क्रोनिक लीवर फेलियर आमतौर पर तब होता है जब व्यक्ति के लीवर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा काम करना बंद कर देता है या ठीक से काम नहीं कर पाता है। आमतौर पर लीवर की बीमारी और सिरोसिस से संबंधित लीवर फेल होना धीरे-धीरे शुरू होता है। आपको शुरू में इसके कोई भी लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। लीवर को मानव शरीर का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है।
यह शरीर में कई अलग-अलग कार्य करता है। लीवर भोजन को ऊर्जा और पोषक तत्वों में बदलने में मदद करता है, रक्त को साफ करता है और प्रोटीन का उत्पादन करता है। लीवर शरीर को कई तरह के संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है। लीवर शरीर के सामान्य कार्यों को बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन कुछ लोगों को लीवर खराब होने की समस्या का सामना करना पड़ता है।
यह स्थिति बहुत ही खतरनाक होती है, जिसमें लीवर का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है। कुछ केसेस में तो लिवर फेलियर की वजह से लोगों की जान भी चली जाती है। इसके लिए आपको सबसे पहले यह जानना चाहिए कि क्रोनिक लिवर फेलियर के लक्षण क्या हैं ?
क्रोनिक लिवर फेलियर के लक्षण (Symptoms of Chronic Liver Failure in Hindi)
यहां कुछ लक्षण दिए गए हैं, जिन पर विचार करने की आवश्यकता है। अगर नीचे बताए जा रहे लक्षण बार-बार आपको महसूस होते हैं, तो इन्हें अनदेखा बिल्कुल न करें। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार हैं:
- आंखों में पीला पन
- भूख कम लगना
- पेट और पैरों में तरल पदार्थ का निर्माण
यदि आप कम खर्च में क्रोनिक लिवर फेलियर ट्रीटमेंट करवाना चाहते हैं तो इसके लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं GoMedii इसमें आपकी हर संभव मदद करेगा। यदि आप आपका लिवर फ़ैल हो चूका है तो आपका डॉक्टर लिवर ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह दे सकता हैं अगर हम लिवर ट्रांसप्लांट के खर्च की बात करें तो लगभग 8,00,000 रुपय से लेकर 30,00,000 रुपय तक है।
क्रोनिक लिवर फेलियर ट्रीटमेंट के लिए गुरुग्राम के सबसे अच्छे हॉस्पिटल? (Best hospitals in Gurugram For chronic liver failure treatment in Hindi)
- नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, गुरुग्राम (Narayana Superspeciality Hospital, Gurugram)
- फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड, गुरुग्राम (Fortis Healthcare Ltd., Gurugram)
- पारस अस्पताल, गुरुग्राम (Paras Hospitals, Gurugram)
यदि आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311)पर संपर्क कर सकते हैं।
क्रोनिक लिवर फेलियर ट्रीटमेंट के लिए दिल्ली के सबसे अच्छे हॉस्पिटल? (Best hospitals in Delhi For chronic liver failure treatment in Hindi)
आपको बता दें कि दिल्ली में क्रोनिक लिवर फेलियर का ट्रीटमेंट आसानी से उपलब्ध है इसके लिए आप हमें चुन सकते हैं हम आपको सबसे सस्ती कीमत पर इसका इलाज उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश करेंगे। आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवा सकते हैं:
यदि आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311)पर संपर्क कर सकते हैं।
क्रोनिक लिवर फेलियर ट्रीटमेंट के लिए बैंगलोर के सबसे अच्छे हॉस्पिटल? (Best hospitals in Bangalore For chronic liver failure treatment in Hindi)
- नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डिएक साइंसेज, अनेकल तालुक, बैंगलोर (Narayana Institute Of Cardiac Sciences, Anekal Taluk, Bangalore)
- स्पर्श अस्पताल, यशवंतपुर, बैंगलोर (Sparsh Hospital, Yeshwantpur, Bangalore)
यदि आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं।
क्रोनिक लिवर फेलियर ट्रीटमेंट के लिए मुंबई के सबसे अच्छे हॉस्पिटल? (Best hospitals in Mumbai For chronic liver failure treatment in Hindi)
- डॉ एल एच हीरानंदानी अस्पताल, मुंबई (Dr L H Hiranandani Hospital, Mumbai)
- जसलोक अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, पेडर रोड, मुंबई (Jaslok Hospital & Research Centre, Pedder Road, Mumbai)
यदि आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं।
