागत लगभग 1,00,000 से 1,50,000 तक हो सकती है। हालांकि, प्रक्रिया की लागत विभिन्न अस्पतालों में भिन्न हो सकती है। भारत में ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के लिए कई बड़े अस्पताल और विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। लागत विभिन्न अस्पतालों में भिन्न होती है।
ब्रेस्ट इम्प्लांट से पहले कौन-कौन से परिक्षण होते हैं ?
ब्रेस्ट इम्प्लांट करने से पहले डॉक्टर कुछ जाँच करते हैं जैसे की –
हेल्थ चेकअप: ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी से पहले एक महिला के स्वास्थ्य की अच्छी तरह से जांच की जाती है। जो इस बात की पुष्टि करता है कि इस सर्जरी का उस महिला के स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा।
धूम्रपान न करने की सलाह: जिन महिलाओं को ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी करानी होती है, उनके लिए डॉक्टर इस सर्जरी से पहले धूम्रपान न करने की सलाह देते हैं।
कुछ दवाओं का उपयोग रोकना: डॉक्टर द्वारा महिला के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद, डॉक्टर उसे सलाह देते हैं कि वह एस्पिरिन जैसी किसी भी तरह की दवाइयाँ न लें क्योंकि उन्हें लेने से ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के दौरान अधिक रक्तस्राव हो सकता है।
मैमोग्राम टेस्ट करना: ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी से पहले मैमोग्राम टेस्ट किया जाता है। मैमोग्राम मुख्य रूप से स्तन का एक्स-रे होता है, जो स्तन से संबंधित किसी भी बीमारी जैसे कैंसर, गांठ आदि का पता लगाने के लिए किया जाता है।
ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के लिए अच्छे अस्पताल।
ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के लिए दिल्ली के अच्छे अस्पताल –
ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के लिए नोएडा के अच्छे अस्पताल –
ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के लिए हैदराबाद के अच्छे अस्पताल –
- अपोलो हेल्थ सिटी, हैदराबाद
- यशोदा हेल्थकेयर, हैदराबाद
- केयर अस्पातल, हैदराबाद
- अमृता अस्पातल, हैदराबाद
ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी के लिए फरीदाबाद के अच्छे अस्पताल –
यदि आप ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी कराना चाहते हैं, या इससे सम्बंधित किसी भी समस्या का इलाज कराना चाहते हैं, या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें। इसके अलावा आप प्ले स्टोर (play store) से हमारा ऐप डाउनलोड करके डॉक्टर से डायरेक्ट कंसल्ट कर सकते हैं। आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724 और +91 9599004811) पर भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमे [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।
Disclaimer: GoMedii एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।