Mental Health: शारीरिक रूप से कहीं रहना और मानसिक तौर पर कहीं और चले जाना एक मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम है. इसे मेंटली चेकआउट होना कहते हैं. यह एक ऐसी स्थिति है जब इंसान का दिमाग दुनिया से डिस्कनेक्ट हो जाता है. इस मानसिक बीमारी की चपेट में आने का असर पूरे जीवन पर पड़ता है. इसमें सही तरह फोकस नहीं बन पाता है, हताशा छाई रहती है और अक्सर भटकाव की स्थिति बनी रहती है. इसके असर न सिर्फ करियर बल्कि रिश्तों पर भी पड़ता है. आगे चलकर ये एंग्जाइटी और डिप्रेशन का रूप भी ले सकता है. जानिए इस बीमारी का कारण और बचने के उपाय…
मेंटली चेकआउट के सबसे बड़े साइड इफेक्ट्स
बोरियत महसूस होना
जब कई लोग एक ही वर्कप्लेस पर इसी तरह की मानसिक समस्या में रहते हैं तो उनका मन काम से हट जाता है, पूरी तरह फोकस नहीं हो पाते हैं. कुछ ही समय में उन्हें बोरियत सी लगने लगती है. जिसकी वजह से कई नई प्रॉब्लम्स आ सकती हैं.
किसी की बातों पर ध्यान न होना
इस तरह के मेंटल हेल्थ का किसी रिश्ते पर इसलिए असर पड़ता है, क्योंकि जब कोई आपसे बात करता है तो आप उसकी बातों पर ध्यान न देकर कहीं और खोए रहते हैं. जिससे उसे लग सकता है कि आप उसकी बातों पर गौर नहीं कर रहे हैं. इससे आगे रिश्ते टूट भी सकते हैं.
डेली लाइफ पर असर
मेंटली चेकआउट होना डेली लाइफ पर भी असर डालता है. ऐसी स्थिति में कोई भी काम सही तरह से आप नहीं कर सकते हैं, क्योंकि आपका शरीर कहीं और दिमाग कहीं होता है. इससे कई नुकसान उठाने पड़ते हैं.
मेंटली चेकआउट से बचने के लिए उपाय
1. माइंडफुलनेस एक्टिविटीज जैसे- ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन जरूर करें.
2. एक लक्ष्य निर्धारित करके ही काम करें, इससे भटकाव से राहत मिल सकती है.
3. इस मानसिक स्थिति से बचने के लिए खुद का ख्याल रखें. एक्सरसाइज करें, नींद पूरी करें, अच्छा खाना खाएं, पसंद की चीजें करें.
4. हमेशा कुछ नया सीखें. ऐसा करने से दिमाग भटकेगा नहीं और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहेंगे.
5. कोई बात करे तो उसे ध्यान से सुनें और दिलचस्पी बनाए रखें.
6. पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस बनाने के लिए एक सीमाय तय करें या सबसे जरूरी पर ज्यादा फोकस करें.
7. सोशल मीडिया का इस्तेमाल बिल्कुल कम करें. ज्यादा से ज्यादा वक्त दोस्तों और परिवार के साथ बिताएं.
8. आपके पास जो कुछ भी है, उसके लिए शुक्रगुजार रहें और लाइफ में जो भी कमी है, उस पर ध्यान न दें.
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