Vitamin P : विटामिन A,B,C,D, E ही नहीं विटामिन P भी सेहत के लिए फायदेमंद है. विटामिन पी को फ्लेवेनॉइड नाम से जानते हैं. विटामिन पी असल में फाइटो न्यूट्रिएंट्स है, जो एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं. विटामिन पी (Vitamin P) में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं. आइए जानते हैं इससे सेहत को क्या-क्या फायदे होते हैं और यह किन-किन फूड्स में पाया जाता है…
विटामिन P के 6 जबरदस्त फायदे
दिल की सेहत रखे दुरुस्त
विटामिन पी वाले फूड्स खाने से ब्लड वेसल्स अच्छी तरह काम करता है. यह दिल की सेहत का अच्छी तरह ख्याल रखता है. इसके सेवन से हार्ट की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है.
इम्यून सिस्टम मजबूत बनाए
विटामिन पी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. यह शरीर को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचा सकता है. इससे सेल्स डैमेज नहीं होता है और इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है. जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने लायक बनता है.
एलर्जी, अस्थमा, अर्थराइटिस में मदद
एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के चलते विटामिन पी शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करता है. विटामिन पी से एलर्जी, अस्थमा और अर्थराइटिस जैसी बीमारियों में आराम मिल सकता है.
स्किन के लिए फायदेमंद
विटामिन पी रिच फूड्स का सेवन स्किन के लिए बेहतरीन होता है. इससे स्किन कैपिलरी सुधरती है. वेरिकोज वेन जैसी प्रॉब्लम्स भी कम होती हैं. स्किन पर चोट लगने के बाद अगर घाव बन गया है तो उसके लिए विटामिन पी लाभकारी हो सकता है.
आंखों के लिए लाभकारी
विटामिन पी के फूड्स खाने से आंखों की ब्लड वेसल्स को फायदा पहुंचता है. इससे हेल्दी ब्लड वेसल्स तैयार होते हैं. इससे आंखों की कई समस्या खत्म होती है और विजन में सुधार होता है.
कैंसर का रिस्क कम
फ्लेवोनॉयड होने से विटामिन पी में एंटी कैंसर प्रभाव पाए जातेहैं. विटामिन पी शरीर में पहुंचकर कैंसर सेल्स का विकास रोक देते हैं. इसके सेवन से कई तरह के कैंसर का खतरा कम हो जाता है.
किन चीजों में पाया जाता है विटामिन पी
- खट्टे फल संतरा, नींबू और आंवला
- डार्क चॉकलेट
- रास्पबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी और स्ट्रॉबेरी
- सेब में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन फ्लेवनॉन विटामिन पी का अच्छा स्रोत है.
- ग्रीन टी में विटामिन पी मिलता है
- हरी और पत्तेदार सब्जियां जैसे केल, पालक और ब्रोकली में विटामिन पी मिलता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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