क्रोनिक लिवर फेलियर ट्रीटमेंट के लिए हैदराबाद के सबसे अच्छे हॉस्पिटल? (Best hospitals in Hyderabad For chronic liver failure treatment in Hindi)
- यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सोमाजी गुडा, हैदराबाद (Yashoda Super Speciality Hospital, Somaji Guda, Hyderabad)
- अपोलो हेल्थ सिटी, जुबिल हिल्स, हैदराबाद (Apollo Health City, Jubille Hills, Hyderabad)
- कॉन्टिनेंटल हॉस्पिटल्स लिमिटेड, हैदराबाद (Continental Hospitals Limited, Hyderabad)
यदि आप इनमें से किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना चाहते हैं तो हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं।
लीवर फेलियर के प्रकार (types of liver failure in Hindi)
लिवर फेलियर वह स्थिति है जब लिवर का एक बड़ा हिस्सा काम करना बंद कर देता है। लीवर काम नहीं कर पा रहा है और इसका इलाज संभव नहीं है। यह एक आपातकालीन स्थिति है जिसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। धीरे धीरे आपका लीवर खराब होने लगता है। लीवर खराब होने के 2 प्रकार होते हैं।
- एक्यूट लीवर फेलियर
यह वह स्थिति है जिसमें लिवर बहुत तेज़ी से खराब होता हैं इसलिए इसे एक्यूट लीवर फेलियर कहा जाता है। इसमें कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक पीलिया, लीवर एंजाइम, क्लॉटिंग डिसऑर्डर जैसे लक्षण मरीज में दिखने को मिलते हैं। अगर तुरंत इलाज न किया जाए तो यह घातक हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर भी लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह देते हैं। एक्यूट लीवर फेलियर किसी भी आयु वर्ग को प्रभावित कर सकती है।
- क्रोनिक लिवर फेलियर
क्रोनिक लिवर फेलियर आपके लिवर को धीरे-धीरे नुकसान पहुँचाता है। इसके लक्षण कुछ महीनों या वर्षों में प्रकट हो सकते हैं। फैटी लीवर क्रोनिक लीवर फेलियर का मुख्य कारण है। इसके अलावा शराब, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी पीने से भी क्रोनिक लीवर फेलियर हो सकता है। यह स्थिति एक्यूट लीवर फेलियर जैसी घातक हो सकती है। इसके लिए समय पर उपचार की आवश्यकता होती है।
लिवर की बीमारियों का निदान कैसे किया जाता है? (How are liver diseases diagnosed in Hindi)
यदि आप लिवर की बीमारी के बारे में चिंतित हैं, तो स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के साथ अपॉइंटमेंट लेना सबसे अच्छा है। एक बार जब वे यह सारी जानकारी एकत्र कर लेते हैं, तो वे सिफारिश कर सकते हैं:
- लिवर फ़ंक्शन टेस्ट
- कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट
- लिवर फेलियर या ट्यूमर की जांच के लिए सीटी स्कैन, एमआरआई, या अल्ट्रासाउंड
- एक लिवर बायोप्सी, जिसमें आपके लिवर का एक छोटा सा नमूना निकाला जाता है और लिवर को हुए नुकसान या बीमारी के लक्षणों का पता लगाने के लिए इसकी जांच की जाती है।
लिवर ट्रांसप्लांट कैसे किया जाता है? (How is liver transplant performed in Hindi)
लीवर ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन की शुरुआत में डॉक्टर मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं ताकि ऑपरेशन के दौरान किसी तरह का दर्द महसूस न हो। ट्रांसप्लांट सर्जन व्यक्ति के लीवर तक पहुंचने के लिए पेट में एक लंबा चीरा लगाता है। उस चीरे का स्थान और आकार मुख्य रूप से सर्जन के दृष्टिकोण और मरीज की शारीरिक रचना पर निर्भर करता है। सर्जन तब मरीज की रक्त आपूर्ति और पित्त नलिकाओं को काट देते हैं और खराब लीवर के हिस्से को हटा देते हैं।
इसके बाद सर्जन व्यक्ति के शरीर में डोनर लीवर को ट्रांसप्लांट करता है और रक्त वाहिकाओं और पित्त नलिकाओं को फिर से जोड़ता है। व्यक्ति की मुख्य स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर इस पूरी सर्जरी में 12 घंटे तक का समय लग सकता है।
एक बार जब नया लीवर ट्रांसप्लांट किया जाता है, तो सर्जन सर्जिकल हिस्से को बंद करने के लिए टांके और स्टेपल का उपयोग करता है। लीवर ट्रांसप्लांट ऑपरेशन के अंत में, मरीज को रिकवरी रूम में कुछ समय के लिए रखा जाता है और वहां उसके स्वास्थ्य की निगरानी की जाती है।
यदि आप कम खर्च में क्रोनिक लिवर फेलियर के ट्रीटमेंट की तलाश कर रहे हैं या इससे सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9599004311) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।
Disclaimer: GoMedii एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।