क्या आपको कभी भी अचानाक से डर और घबराहट महसुस हुआ है? क्या आपको कभी कभार छाती में दर्द होने के साथ सांस लेने में तकलीफ हुई है? अगर ऐसा हुआ है तो इसका मतलब है कि आप पैनिक अटैक (Panic Attacks) के दर्द को महसुस कर चुके हैं। इस अटैक में छोटी-छोटी सांसें आना, बेचैनी, घबराहट, हाथ-पैर में कंपन या खुद के संतुलन खोने के एहसास को ही ‘पैनिक अटैक’ कहते हैं।
कई वार देखा गया है की कुछ परिस्थिति के दौरान असल में दिमाग में बहुत ज्यादा प्रेशर होने और डर होने की वजह से पैनिक अटैक की शिकायत होती है। इतना ही नहीं आसान सी बात पर सहज लोगों से ज्यादा पैनिक अटैक पीड़ित डरने लगता है। पैनिक अटैक से हमारी दिनचर्या (daily activity), पढ़ाई, करियर, परिवार और रिश्तों को भी प्रभावित करने लगता है। जिसकी वजह से जिदंगी में बहुत से दिक्कत आती हैं।
कुछ घरेलू नुस्खे हैं जिनकी मदद से पैनिक अटैक को स्वाभाविक रूप से कम किया जा सकता है।
1. पहले जाने लक्षण
अगर आप बार-बार इस परेशानी से गुजर रहे हैं तो आपको सबसे पहले इसे जानना होगा। तभी आप पैनिक अटैक के लक्षणों को पहचान पाएंगे,इसके लक्षण है कि तेज बुखार होना, बेमतलब की परेशानी होना, पसीने पसीने हो जाना, चक्कर आना। इसे समझना और इसके लक्षणों की पहचान और इसके प्रति जागरूकता से इस स्थिति को स्वाभाविक रूप से कम करने में मदद मिल सकती है।
2. बंद आंखों से व्यायाम
जब कभी भी पैनिक अटैक आए तो आप तुरंत एक शांत जगह पर चले जाएं। फिर वहां सीधे लेट जाये उसके बाद कुछ समय के लिए हल्के से आंखों को बंद करे। इसके बाद धीरे-धीरे दिमाग से गंदे विचारों को निकाले। बंद आंखों वाले इस व्यायाम (Exercise) के जरिए आप इसके लक्षणों से जल्द से जल्द आराम पा सकते हैं।
3. गहरी सांस का अभ्यास करें
जब कभी किसी को पैनिक अटैक आता है तो उसकी सांसे बहुत तेज चलने लगती है और इसी वजह से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। इसलिए 5-10 मिनट के लिए गहरी सांस लेने से निश्चित रूप से आपकी सांस की गति कम होकर सही होने लगेगी और इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिलेगी।
4. नकारात्मक विचार
एक ही बार में दिमाग में बहुत सारे अलग अलग विचारों का चलना और फिर नकारात्मक विचार आना ही पैनिक अटैक का सबसे बड़ा कारण है। इसलिए गहरी सांसे लेने के साथ दिमाग में चल रहे विचारो को भी कम करना चाहिए ताकि सोच को बहुत हद तक कम किया जा सके।
5. केंद्रीय बिंदु का व्यायाम
पैनिक अटैक के एक प्रकरण के दौरान एक व्यक्ति के विचार तेज़ी से नकारात्मक और निरंतर होते चले जाते हैं, जिससे बजह से डर और चिंता (Tension) बनी रहती है। ऐसे में किसी और काम की ओर एक जगह पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें, आप इस क्रिया को करे जब तक कि आपके दिमाग में तेजी से चल रहे विचार और बढ़ती सांसे सामान्य न हो जाए। इस अभ्यास के जरिए पैनिक अटैक बहुत कम किए जा सकते हैं।
6. स्ट्रेचिंग
मांसपेशियों को आराम करने के लिए की जाने वाली स्ट्रेचिंग (Streching) पैनिक अटैक के दौरान बहुत राहत पहुंचाती है क्योंकि अटैक के दौरान शरीर की मांसपेशियां तन जाती हैं और ऐसे में स्ट्रेचिंग की मदद से अटैक की स्थिति को कम करने में मदद मिलती है।
7.सकारात्मक सोच
जब कभी भी कोई व्यक्ति पैनिक अटैक से गुजरता है, तो उस वक्त उसे सकारात्मक चीज़ों की तरफ ध्यान कराते हुए खुश और उत्साहित करें। ऐसा करने से कम करने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए मजाक,अपने दोस्तों के साथ उनके अच्छे समय के बारे में सोचना, उनके पसंदीदा भोजन, फिल्म इत्यादि को देखना आदि मदद कर सकता है।
8. शारीरिक व्यायाम
आप रोज वज़न उठाना, दौड़ना, जॉगिंग, चलना इत्यादि जैसे व्यायाम, पैनिक अटैक को काफी हद तक कम करने में मदद कर सकते हैं। क्योंकि जब कोई व्यक्ति व्यायाम करता है, तो मस्तिष्क में एंडॉर्फिन जारी होता है। एंडोर्फिन में कुछ मस्तिष्क रसायनों को कम करने की क्षमता होती है जो चिंता को गति देते हैं, शारीरिक व्यायाम इस तरह से पैनिक अटैक को कम कर सकते हैं।
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