भारत में घबराहट और बेचैनी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। घबराहट का सीधा संबंध मनुष्य के मन एवं भावनाओं से होता है। लेकिन कई बार स्वास्थ्य कारणों से भी घबराहट होने लगती है। यहां हम आपको घबराहट के लक्षण, कारण एवं घबराहट अथवा बेचैनी को दूर करने के उपाय बता रहे हैं। यह सामान्य परिस्थितियों के लिए है। यदि स्थिति असामान्य है तो डॉक्टर का परामर्श सबसे उचित उपाय है।
- घबराहट में हर मनुष्य का शरीर अलग-अलग प्रतिक्रिया करता है।
- हार्टबीट यानी दिल की धड़कन बढ़ जाती है।
- कुछ लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है।
- बहुत कम होता है लेकिन कुछ लोगों को झटके लगने लगते हैं।
- घबराहट या बेचैनी के कारण शरीर का काँपना सामान्य लक्षण है।
- कुछ लोगों का मुंह सूखने लगता है।
- हाथों में पसीना आना भी घबराहट का एक कारण है।
- कुछ लोगों को अचानक ठंड या गर्मी लगने की शिकायत होती है।
- घबराहट या बेचैनी में कभी-कभी पेट खराब हो जाता है।
घबराहट या पसीना आने के कारण।
ज़्यादा चिंता करने लगना
छोटी सी छोटी बातों को ज़्यादा सोचना और ऐसा आप की जिंदगी में बार बार होना एंग्जायटी (Anxiety) का ही लक्षण है। इसके चलते आप खुद के महत्वपूर्ण कामों को अच्छे से नहीं कर पाते।
तनावपूर्ण घटनाएं
कार्य का बोझ, तनाव, अपने किसी प्रिय व्यक्ति का निधन अथवा प्रेमिका से ब्रेकअप जैसी अविश्वसनीय घटनाएँ आदि।
परिवार का इतिहास
जिन व्यक्तियों के परिवार में मानसिक विकार से जुड़ी समस्याएँ होती रही हैं, उन्हें चिंता विकार की समस्या जल्दी हो सकती है जैसे ओसीडी विकार एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जा सकता है।
स्वास्थ्य से जुड़े मामले
थायरॉयड की बीमारी, दमा, डायबिटीज या हृदय रोग आदि। अवसाद से पीड़ित लोग भी एंग्जायटी (Anxiety) की चपेट में आ सकते हैं। जो व्यक्ति लंबे समय से डिप्रेशन से जूझ रहा हो, उसकी कार्यक्षमता में गिरावट आने लगती है। इससे कामकाज से जुड़ा तनाव बढ़ने लगता है और फिर एंग्जायटी (Anxiety) का जन्म होता है।
नशे का इस्तेमाल
पीड़ा, ग़म, मायूसी, उदासी व तकलीफ़ को भुलाने के लिए बहुत से लोग शराब, नशीली दवाओं और दूसरे नशों का सहारा लेने लगते हैं। यकीन मानें कभी भी ये चीज़ें एंग्जायटी (Anxiety) का इलाज नहीं हो सकते हैं। नशे का इस्तेमाल समस्याओं को और बढ़ा देता है। नशे का असर खत्म होते ही फिर से वही परेशानियां बढ़ने लगती हैं।
व्यक्तिव से जुड़े विकार
कुछ लोगों को पूर्णतः के साथ काम करने की आदत होती है लेकिन जब ये पूर्णतः की जिद सनक बन जाए तो ये एंग्जायटी (Anxiety) के अधीन आ जाता है। यही जिद उन लोगों में बिना वजह की घबराहट और चिंता को जन्म देती है।
घबराहट और पसीना आने की परेशानी को कैसे दूर करे-
- पालक का सेवन करने से एंग्जायटी (Anxiety) को दूर करने में सहायता मिलती है। आप पालक को पीसकर उसका जूस निकालकर सेवन कर सकते हैं। पालक को सब्ज़ी के तौर पर भी खा सकते हैं। पालक में एंटी स्ट्रेस और एंटी डिप्रेसिव गुण होता हैं जो चिंता और एंग्जायटी (Anxiety) को दूर करने में मदद करता है।
- गाजर का सेवन भी चिंता को दूर करने के लिए किया जा सकता है। आप गाजर को सलाद के रूप में खा सकते हैं या उसका जूस निकाल कर भी सेवन कर सकते हैं। गाजर में विटामिन ए, सी और के पाया जाता है साथ ही पोटेशियम भी काफी मात्रा में होता है जो चिंता और एंग्जायटी (Anxiety) से निजात दिलाने में सहायता करता है।
- बादाम, लैवेंडर और मिशेलिया, अल्बा लीफ आदि के तेलों को मिलाकर सिर की मालिश करने से भी बेचैनी की परेशानी दूर होती है। तेलों के इस मिश्रण में चिंता निवारक गुण होते हैं जो घबराहट व बेचैनी को दूर करने में सहायता करते हैं।
- एंग्जायटी (Anxiety) को दूर करने के लिए जायफल भी काफी सहायता करता है। इसको पाउडर के रूप में नाश्ते व खाना बनाने के दौरान इस्तेमाल करें। जायफल का तेल मूड ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए जायफल के तेल की कुछ बूंदों को रूमाल पर डालकर इसको सूंघते रहें। इससे काफी आराम मिलेगा।
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